डीटीएच सेवा प्रदाता और अन्य समूह कंपनियों द्वारा कर्ज समय पर नहीं चुकाने की वजह से उसके गिरवी रखे शेयरों का इस्तेमाल कर लिया गया।
इस बैठक में वोटिंग राइट्स पर नए नियम भी जारी किए गए हैं। अब किसी सेक्टर में लिक्विड फंड्स का 20 प्रतिशत ही निवेश किया जा सकेगा।
सिर्फ मेड इन इंडिया सामान को खरीदने शपथ लेनी होगी और साथ में वेबसाइट के माध्यम से अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल पता, शहर का नाम और पता भरना होगा
देश में BSE पर लिस्टेड कंपनियों के प्रमोटर्स द्वारा गिरवी रखे गए शेयरों की संख्या जून अंत में 1.64 प्रतिशत बढ़कर 2.5 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गई है।
ग्रेनुअल्स, KPIT टेक, जेबीएफ इंडस्ट्रीज, एडवांस एन्जाइम, सिंटेक्स इंडस्ट्रीज, रिलायंस कॉम्युनिकेशंस के प्रमोटर्स की गिरवी हिस्सेदारी 50 फीसदी तक बढ़ गई है।
लेटेस्ट न्यूज़