इस महीने प्रधानमंत्री मोदी को सत्ता संभाले 4 साल हो गई है लेकिन 4 साल में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में उतनी ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है जितनी बढ़ोतरी पिछले 5 महीने के दौरान देखी गई है।
बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पेट्रोलियम उत्पादों को वस्तु एवं सेवा कर (GST) के दायरे में लाने से इनके दाम कम करने के मामले में कोई ज्यादा असर नहीं होगा।
घरेलू बाजार में पेट्रोल की कीमतें लगातार 13वें दिन भी बढ़ती रहीं और शनिवार को यह राष्ट्रीय राजधानी में 77.97 रुपए प्रति लीटर के दर पर पहुंच गया। इंडियन ऑयल कॉर्प की वेबसाइट से पता चलता है कि शुक्रवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 77.83 रुपए प्रति लीटर थी
मोदी सरकार के पिछले चार साल के कार्यकाल में आटा, चावल जैसी जरूरी उपभोक्ता वस्तुओं के दाम इनके न्यूनतम समर्थन मूल्य में हुई वृद्धि को देखते हुए ज्यादा नहीं बढ़े।
पेट्रोल-डीजल के दाम में आज लगातार 12वें दिन तेजी आई। शुक्रवार को पेट्रोल की कीमत 32 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमत 18 पैसे प्रति लीटर बढ़ी है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के मुताबिक शुक्रवार को सुबह 6 बजे से नई कीमतें पूरे देशभर में प्रभावी हो गई हैं।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा कि राज्य इस स्थिति में हैं कि वे पेट्रोल पर शुल्क घटा सकते हैं और उन्हें ऐसा करना चाहिए, जबकि केंद्र को ईंधन की बढ़ीं कीमतों के असर से निपटने के लिए राजकोषीय उपाय करने चाहिए।
पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ रही खुदरा कीमतों को कम करने के स्थायी समाधान ढूंढ रही सरकार ओएनजीसी जैसे घरेलू तेल उत्पादकों पर अप्रत्याशित लाभ पर कर (Windfall Tax) लगा सकती है।
पेट्रोल और डीजल की ज्यादा कीमतों को लेकर देशभर में हो रही सरकार की निंदा के बाद बुधवार को सरकार की तरफ से कहा गया कि इसको लेकर दीर्घकालीन समाधान तलाशा जा रहा है, लेकिन इसके बाद भी आज गुरुवार को फिर से कीमतों में बढ़ोतरी कर दी गई है। देश के ज्यादातर बड़े शहरों में पेट्रोल का भाव 80 रुपए प्रति लीटर और डीजल का भाव 70 रुपए प्रति लीटर के ऊपर है
पेट्रोल-डीजल की कीमतों के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच जाने के बीच हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश कुमार सुराना ने कहा कि ग्राहकों को राहत पहुंचाने के लिए सरकार को पेट्रोलियम उत्पादों पर लागू करों की समीक्षा करनी चाहिए।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आज लगातार 10वें दिन बढ़ोतरी की गई है, 12 मई को कर्नाटक में विधानसभा चुनावों के मतदान के बाद 14 मई से तेल कंपनियों ने दाम बढ़ाना शुरू कर दिए थे और आज लगातार 10वें दिन पेट्रोल और डीजल के भाव में बढ़ोतरी की गई है। बीते 10 दिन में पेट्रोल की कीमतों में 2.51 रुपए से लेकर 2.68 रुपए प्रति लीटर का इजाफा हुआ है जबकि डीजल की कीमतों में 2.26 रुपए से लेकर 2.58 रुपए तक की बढ़ोतरी की गई है
पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों से आम आदमी को राहत पहुंचाने के लिए सरकार आज ही कोई कदम उठा सकती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की लगातार बढ़ती कीमतों की वजह से देश में पेट्रोल, डीजल के दाम रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुके हैं।
पेट्रोल और डीजल के दाम आम आदमी की पहुंच से लगभग दूर हो चुके हैं, मंगलवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों ने नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में तो डीजल का भाव 74 रुपए प्रति लीटर हो गया है जो देश की सभी राज्यों की राजधानियों में अबतक का सबसे अधिक भाव है
भारतीय उद्योग जगत ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि पर चिंता जताते हुए सरकार से ईंधन पर उत्पाद शुल्क में कटौती की मांग की है। उनका कहना है कि इससे भारत की आर्थिक वृद्धि प्रभावित होगी।
पेट्रोल और डीजल कीमतों के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बीच तमिलनाडु सरकार ने इन पर मूल्य वर्द्धित कर (VAT) में कटौती नहीं करने के संकेत दिए हैं। सरकार का कहना है कि यह राज्य सरकार के स्वयं के कर राजस्व का एक प्रमुख स्रोत है
रविवार को दिल्ली में पेट्रोल के भाव का रिकॉर्ड टूटने के बाद आज सोमवार को नया रिकॉर्ड बना है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक आज मंगलवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में फिर से 33 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है और भाव बढ़कर 76.57 रूपए प्रति लीटर हो गया है जो अबतक का सबसे ऊपरी स्तर है। रविवार को भी दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों में 33 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई थी। डीजल के दाम पहले ही हर रोज नई रिकॉर्ड ऊंचाई छू रहे हैं
Petrol Price at Record High: डीजल के बाद अब पेट्रोल की कीमतों ने भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है। रविवार के दिन देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का जो दर्ज किया गया है, उस भाव पर दिल्ली में पेट्रोल कभी नहीं बिका है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों बढ़कर 76.24 रूपए प्रति लीटर हो गई है जो अबतक का सबसे अधिक भाव है। रविवार को पेट्रोल की कीमतों में 33 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई
कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में तेजी चिंता का कारण है क्योंकि इससे देश का आयात बिल 50 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है। इसका असर चालू खाते के घाटे (कैड) पर पड़ेगा।
सरकार ने तेल के बढ़ते दाम से लोगों को राहत देने के लिए उत्पाद शुल्क में कटौती को लेकर कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई है। उसने कहा है कि कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में तेजी चिंता का कारण है क्योंकि इससे आयात बिल 50 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है तथा इसका चालू खाते के घाटे (CAD) पर प्रभाव पड़ेगा।
श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस कंपनी (एसटीएफसी) ने आज बताया कि वह हिंदुस्तान पेट्रोलियम के पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों को पेट्रोल-डीजल भरवाने के लिए ऋण उपलब्ध कराएगी। यह ऋण डिजिटल आधार पर दिया जाएगा।
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