केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जैव ईंधन पर राष्ट्रीय नीति-2018 को मंजूरी दे दी है, जिसमें पेट्रोल के साथ मिलाए जाने वाले एथेनॉल के उत्पादन के लिए कच्चे माल का दायरा बढ़ाते हुए अनुपयुक्त अनाज, सड़े आलू और चुकंदर आदि के इस्तेमाल की अनुमति दी गई है।
देश में डीजल की कीमतें पहले ही रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई हैं और गुरुवार को लगातार चौथे दिन दाम बढ़ने के बाद अब पेट्रोल भी रिकॉर्ड तोड़ने के करीब पहुंच गया है। तेल कंपनियों ने गुरुवार को एक बार फिर से पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाने की घोषणा कर दी है। तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में 22-23 पैसे और डीजल के दाम में 22-24 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी का ऐलान किया है
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी दर्ज की गई है, करीब 20 दिन बाद सोमवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पहली बार बढ़ोतरी की गई थी, लेकिन उसके बाद मंगलवार और आज बुधवार को फिर से दाम बढ़ा दिए गए हैं। इस बढ़ोतरी के बाद देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम 75 रुपए प्रति लीटर के पार हो गया है और डीजल का दाम नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर लगातार दूसरे दिन ग्राहकों की जेब पर मार पड़ी है, करीब 3 हफ्ते बाद सोमवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पहली बार बढ़ोतरी के बाद ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की तरफ से आज मंगलवार को भी दाम बढ़ा दिए गए हैं। इस बढ़ोतरी के बाद देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम 56 महीने की नई ऊंचाई और डीजल का दाम नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी की वजह से देशभर में महंगाई बढ़ने लगी है। वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल के दौरान थोक महंगाई दर (WPI) 4 महीने के ऊपरी स्तर पर दर्ज की गई है।
लगातार 3 हफ्ते तक भाव में किसी तरह बदलाव नहीं होने के बाद आज सोमवार को तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिर से बढ़ोतरी की है। शनिवार को ही कर्नाटक में मतदान खत्म हुआ है और मंगलवार को चुनाव नतीजे आएंगे। इंडिया टीवी की टीम ने मतदान के बाद दाम बढ़ोतरी को लेकर शनिवार को ही आगाह कर दिया था
देश में पेट्रोल और डीजल के दाम भले ही रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुके हों लेकिन जिस रफ्तार से अमेरिका में ऑयल रिग्स की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है उसे देखते हुए लग रहा है कि सस्ते पेट्रोल और डीजल वाले अच्छे दिन फिर से वापस लौट सकते हैं। अमेरिका में ऑयल रिग्स के बारे में आंकड़े जारी करने वाली संस्था बेकर हग्स के ताजा आंकड़ों के मुताबिक ऑयल रिग्स की संख्या 3 साल के ऊपरी स्तर तक पहुंच गई है
आप अपनी गाड़ी का टैंक आज ही फुल करवा लें, क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने 13 मई से पेट्रोल-डीजल के दाम में बड़ी बढ़ोतरी करने की तैयारी कर ली है।
एक अंग्रेजी न्यूज चैनल ने सूत्रों के हवाले से बताया कि 13 मई से पेट्रोल और डीजल दोनों ही 1.5 रुपए प्रति लीटर तक महंगे हो जाएंगे।
सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन आयल कॉरपोरेशन (IOC) के चेयरमैन संजीव सिंह ने मंगलवार को कहा कि कंपनी ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों को अस्थायी तौर पर स्थिर रखने का फैसला किया है ताकि ईंधन के मूल्य में तीव्र वृद्धि नहीं हो और ग्राहकों में घबराहट न फैले।
अमेरिकी करेंसी डॉलर में आई तेजी की वजह से भारतीय करेंसी रुपए में एकतरफा गिरावट देखी जा रही है। डॉलर का भाव बढ़कर 67 रुपए के पार चला गया है जो फरवरी 2017 के बाद सबसे अधिक भाव है। रुपए में आई इस गिरावट से मौजूदा हालात में फायदा कम और नुकसान ज्यादा नजर आ रहा है।
कर्नाटक चुनाव की वजह से देश में 2 हफ्ते से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों पर दाम बढ़ाने का दबाव बढ़ रहा है
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में एक पखवाड़े से भी कम समय को देखते हुए सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम में प्रतिदिन होने वाले संशोधन को रोक दिया है।
मौजूदा समय में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 75 डॉलर प्रति बैरल के करीब है और घरेलू स्तर पर पेट्रोल का दाम 75-80 रुपए प्रति लीटर है, अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम 300 डॉलर तक पहुंचता है तो घरेलू स्तर पर पेट्रोल की कीमतों के भी 300 रुपए प्रति लीटर के पार पहुंचने से इनकार नहीं किया जा सकता।
आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि सरकार फिलहाल पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क कटौती पर विचार नहीं कर रही है क्योंकि मूल्य फिलहाल उस स्तर पर नहीं पहुंचे हैं, जहां इस तरह की कार्रवाई करने की जरूरत होगी।
रूस की पेट्रोलियम कंपनी रोसनेफ्ट के स्वामित्व वाली एस्सार ऑयल लिमिटेड ने अपनी कॉरपोरेट पहचान बदलने के लिए अपना नाम और लोगो बदलने का निर्णय लिया है।
केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कहा कि सरकार महंगे होते पेट्रोलियम पदार्थों पर लगातार नजर रखे हुए है और इस बढ़ती कीमतों के बारे में सरकार चिंतित है।
विश्व बैंक ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि 2018 में कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस और कोयला जैसे ईंधन की कीमतों में 20 प्रतिशत तक इजाफा होने की उम्मीद है। इससे भारत की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 75 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गए हैं जो नवंबर 2014 के बाद सबसे अधिक कीमत है। कच्चे तेल की कीमतों में आई इस तेजी की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत बढ़ेगी
पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों से राहत मिलन की उम्मीद कम है, वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा है कि फिलहाल सरकार पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती पर विचार नहीं कर रही है।
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