अगर आप कार खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो जल्दी करें, अप्रैल का महीना वाहन खरीदने वालों को महंगाई का बड़ा झटका मिलने जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक विदेशी बाजारों में कीमतों में जितनी बढ़त हुई है, उसकी तुलना में घरेलू कीमतों में बढ़त कम रही है। उनके मुताबिक देश में तिलहनों के उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि करके खाद्य तेलों के आयात पर निर्भरता कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं
निसान और डैटसन के सभी मॉडलों की कीमतों में एक अप्रैल 2021 से बढ़ोतरी होगी। वहीं सोमवार को ही मारुति ने भी अप्रैल के दौरान कीमतों में बढ़त का ऐलान किया था।
कंपनी ने कहा कि अलग-अलग मॉडल पर मूल्य वृद्धि भिन्न-भिन्न होगी। हालांकि कंपनी ने अभी यह नहीं बताया है कि अगले महीने वाहनों के दाम में कितनी वृद्धि होगी।
नाइट फ्रैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार 56 देशों की सूची में अक्टूबर-दिसंबर के दौरान भारत सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाला आवासीय बाजार था, जहां कीमतों में सालाना आधार पर 3.6 प्रतिशत की गिरावट आई। इस सूची में तुर्की सबसे ऊपर है।
LPG Gas Cylinder price list: इससे पहले पहली मार्च से एक सिलेंडर की कीमत 25 रुपये बढ़ा दी गई थी। तेल कंपनियां पहली तारीख को ही सिलेंडर की कीमतों में बदलाव करती हैं। हालांकि फरवरी के महीने कंपनियों ने 2 बार कीमतों में बढ़त की है।
पेट्रोल डीजल की कीमतों को लेकर आज फिर ग्राहकों के लिए राहत की खबर है। सरकारी तेल कंपनियों की ओर से आज एकबार फिर कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी बागवानी फसलों के उत्पादन के चालू फसल वर्ष 2020-21 के पहले अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार देश में इस साल प्याज का उत्पादन 262.29 लाख टन हो सकता है।
प्रधान ने कहा कि घरेलू सब्सिडीयुक्त एलपीजी की कीमत पिछले कुछ महीनों के दौरान बढ़ी है। दिसंबर 2020 में इसकी कीमत 594 रुपये प्रति सिलेंडर थी और अब इसकी कीमत 819 रुपये है।
लासलगांव में प्याज का औसत भाव 4250 से 4551 रुपये प्रति क्विंटल के बीच रहा। जबकि दो दिन पहले कीमतें 4 हजार के स्तर से नीचे पर थीं। कारोबारियों की माने तो महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसल पर बुरा असर पड़ा है जिससे सप्लाई कम हुई है।
गडकरी ने कहा कि सरकार ने अगले 5 साल में 111 लाख करोड़ रुपये के इंफ्रा प्रोजेक्ट लागू करने की योजना बनाई है, अगर कीमतें ऐसी ही बढ़ती रही तो सरकार के लिए प्रोजेक्ट लागू करने में काफी मुश्किल होगी। इस्पात की कीमतों में पिछले छह महीनों में 65 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है।
हाल ही में पोको ने घोषणा की थी कि वह भारतीय बाजार में तीसरी सबसे बड़ी ऑनलाइन स्मार्टफोन कंपनी बन गई है।
मारुति सुजूकी ने कहा कि उसने बढ़ती इनपुट लागत के असर को कम करने के लिये चुनिंदा मॉडलों की कीमत 34 हजार रुपये तक बढ़ा दी है। नई कीमतें आज से लागू हो गई हैं।
रोजमर्रा के उपभोग का सामान बनाने वाली एफएमसीजी मैरिको तथा कुछ अन्य पहले ही दाम बढ़ा चुकीं हैं, जबकि डाबर, पारले और पतंजलि जैसी अन्य कंपनियां स्थिति पर करीब से निगाह रखे हुये हैं।
कंपनी ने कहा कि कच्चे माल की लागत बढ़ने के कारण हम आठ जनवरी 2021 से कीमतों को बढ़ा रहे हैं।
दो दिनों में पोल्ट्री उत्पाद यानी चिकन और अंडे की मांग करीब 60 फीसदी गिर गई है इसके साथ ही कीमतों में भी गिरावट जारी है। साथ ही जिन क्षेत्रों से बर्ड फ्लू की कोई खबर नहीं मिली है वहां भी चिकन और अंडे की मांग में गिरावट देखने को मिली है।
सरकार के द्वारा प्याज के निर्यात पर लगी रोक हटाने के बाद दो दिनों में कीमत में लगभग 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसी तरह, राष्ट्रीय राजधानी में प्याज की खुदरा कीमत में भी 25-42 प्रतिशत तक की वृद्धि देखने को मिली है।
स्कोडा इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी इस बढ़ी हुई लागत को समायोजित कर रही थी, लेकिन अब वह एक जनवरी से विभिन्न मॉडलों की कीमत 2.5 प्रतिशत तक बढ़ाने पर विचार कर रही है।
कंपनी की पोलो का दाम 5.88 लाख रुपये और वेंटो का दाम 8.94 लाख रुपये से शुरू होता है।
मारुति सुजुकी इंडिया, रेनो इंडिया, होंडा कार्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, फोर्ड इंडिया, इसुजु, बीएमडब्ल्यू इंडिया, ऑडी इंडिया और हीरो मोटो कार्प जैसी वाहन कंपनियां पहले ही कीमतें बढ़ाने का ऐलान कर चुकी हैं।
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