रिलायंस कैपिटल के लिए ईओआई जमा कराया है उनमें अर्पवुड, वर्दे पार्टनर्स, मल्टीपल्स फंड, निप्पन लाइफ, जेसी फ्लॉवर्स, ब्रुकफील्ड, ऑकट्री, अपोलो ग्लोबल, ब्लैकस्टोन और हीरो फिनकॉर्प शामिल हैं।
63 मून्स टेक्नोलॉजीज के पास डीएचएफएल में 200 करोड़ रुपये से अधिक के डिबेंचर हैं। कंपनी के अनुसार एनसीएलटी ने जिस समाधान योजना को मंजूरी दी है, वह एनसीडीधारकों के हितों के खिलाफ है।
इससे पहले एनसीएलएटी ने रिणदाताओं की समिति से 25 मई को डीएचएफएल के वधावन परिवार की ओर से रिणदाताओं को करीब 93,000 करोड़ रुपए लौटाने की पेशकश पर विचार करने को कहा था।
पिरामल एंटरप्राइजेज ने संपत्ति के लिए कर्ज देने वाली श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी में अपनी पूरी हिस्सेदारी करीब 2,305 करोड़ रुपये में बेच दी है।
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