Big steel, cement firms operating as a cartel; need to place regulator, गडकरी ने कहा कि यदि स्टील और सीमेंट की कीमतें इसी तरह बढ़ती रहीं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारत को 5 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का सपना साकार करना मुश्किल होगा।
इनके अलावा बैठक में शीर्ष अर्थशास्त्री और विशेषज्ञ जैसे अरविंद पनगढ़िया, केवी कामत, राकेश मोहन, शंकर आचार्य, शेखर शाह, अरविंद विरमानी तथा अशोक लाहिड़ी भी शामिल होंगे।
आगामी केंद्रीय बजट (Budget 2021) एक फरवरी 2021 को पेश किए जाने की संभावना है।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत पात्र लाभार्थी को एक साल में केंद्र सरकार की ओर से 6000 रुपये की वित्तीय मदद तीन बराबर किस्तों में प्रदान की जाती है।
वैश्विक स्वास्थ्य संकट से दुनिया के सभी देशों को प्रभावित किया है लेकिन प्रधानमंत्री के मजबूत नेतृत्व में भारत का 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य यथावत बना हुआ है।
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 95 लाख से अधिक है। हालांकि, इसमें से 91 लाख से अधिक लोग ठीक भी हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई ने कोविड-19 महामारी के दौरान के समय का इस्तेमाल नीति तैयार करने के लिए किया है।
पीएम मोदी टैक्स बचत करने के लिए सबसे ज्यादा जीवन बीमा, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) और इंफ्रास्ट्रक्चर बांड्स पर भरोसा करते हैं।
गुजरात सरकार ने कहा कि वह कोविड-19 महामारी के समय महिलाओं में स्व-रोजगार को बढ़ावा देने के लिए ब्याज मुक्त कर्ज देने को लेकर विशेष योजना शुरू करेगी।
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण (PMAY-G) या प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा अपने पिछले कार्यकाल में शुरू की गई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि सिर्फ दो महीने के अंदर एक लाख से ज्यादा रेहड़ी-पटरी वालों को योजना का लाभ दिया गया।
पीएम मोदी ने कहा कि नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन प्रोजेक्ट के तहत 7,000 प्रोजेक्ट की पहचान की गई है।
बैंक ढांचागत क्षेत्र, कृषि, एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) समेत स्थानीय विनिर्माण को वित्त सुविधा उपलब्ध कराकर आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
सोलर पावर की ताकत को हम तब तक पूरी तरह से उपयोग नहीं कर पाएंगे, जब तक हमारे पास देश में ही बेहतर सोलर पैनल, बेहतर बैटरी, उत्तम क्वालिटी की स्टोरेज कैपेसिटी का निर्माण ना हो। अब इसी दिशा में तेज़ी से काम चल रहा है।
मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का अर्थ आत्मकेंद्रित होना या दुनिया से खुद को बंद कर लेना नहीं है, यह आत्मनिर्भर होने, आत्मोत्पादन करने के बारे में है।
पीएम मोदी ने कहा कि ये समय अवसर को पहचानने का है, खुद को आज़माने का है और नई बुलंदियों की ओर जाने का है। ये अगर सबसे बड़ा संकट है, तो हमें इससे सबसे बड़ी सीख लेते हुए, इसका पूरा लाभ भी उठाना चाहिए।
भारतीय उद्योग परिसंघ के 125वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि देश को इस समय ऐसे उत्पादों की आवश्यकता है, जो न केवल मेड इन इंडिया हों बल्कि मेड फॉर वर्ल्ड भी हों।
पीएम मोदी ने कहा कि ये भी इंसान की सबसे बड़ी ताकत होती है कि वो हर मुश्किल से बाहर निकलने का रास्ता बना ही लेता है।
पीएम मोदी अपना यह संबोधन ऐसे समय पर दे रहे हैं, जब कोरोना वायरस लॉकडाउन के बाद उद्योग जगत धीरे-धीरे दोबारा अपना परिचालन शुरू कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन 25 मार्च से लागू था, जो अब एक जून से धीरे-धीरे हटने लगा है।
प्रधानमंत्री ने मंगलवार को 20 लाख करोड़ रुपए के वित्तीय पैकेज की घोषणा की है, जो देश के कुल जीडीपी का 10 प्रतिशत है।
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