सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनी ऑयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन (ओएनजीसी) तेल एवं गैस उत्पादन बढ़ाने के लिये 25 बड़ी परियोजनाओं में करीब 83,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी। कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शशि शंकर ने गुरुवार को यह कहा।
देश में यात्री वाहनों का उत्पादन चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई के दौरान सालाना आधार पर 13.18 प्रतिशत कम रहा। मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, फोर्ड टोयोटो तथा होंडा जैसी कंपनियों ने उत्पादन में उल्लेखनीय रूप से कटौती की है।
कंपनी ने उत्पादन स्थगित करने की घोषणा ऐसे समय की है जबकि उद्योग बिक्री में गिरावट के सबसे लंबे दौर से गुजर रहा है।
मारुति सुजुकी ने जुलाई 2019 में 1,33,625 वाहनों का उत्पादन किया है। एक साल पहले इसी महीने में कंपनी ने 1,78,533 इकाइयों का उत्पादन किया था।
टाटा मोटर्स की घरेलू स्तर पर वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री जुलाई में 36 प्रतिशत घटकर 22,453 इकाई रह गई।
कोल इंडिया ने 2019-20 के लिए प्रमुख क्षेत्रों में अपने प्रदर्शन को लेकर कोयला मंत्रालय के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि उसकी एक करोड़वीं गाड़ी एफजेडएस-एफआई वर्जन 3.0 रही। यामाहा मोटर के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में कंपनी के चेन्नई संयंत्र से यह मॉडल उत्पादन के बाद बाहर निकला।
मारुति ने सुपरी कैरी एलसीवी सहित अप्रैल में कुल 1,47,669 यूनिट का उत्पादन किया है, जो एक साल पहले समान माह में हुए 1,63,368 यूनिट उत्पादन की तुलना में 9.6 प्रतिशत कम है।
रिपोर्ट के अनुसार मार्च में कारखानों को नए ऑर्डर मिलना और उत्पादन बढ़ना सितंबर के बाद सबसे कम गति से बढ़ा है। वहीं रोजगार निर्माण में यह वृद्धि दर आठ माह के निचले स्तर पर है।
सिर्फ उत्पादन ही नहीं बल्कि जनवरी के दौरान Tata Nano की सेल और एक्सपोर्ट भी शून्य ही दर्ज किया गया है
मारुति सुजुकी ने अपनी कॉम्पैक्ट एसयूवी विटारा ब्रेजा के लिए वेटिंग पीरियड कम करने के लिए इसका उत्पादन बढ़ाया है।
Tata Motors की तरफ से जारी किए गए उत्पादन आंकड़ों के मुताबिक बीते अगस्त के दौरान कंपनी ने 9 टाटा नैनो गाड़ियां बनाई हैं और 10 गाड़ियों की बिक्री की है
सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष के शुरुआती चार महीनों में उत्पादन 14% बढ़कर 17.74 करोड़ टन हो गया।
ICAC के मुताबिक 2018-19 सीजन के दौरान वैश्विक स्तर पर कपास की खपत 274.6 लाख टन तक पहुंच सकती है जो अबतक की सबसे अधिक सालाना खपत होगी और 2017-18 के मुकाबले लगभग 11 लाख टन ज्यादा।
मौजूदा चीनी सीजन 2017-18 (अक्टूबर से सितंबर) के दौरान देश में रिकॉर्ड चीनी उत्पादन के बाद अब अगले सीजन 2018-19 में भी नया रिकॉर्ड बन सकता है। देश में चीनी मिलों के संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) ने 2018-19 सीजन के लिए शुरुआती अनुमान जारी किया है जिसके मुताबिक अगले साल भी उत्पादन का रिकॉर्ड बनेगा।
संयुक्त संयंत्र समिति (जेपीसी) की नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल-जून के बीच कच्चे इस्पात का उत्पादन 6.2% बढ़ा है। प्रारंभिक तौर पर यह 2.60 करोड़ टन रहा है। वर्ल्ड स्टील एसोसिएशन के अनुसार भारत फरवरी में जापान को पछाड़कर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा कच्चा इस्पात उत्पादक बन गया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि सऊदी अरब के शाह सलमान ने कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने के उनके आग्रह को मान लिया है। ईरान और वेनेजुएला की ओर से आने वाली कमी को पूरा करने के लिए इसे 20,00,000 बैरल तक बढ़ाया जा सकता है। ट्रंप ने यह बात तब कही है जब करीब एक सप्ताह पहले ही तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक ने तेल उत्पादन बढ़ाने की घोषणा कर दी है।
अगर आप मारुति सुजुकी की स्विफ्ट, डिजायर, ब्रेजा या बलेनो खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। ऑटो वेबसाइट रशलेन की रिपोर्ट के अनुसार, मारुति सुजुकी ने अपने सभी प्रोडक्शन प्लांट को रखरखाव के लिए 25 जून से बंद कर दिया है। इनमें से दो प्लांट हरियाणा और एक प्लांट गुजरात में है।
दक्षिण कोरिया की प्रमुख वाहन कंपनी किया मोटर्स भारतीय बाजार में बड़े भरोसे के साथ आंध्र प्रदेश में 1.1 अरब डॉलर के निवेश से एक कारखाना लगा रही है। इसमें बिजली और हाइब्रिड वाहनों का विनिर्माण किया जाएगा तथा से अगले दो साल में यहां 3000 लोगों को सीधे रोजगार मिलने की उम्मीद है।
देश की प्रमुख आलू मंडी आगरा में 2 महीने में आलू के थोक भाव में 50 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। 2 महीने पहले यानि मार्च अंत में आगरा मंडी में आलू का थोक भाव 830 रुपए प्रति क्विंटल था जो अब बढ़कर 1250 रुपए प्रति क्विंटल तक आ गया है।
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