ऐसा लगता है कि नोटबंदी के बाद या तो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) यह नहीं जानता कि वह कितने नोटों की छपाई कर रहा था या फिर इस बात की जानकारी नहीं देना चाहता।
मध्यप्रदेश के शियोपुर जिले के किसानों ने SBI से रुपए निकाले थे। वह तब चौंक गए जब एक ने 2000 के नोट की छपाई को देखा। नोट पर गांधीजी की फोटो नहीं थी।
अब नहीं होगी कैश की किल्लत, नई जारी की गई करंसी की कमी को देखते हुए नासिक करंसी नोट प्रेस ने रोज छापे जाने वाले 500 रुपए के नए नोटों की संख्या तीन गुना की।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को 500 रुपए के नए नोट को छापने पर 3.09 रुपए की लागत आ रही है। रिजर्व बैंक को पहले भी 500 रुपए का नोट इसी लागत पर मिल रहा था।
नोटबंदी के बाद देवास स्थित बैंक नोट मुद्रणालय (BNP) में नए नोटों की छपाई शुरू है। बड़े पैमाने पर हो रही नए नोटों की छपाई में सेना की मदद भी ली जा रही है।
RBI ने पिछले हफ्ते के मुकाबले बैंकों को चार गुनी ज्यादा नकदी की आपूर्ति कर रहा है। इसके बावजूद बैंकों में नकदी का टोटा रहा। आज से इसमें सुधार की उम्मीद है
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