Digital Data Protection Bill: इस बिल के तहत आम यूजर्स के डेटा की सुरक्षा पहले से अधिक हो जाएगी। अगर किसी के डेटा को कोई कंपनी बेचती है तो उसे भारी जुर्माना देने होगा। यहां तक की सरकार भी इस नियम के अंदर जिम्मेदारी होगी।
व्हाट्सऐप ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह अपनी निजता नीति को स्वीकर न करने वाले उपयोगककर्ताओं के लिए अपनी सेवाओं की सुविधा में किसी तरह की कमी नहीं करेगा लेकिन उन्हें नीति अद्यतन के बारे में याद दिलाने के लिये संदेश भेजता रहेगा।
पॉलिसी में बदलाव पर विरोध को देखते हुए व्हाट्सअप ने 15 मई की समयसीमा को टाल दिया था। हालांकि पॉलिसी अपडेट को वापस लेने पर कंपनी ने कुछ नहीं कहा है।
व्हॉट्सएप के प्रमुख विल कैथकार्ट ने कहा कि कंपनी भारत के उपयोक्ताओं की प्राइवेसी और सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है। साथ ही वह लगातार यूजर्स को स्पष्ट करेगी कि उनके मैसेज ‘एंड-टू-एंड’ एन्क्रिप्टेड होंगे।
व्हॉट्सएप ने कहा है कि उसके मंच का इस्तेमाल जारी रखने के लिए यूजर्स को नई शर्तों तथा नीति पर आठ फरवरी तक सहमति देनी होगी।
व्हाट्सऐप ने कहा कि उसकी सेवा जारी रखने के लिए यूजर्स को आठ फरवरी 2021 तक नई शर्तों और नीति को स्वीकार करना होगा। इसके बाद कंपनी के इस कदम पर सवाल उठने लगे हैं. कारोबारी संगठन और कई दिग्गज कारोबारियों ने प्लेटफॉर्म छोड़ने की भी बात कही है
व्हॉट्सएप ने अपने प्रयोगकर्ताओं की निजता के लिए एक नया 'अपडेट' पेश किया है। इसके तहत व्हॉट्सएप के प्रयोगकर्ता ऐसे संपर्कों का चयन कर सकेंगे जो उन्हें किसी ग्रुप से नहीं जोड़ सकेंगे।
ट्रेंड माइक्रो में सुरक्षा शोधकर्ताओं ने इन ऐप्स के अंदर विशेष रूप से कष्टप्रद एडवेयर को छुपा हुआ पाया था, जिसके बाद ही गूगल ने यह कदम उठाया। सुपर सेल्फी, कॉस कैमरा, पॉप कैमरा और वन स्ट्रोक लाइन पजल उन 85 ऐप्स में सबसे लोकप्रिय हैं, जिन्हें ट्रेंड माइक्रो ने एडवेयर से संक्रमित पाया।
गूगल, एप्पल और अमेजन के बाद अब फेसबुक नवीनतम टेक दिग्गज है, जो अपने मैसेंजर एप की गई आपकी बातचीत को सुनने और उसका अनुलेखन करने के लिए थर्ड-पार्टी कांटैक्टर्स को भुगतान कर रही थी।
व्हाट्सएप, जो भारत में अपनी पेमेंट सर्विस का परीक्षण कर रही है, आज कहा कि उसने अपनी पेमेंट सर्विस को पूरी तरह से लॉन्च करने से पहले पेमेंट इंटरऑपरेबिलिटी फीचर्स के लिए अपने टर्म्स ऑफ सर्विसेस और प्राइवेसी पॉलिसी को अपडेट कर रही है।
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