स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने फिक्स डिपॉजिट की दरों में बदलाव किया है, बैंक ने अधिकतर लंबी अवधि की जमा योजनाओं पर ब्याज दर बढ़ाई है और छोटी अवधि की जमा योजनाओं पर दर घटाई है
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) महंगाई दर पर अंकुश लगाने के लिए के प्रमुख नीतिगत दरों में आगे और भी वृद्धि कर है और इसके लिए गुंजाइश भी है। यह मानना है कि वैश्विक वित्तीय सेवा कंपनी एचएसबीसी का जिसने अपनी एक ताजा रिपोर्ट में यह बात कही है।
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी की 'प्रशासनिक अक्षमता' और 'नीतिगत चूक' बढ़ते कृषि संकट, बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था की विफलता के लिए जिम्मेदार रही हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की निराशा गुस्से में बदल गई है और वे विरोध के लिए सड़कों पर आ गए हैं।
बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तरफ से ब्याज दरें बढ़ाने के चौंकाने वाले फैसले के बावजूद शेयर बाजार मजबूती के साथ बंद हुआ है। RBI के फैसले के तुरंत बाद बाजार में जो बिकवाली आई थी वह बाजार बंद होने से पहले फिर मजबूती में तब्दील हुई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 275.67 प्वाइंट की शानदार बढ़ोतरी के साथ 35178.88 पर बंद हुआ है वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 91.50 प्वाइंट बढ़कर 10684.65 पर बंद हुआ।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आखिरकार पॉलिसी दरों में बढ़ोतरी का ऐलान कर दिया है। RBI ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी कर दी है, इस बढ़ोतरी के बाद अब रेपो रेट बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो गया है। रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी के बाद रिवर्स रेपो रेट भी बढ़कर 6 प्रतिशत और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसेलिटी दर (MSF) भी बढ़कर 6.5 प्रतिशत हो गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की वित्त वर्ष 2018-19 के लिए दूसरी दोमाही नीति की घोषणा से पहले शेयर बाजार में बढ़त देखी जा रही है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने बढ़त के साथ शुरुआत की है और दिन के कारोबार में बाजार और भी मजबूत हुआ है। फिलहाल सेंसेक्स 204.17 प्वाइंट की बढ़त के साथ 35107.38 पर कारोबार कर रहा है जबकि निफ्टी 67.40 प्वाइंट की बढ़त के साथ 10660.55 पर ट्रेड हो रहा है।
आने वाले दिनों में कर्ज महंगा होगा या सस्ता, या फिर बैंकों में FD पर ज्यादा ब्याज मिलेगा? इस तरह की तमाम ब्याज दरों को निर्धारित करने वाली मुख्य पॉलिसी दरों पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का आज फैसला आने वाला है। RBI की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की 3 दिन चलने वाली बैठक का आज तीसरा दिन है और बैठक में क्या फैसला हुआ है इसको लेकर दोपहर बाद RBI जानकारी देगा
सामान्य मानसून के पूर्वानुमान को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अब अगस्त में होने वाली नीतिगत समीक्षा बैठक में मुख्य नीतिगत दर में 25 आधार अंक यानी 0.25 प्रतिशत की कटौती कर सकता है। एक रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया गया है।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स की 30 में से सभी 30 कंपनियों और निफ्टी की भी 50 में से सभी 50 कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी जा रही है, सेंसेक्स और निफ्टी पर कोई भी कंपनी ऐसी नहीं है जिसमें गिरावट है
पुराने वाहनों को सड़कों से हटाने की बहुप्रतीक्षित वाहन कबाड़ नीति को प्रधानमंत्री कार्यालय में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है
ज्यादातर जानकार मान रहे हैं कि RBI रेपो, रिवर्स रेपो और CRR में किसी तरह का बदलाव नहीं करेगा, हालांकि महंगाई को लेकर रिजर्व बैंक की तरफ से चेतावनी जारी हो सकती है।
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की दो दिन की बैठक मंगलवार को मुंबई में शुरू हुई। हालांकि, माना जा रहा है कि गवर्नर उर्जित पटेल की अगुवाई वाली समिति नीतिगत दरों के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रखेगी।
मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन ने सोमवार को संकेत दिया कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के लिए नीतिगत ब्याज दर में कमी की गुंजाइश शायद कम ही हो क्योंकि वृद्धि दर बढ़ रही है और महंगाई भी बढ़ी है।
रेपो रेट को 6 फीसदी पर बरकरार रखा गया है, इसी तरह रिवर्स रेपो रेट 5.75 फीसदी और बैंक रेट 6.25 फीसदी पर कायम रहेगी।
निफ्टी पर सबसे ज्यादा गिरावट मेटल सेक्टर की कंपनियों हिंडाल्को, वेदांत और टाटा स्टील में देखने को मिल रही है। RBI पॉलिसी से पहले ज्यादातर बैंक कंपनियों पर भी दबाव है
MPC की दो दिन की बैठक के नतीजे कल आएंगे। सभी अंशधारकों मसलन उद्योग और शेयर बाजारों की निगाह बैठक पर है।
सरकार विदेश व्यापार नीति की मध्यावधि समीक्षा आज शाम को जारी करेगी। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभू शाम 4 बजे इसे जारी करेंगे
इंडिया टीवी पैसा की टीम अपने रीडर्स को आज इंश्योरेंस पॉलिसी लेने से जरूरी बातों के बारे में बता रही है, जो आपका भविष्य सुरक्षित बना सकती है।
विश्लेषकों का मानना है कि बढ़ती महंगाई दर को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति अगली समीक्षा बैठक में नीतिगत दर को शायद ही कम करे।
रिजर्व बैंक की तरफ से पॉलिसी रेट्स में किसी तरह की कटौती होती है तो बैंकों पर भी होमलोन और कार लोन को सस्ता करने का दबाव बढ़ जाएगा
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