केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि कांग्रेस शासित राज्यों के वित्त मंत्री पेट्रोल और डीजल को GST के दायरे में लाने के लिए तैयार नहीं हैं, रविवार को GST को 1 साल पूरा होने के मौके पर अरुण जेटली ने अपनी फेसबुक पोस्ट में यह बात कही है। वित्त मंत्री ने कहा कि राहुल गांधी और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम पेट्रोल और डीजल को GST के दायरे में लाने के लिए बार-बार मांग करते हैं, लेकिन इस मुद्दे पर जब कांग्रेस शासित राज्यों के वित्त मंत्रियों से बात की गई है तो वह इसके लिए तैयार नहीं थे
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने मंगलवार को कहा कि आगामी दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में और ज्यादा कमी आएगी। प्रधान ने कहा कि मोदी सरकार उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने की इच्छुक है।
दुपहिया और कार से चलने वालों के लिए यह खबर किसी खुशखबरी से कम नहीं है। 29 मई के बाद से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती का सिलसिला आज भी जारी रहा।
शुक्रवार को ओपेके देशों द्वारा जुलाई से प्रतिदिन 10 लाख बैरल तेल उत्पादन बढ़ाने की घोषणा के बाद शनिवार को भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम में और कटौती हुई है। 29 मई को अपना अब तक का उच्च स्तर छूने के बाद ईंधन के दाम में बढ़ोतरी नहीं हुई है।
महंगे पेट्रोल-डीजल की मार झेल रहे भारत के लोगों के लिए एक बड़ी खबर ओपेके से आई है। वियना में शुक्रवार को आयोजित 14 ओपेक देशों की बैठक में कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने पर सहमति बन गई है।
रान के पेट्रोलियम मंत्री तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) की बैठक छोड़कर बाहर चले गए। दरअसल, सऊदी अरब ओपेक देशों से कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने पर जोर दे रहा है, जिसके चलते दोनों देशों के बीच तनातनी बढ़ गई है।
कच्चे तेल में नरमी के चलते पेट्रोल की कीमतों में बड़ी गिरावट देखी गई है। शुक्रवार को पेट्रोल के दाम 18 पैसे घट गए। वहीं आज डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उठाव के बावजूद गुरुवार को तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिर से कटौती की है। गुरुवार को पेट्रोल की कीमतों में 11 पैसे से लेकर 16 पैसे प्रति लीटर तक की कटौती की गई है जबकि डीजल की कीमतों में 10 पैसे से लेकर 14 पैसे प्रति लीटर की कटौती हुई है। गुरुवार को हुई कटौती के बाद मुंबई में अब पेट्रोल का दाम 84 रुपए के नीचे और डीजल का दाम 72 रुपए के नीचे आ गया है
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि 28 फीसदी टैक्स के अलावा राज्यों द्वारा लगाया जाने वाला स्थानीय कर या वैट GST में आने के बावजूद पेट्रोल और डीजल पर लगाए जाएंगे। अधिकतम GST के अलावा वैट मौजूदा टैक्स जैसा ही होगा जिसमें फिलहाल केंद्र सरकार का उत्पाद शुल्क और राज्य सरकारों के वैट शामिल हैं।
लगातार 4 दिन तक भाव स्थिर रहने के बाद तेल कंपनियों ने मंगलवार को फिर से पेट्रोल की कीमतों में कटौती की है, हालांकि डीजल की कीमतों में बदलाव नहीं किया गया है। मंगलवार को दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई में में पेट्रोल की कीमतों में 8 पैसे प्रति लीटर और दिल्ली में 12 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है
केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती की संभावना को सोमवार को एक तरह से खारिज करते हुए कहा कि इस तरह का कोई भी कदम नुकसानदायक हो सकता है। इसके साथ ही उन्होंने नागरिकों से कहा कि वे अपने हिस्से के करों का ‘ईमानदारी’ से भुगतान करें, जिससे पेट्रोलियम पदार्थों पर राजस्व के स्रोत के रूप में निर्भरता कम हो सके।
सरकारी तेल कंपनी जल्द ही देश में 25000 नए पेट्रोल पंप खोलने जा रही हैं, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सरकार ने तीनों ऑयल कंपनियों, यानि इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम को नए पेट्रोल पंप खोले जाने के लिए खुद के नियम और शर्तें तैयार करने का निर्देश दिया है और इन कंपनियों ने सभी दिशान निर्देश तैयार भी कर लिए हैं।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 3 दिन से किसी तरह की कटौती नहीं हुई है लेकिन संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इनके दाम और घट सकते हैं क्योंकि विदेशी बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी कटौती हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी कच्चे तेल का भाव घटकर ढाई महीने के निचले स्तर तक आ गया है जबकि ब्रेंट क्रूड का दाम करीब डेढ़ महीने के निचले स्तर पर है।
वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने मोदी सरकार को आगाह किया है कि पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में किसी तरह की कटौती करने पर यदि सरकारी खर्च में उतनी ही कटौती न की गई तो राजकोषीय घाटा बुरी तरह प्रभावित होगा।
शुक्रवार को हुई कटौती के बाद दिल्ली में अब पेट्रोल का दाम 20 मई के बाद सबसे निचले स्तर पर आ गया है और 29 मई को छुए रिकॉर्ड स्तर से 2.08 रुपए सस्ता हो गया है। हालांकि तेल कंपनियों की तरफ से शुक्रवार को डीजल की कीमतों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है
15 दिनों तक लगातार गिरावट के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमत पिछले दो दिनों से स्थिर बनी हुई है। सार्वजनिक क्षेत्र की खुदरा तेल कंपनियों की अधिसूचनाओं की समीक्षा के अनुसार, पेट्रोल और डीजल की कीमत में पिछली 12 जून को संशोधन किया गया था।
लगातार 14 दिन तक दाम घटाने के बाद आज बुधवार को तेल कंपनियों की तरफ से पेट्रोल और डीजल के भाव में किसी तरह की कटौती नहीं की गई है। देशभर में पेट्रोल और डीजल का भाव मंगलवार वाले स्तर पर ही है
पिछले 2 हफ्ते से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हो रही लगातार कटौती की वजह से दिल्ली में पेट्रोल 2 रुपए और डीजल 1.36 रुपए सस्ता हुआ है लेकिन इससे पहले लगातार 16 दिन हुई बढ़ोतरी में पेट्रोल 3.80 रुपए और डीजल 3.28 रुपए महंगा हुआ था। मंगलवार को दिल्ली में पेट्रोल के दाम में 15 पैसे और डीजल में 10 पैसे प्रति लीटर की कटौती हुई है
इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर दिए गए भाव के मुताबिक 13 दिन में देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों 1.85 रुपए और डीजल की कीमतों में 1.36 रुपए प्रति लीटर की कटौती हुई है। रविवार को दिल्ली में डीजल के दाम 15 पैसे और पेट्रोल के दाम 20 पैसे कम हुए हैं
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई कमी को देखते हुए देश की तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार कटौती कर रही हैं। रविवार को लगातार 12वें दिन पेट्रोल और डीजल के दाम घटे हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट पर दिए गए भाव के मुताबिक 12 दिन में देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों 1.65 रुपए और डीजल की कीमतों में 1.21 रुपए प्रति लीटर की कटौती हुई है। रविवार को दिल्ली में पेट्रोल के दाम 24 पैसे और डीजल के दाम 18 पैसे कम हुए हैं।
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