रसायन, कपास, चमड़ा और रबर सहित कई मध्यवर्ती वस्तुओं के इनपुट मूल्य नवंबर में बढ़ गए, जबकि बढ़ती इनपुट, श्रम और परिवहन लागत का बोझ उपभोक्ताओं पर पड़ने के कारण आउटपुट मूल्य 11 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए।
जून में भारतीय सेवा प्रदाताओं को मिलने वाले नए ठेके में वृद्धि जारी रही, जिससे विस्तार का मौजूदा क्रम करीब तीन सालों तक बढ़ गया। एचएसबीसी के मुख्य अर्थशास्त्री (भारत) प्रांजुल भंडारी ने कहा कि भारत के सेवा क्षेत्र की गतिविधियां जून में तेज हुईं।
पीएमआई जून में बढ़कर 58.3 हो गया, जो मई में 57.5 था। पीएमआई के तहत 50 से ऊपर सूचकांक होने का मतलब उत्पादन गतिविधियों में विस्तार है जबकि 50 से नीचे का आंकड़ा गिरावट को दर्शाता है।
पीएमआई का 50 से ऊपर होना संकेत है कि सेवा गतिविधियों बढ़ोतरी हो रही है। सेवा क्षेत्र का अप्रैल पीएमआई 60.8 अंक रहा है।
पीएमआई में मार्च में 56.9 से बढ़कर 59.1 हो गया है। यह लगातार 33वां महीना है, जब पीएमआई 50 के ऊपर बना हुआ है। पीएमआई का 50 के ऊपर बने रहना विनिर्माण क्षेत्र में वद्धि का संकेत है।
Services PMI : भारत की सर्विस पीएमआई से पता चलता है कि सर्विस सेक्टर में विस्तार की गति जनवरी के मुकाबले फरवरी में कम हो गई है। फरवरी में सर्विस सेक्टर की डिमांड में भारी उछाल देखा गया, लेकिन यह जनवरी की तुलना में कम था।
एचएसबीसी के अर्थशास्त्री इनेस लैम ने कहा कि भारत की सेवा पीएमआई जनवरी में छह महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। नए व्यवसाय का विस्तार तेज गति से हुआ और भविष्य की गतिविधि के लिए प्रबंधकों की उम्मीदें मजबूत बनी हैं।
सर्विस सेक्टर की करीब 400 कंपनियों ने इस सर्वे में भाग लिया। कंपनियों की ओर से दिए गए नए आंकड़ों के अनुसार भारतीय सेवा प्रदाताओं के साथ नए कारोबार में पर्याप्त वृद्धि हुई है, जो जून 2010 के बाद से दूसरी सबसे तेज वृद्धि है। नवीनतम पीएमआई परिणाम भारत की सेवा अर्थव्यवस्था के लिए और अधिक सकारात्मक खबरें लेकर आई हैं।
सर्वे में शामिल 29 प्रतिशत भागीदारों ने कहा कि उन्हें इस दौरान अधिक नया कारोबार हासिल हुआ है।
पीएमआई की भाषा में 50 से ऊपर अंक का मतलब विस्तार होता है, जबकि 50 से नीचे का स्तर संकुचन को दर्शाता है। सर्वे के अनुसार, कंपनियों की अंतरराष्ट्रीय बिक्री में छह माह में सबसे तेज वृद्धि हुई है।
खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की भाषा में 50 से ऊपर अंक का मतलब है कि गतिविधियो में विस्तार हो रहा है, जबकि 50 से कम अंक संकुचन को दर्शाता है।
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र की सहायक निदेशक पॉलियाना डी लीमा ने कहा, ''मार्च में भारतीय सामानों की अंतर्निहित मांग मजबूत रही।
सेवा पीएमआई लगातार 17वें महीने 50 अंक से अधिक है। पीएमआई की भाषा में 50 से अधिक अंक गतिविधियों में विस्तार को दर्शाता है।
सर्वेक्षण में शामिल लोगों ने कहा कि ताजा मांग सफल विपणन और बिक्री में लगातार वृद्धि के चलते है। सेवा पीएमआई लगातार 16वें महीने 50 अंक से अधिक है।
खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की भाषा में 50 से अधिक अंक का मतलब विस्तार है, जबकि 50 से नीचे का अंक संकुचन को दर्शाता है।
पीएमआई के नए आंकड़ों से पता चलता है कि भारतीय विनिर्माण क्षेत्र वैश्विक चुनौतियों और मंदी की आशंका के बावजूद अच्छी स्थिति में बना हुआ है।
रोजगार के मोर्चे पर कंपनियों ने अप्रैल में भर्ती जारी रखी और नंवबर के बाद से रोजगार में पहली बार वृद्धि हुई है।
कारोबारी गतिविधियां सूचकांक मार्च में 53.6 पर पहुंच गया, फरवरी में यह 51.8 पर था जो दिसंबर के बाद से विस्तार की सबसे तेज दर दर्शाता है।
‘परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स’ (पीएमआई) 50 से ऊपर गतिविधियों में तेजी को सूचित करता है जबकि 50 से नीचे गिरावट को बताता है।
जोल्टा इलेक्ट्रिक ने कहा कि उसकी ई-बाइक पर उपभोक्ताओं को एक महीने में केवल 1000 रुपये का खर्च आएगा, जबकि 70सीसी पेट्रोल बाइक का एक महीने का खर्च 4000-5000 रुपये बैठता है।
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