साल 2025 में सॉफ्टवेयर और बिजनेस सर्विस सेक्टर में सैलरी हाइक 9 प्रतिशत ही रहने का अनुमान है जो सामान्य इंडस्ट्री एवरेज 9.5 प्रतिशत से कम है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय कॉरपोरेट जगत 9.5 प्रतिशत की सैलरी हाइक के साथ पूरे सेक्टर में सबसे आगे है।
सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश को ड्रग व फार्मा मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर के तौर पर विकसित करने और बड़ा हब बनाने के लिए वीबीएल तथा रॉलवेल इंडस्ट्रीज ने भी रुचि जताई है।
शेयर बाजार हफ्ते के पहले कारोबारी दिन गिरावट के साथ बंद हुआ है। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान पर बंद हुए। वहीं, स्मॉल कैप्स और मिड कैप्स ने आउटपरफॉर्म किया है। एसबीआई ने आज ऑल टाइम हाई लेवल बनाया है। वहीं, यस बैंक ने नया 52 वीक हाई लेवल बनाया।
ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीए) ने पिछले महीने ऑनलाइन फार्मेसी को कारण बताओ नोटिस जारी कर पूछा था कि बिना लाइसेंस के ड्रग्स बेचने और वितरित करने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए।
भारतीय युवाओं की विदेशों में जबरदस्त डिमांड है। अप्रैल से अक्टूबर महीने में काफी उछाल देखने को मिला है। 4 फीसदी से अधिक की वृद्धि आई है। यहां पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
इंडियन फार्मास्युटिकल एलायंस (IPA) के महासचिव सुदर्शन जैन ने गुरुवार को कहा कि भारतीय फार्मा उद्योग (Indian Pharma Industry) के 2030 तक 130 अरब डॉलर तक बढ़ने की संभावना है।
कंपनी ने स्वीकार किया है कि उसने अमेरिकी अधिकारियों द्वारा पश्चिम बंगाल में उसके प्लांट का निरीक्षण करने से पहले रिकॉर्ड छिपाए थे और नष्ट किए थे। अमेरिकी न्याय विभाग के अनुसार कंपनी ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए जुर्माना देने की हामी भर दी है।
भारतीय कंपनियों को सार्वजनिक क्षेत्र की दवा कंपनियों की मैन्युफैक्चरिंग सुविधा का फायदा उठाने की सलाह
देश में हर महीने बनाई जा सकती हैं दवा की 20 करोड़ टेबलेट्स
टोरेंट फार्मा ने आज भारत व नेपाल में यूनिकेम लेबोरेटरीज के ब्रांडेड कारोबार का अधिग्रहण करने की घोषणा की है। यह सौदा 3,600 करोड़ रुपए में होगा।
बंबई शेयर बाजार में आज सतर्कता भरे कारोबार में लगभग स्पाट बंद हुआ, सेंसेक्स और निफ्टी में बहुत ही मामूली बढ़त दर्ज की गई
शेयर बाजार में ज्यादातर शेयरों में नरमी है लेकिन फार्मा सेक्टर के शेयरों में खरीदारी देखने को मिल रही है
Pharma इंडस्ट्री का यह अभी तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण सौदा होगा और इसके बाद फाइजर दुनिया की सबसे बड़ी फार्मा कंपनी बन जाएगी।
अमेरिकी बाजार में अधिग्रहण करने वाले टॉप 10 देशों की सूची में इस साल भारत का नाम भी शामिल हो गया है। इस साल भारतीय कंपनियों ने 16 अधिग्रहण सौदे किए हैं।
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