पोर्टल के अलर्ट से सरकार को केंद्रीय योजना ऑपरेशन ग्रीन्स के तहत समय पर बाजार हस्तक्षेप में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात में आलू उत्पादन की क्वांटिटी और क्वालिटी में यह वृद्धि बीते दो दशक में की गई नीतिगत पहल, नीगितगत फैसले और सिंचाई की आधुनिक और पर्याप्त सुविधाओं के कारण हुई है।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर में बढ़कर 7.35 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो इसका पांच साल का उच्चस्तर है।
पेप्सिको इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार के साथ बातचीत के बाद कंपनी ने किसानों के खिलाफ दायर मुकदमा वापस लेने का निर्णय लिया है।
पेप्सिको का कहना है कि जिन किसानों पर मुकदमा चल रहा है, वह उन हजारों किसानों में से नहीं हैं, जिन्हें इस संरक्षित आलू की किस्म को उगाने के लिए अधिकृत किया गया है।
उत्पादक राज्यों से आपूर्ति घटने की वजह से पिछले 10 दिनों के भीतर राष्ट्रीय राजधानी में प्याज की थोक कीमतों में 7 से 10 रुपए प्रति किलो तक की बढ़ोतरी हो चुकी है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल टमाटर, प्याज और आलू की कीमतों में अत्यधिक गिरावट के समय किसानों की सहायता के लिए 500 करोड़ रुपए के कोष की नई योजना ऑपरेशन ग्रीन के प्रस्ताव पर बुधवार को विचार कर सकता है।
कृषि मंत्रालय के मुताबिक बागवानी फसलों का कुल उत्पादन 30.68 करोड़ टन अनुमानित है जो पिछले साल के मुकाबले 2.05 प्रतिशत अधिक है
देशभर में ट्रक हड़ताल ही वजह से हो रही परेशानी के बावजूद राहत की बात ये है कि इससे महंगाई नहीं बढ़ी है। बीते 2 दिन के दौरान रोजमर्रा के इस्तेमाल की अधिकतर चीजों के दाम या तो स्थिर हैं या फिर कुछेग जगहों पर बहुत मामूली बढ़ोतरी हुई है। कई जगहों पर तो रोजमर्रा के इस्तेमाल की कुछेक जरूरी चीजो के दाम बढ़ने के बजाय घटे हैं। हड़ताल 20 जुलाई को शुरू हुई थी और आधिकारिक तौर पर अभी खत्म नहीं हुई है।
देश के कुछेक राज्यों में किसान आंदोलन के बावजूद सब्जियों की कीमतों पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है और दूध के दाम तो 3 दिन से स्थिर हैं। इस तरह की खबरें आ रही थी कि कई जगहों पर किसानों ने फल और सब्जियां सड़कों पर फैंकी हैं और साथ में दूध भी सड़कों और नालियों में बहा दिया है। लेकिन कीमतों को देखते हुए लग रहा है कि यह घटनाएं कुछ सीमित जगहों पर ही हुई हैं, शायद यही वजह है कि सब्जियों और दूध की कीमतों पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है।
देश की प्रमुख आलू मंडी आगरा में 2 महीने में आलू के थोक भाव में 50 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। 2 महीने पहले यानि मार्च अंत में आगरा मंडी में आलू का थोक भाव 830 रुपए प्रति क्विंटल था जो अब बढ़कर 1250 रुपए प्रति क्विंटल तक आ गया है।
केंद्र सरकार ने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य (MEP) को खत्म करने की घोषणा की है।
थोक महंगाई दर में कमी आने से भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से मौद्रिक नीति के कठोर होने की आशंका कुछ कम हुई है। यानि होमलोन और कारलोन की दरों में बढ़ोतरी होने की आशंका घट गई है
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की सड़कों पर आलू फेंके जाने की घटना के बाद अब सरकार ने इस पर फैसला ले लिया है। अब सरकार ने आलू का समर्थन मूल्य 79 रुपए बढ़ा दिया है।
मंगलवार को हरियाणा के पंचकुला में टमाटर का भाव 70 रुपए, हिमाचल के शिमला में 76 रुपए और पश्चिम बंगाल के मालदा में 70 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया
कीमत की बात करें तो फार्मलैंड के फ्रेंच फ्राई आलू के पैक में सिर्फ 2 आलू होंगे और उस पैक की कीमत 26 रुपए प्रति पैक निर्धारित की गई है।
कुछएक शहरों में जुलाई के दौरान आलू की कीमतों में करीब 25 फीसदी तक का उछाल आ चुका है। केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़े यह बयान कर रह हैं
आलू उत्पादन इस साल करीब 4.7 करोड़ टन रहने का अनुमान है। यह 2014 में सर्वकालिक उत्पादन स्तर के काफी करीब है। 2015-16 में उत्पादन 4.34 करोड़ टन रहा था।
पंजाब सरकार ने कम कीमत संकट से आलू किसानों को बचाने और उन्हें बेहतर मूल्य प्राप्ति में मदद करने के लिए न नफा न नुकसान आधार पर बाजार में हस्तक्षेप किया है।
होली से पहले सरसों तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है। माना जा रहा है कि मार्च महीने में सरसों तेल की कीमतें 10 रुपए तक गिर सकती है।
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