देश की राजधानी दिल्ली में 12 अप्रैल 2022 को पेट्रोल की कीमत (Delhi Petrol Price Today) 96.72 रुपए और डीजल (Delhi Diesel Price Today) 89.62 रुपए प्रति लीटर है।
कंपनियों का कहना है कि महंगे क्रूड की वजह से उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। फिलहाल पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आखिरी बार बढ़ोतरी 6 अप्रैल, 2022 को की गई थी।
हाल ही में ऐसी घटना अहमदाबाद से सामने आई। यहां शनिवार रात को सोशल मीडिया पर अचानक यह अफवाह फैलने लगी कि पेट्रोल पंप हड़ताल पर जा रहे हैं।
सरकार ने 21 मई को तेल पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी में पेट्रोल पर 8 रुपये और डीजल पर 6 रुपये की कटौती की थी। जिसके बाद पेट्रोल करीब 9.30 रुपये सस्ता हुआ था।
पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल-डीजल उपलब्ध नहीं होने से श्रीलंका के लोगों को ईंधन खरीद के लिए पेट्रोल पंपों के बाहर लंबी कतार लगानी पड़ रही है।
भारत दुनिया में अमेरिका, ब्राजील, यूरोपीय संघ और चीन के बाद एथनॉल का पांचवां सबसे बड़ा उत्पादक है।
इमरान की सत्ता जाने के बाद से वहां पेट्रोल के दाम 140 रुपये से बढ़कर 200 रुपये के पार पहुंच गए हैं।
पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन ने कहा कि 22 राज्यों में उसके सदस्य इस विरोध में शामिल होंगे।
श्रीलंका में पेट्रोल की कीमत 420 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 400 रुपये प्रति लीटर पहुंच गई है।
पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में आठ रुपये प्रति लीटर और डीजल पर छह रुपये प्रति लीटर की कटौती से सरकारी खजाने पर करीब एक लाख करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा।
अगर पूरे देश की बात करें तो आपको सबसे सस्ता पेट्रोल पोर्ट ब्लयेर में मिल रहा है। यहां पेट्रोल 84.10 रुपये है और डीजल 79.74 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है।
सीतारमण ने ट्विटर पर लिखा कि वह पेट्रोल और डीजल पर लगाए जाने वाले करों के बारे में उपयोगी जानकारी साझा कर रही हैं जो सभी के लिए लाभदायक होगी।
पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क 8 रुपये और डीजल पर 6 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण ने एक ट्वीट में कहा, ‘हम पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क ₹8 प्रति लीटर और डीजल पर ₹6 प्रति लीटर कम कर रहे हैं।
केंद्रीय पेट्रोलियम राज्यमंत्री रामेश्वर तेली ने बुधवार को कहा कि भारत पेट्रोल-डीजल के लिए बहुत हद तक अंतरराष्ट्रीय बाजार पर निर्भर है और जब तक घरेलू उत्पादन नहीं बढ़ता तब तक तेल के दामों पर नियंत्रण नहीं किया जा सकता।
दुनिया के 106 देशों से मिले आंकड़ों के अध्ययन से पता चलता है कि भारत में पेट्रोल की कीमत 1.35 डॉलर प्रति लीटर है और यह इस सूची में 42वें स्थान पर है।
इस दौरान डीजल की मांग 1.8 प्रतिशत बढ़ी, जबकि रसोई गैस की बिक्री 1-15 मई के दौरान में 2.8 प्रतिशत बढ़ी।
सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतें करीब साढ़े चार महीने तक स्थिर रखने के बाद 22 मार्च को पहली बार बढ़ाई थीं।
पेट्रोल डीजल पर मनमाना टैक्स वसूल रहे कुछ राज्यों से PM मोदी ने फिर से गुजारिश की है कि वे जनता के मर्म को समझते हुए ईंधन पर वसूल रहे वैट में कटौती करें।
सरकारी तेल कंपनी सीलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (सीपीसी) ने सोमवार आधी रात से ईंधन की कीमत बढ़ा दी हैं।
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