गातार 16 दिन तक पेट्रोल और डीजल के भाव में कटौती या स्थिरता रहने के बाद फिर से तेल कंपनियों ने दाम बढ़ा दिए हैं। सोमवार को पेट्रोल की कीमतों में 9 पैसे प्रति लीटर और डीजल की कीमतों में 13-14 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है
विदेशी बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हाल के दिनों में आई गिरावट के बाद अब तेल कंपनियों ने फिर से पेट्रोल और डीजल के दाम घटाना शुरू कर दिए हैं। रविवार को लगातार चौथे दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की गई है और इस कटौती के बाद पेट्रोल का भाव 9 जुलाई के बाद सबसे निचले स्तर तथा डीजल का भाव 8 जुलाई के बाद सबसे निचले स्तर तक आ गया है।
पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत में लगातार दूसरे दिन बड़ी गिरावट आई है। शनिवार को पेट्रोल और डीजल दोनों के दाम 15-15 पैसे प्रति लीटर कम हुए हैं। शुक्रवार को पेट्रोल की कीमत में 16 पैसे प्रति लीटर की कमी आई थी।
देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बड़ी कमी आने की संभावना है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में पिछले नौ दिनों के दौरान 7 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट आ चुकी है।
केंद्र सरकार ने बुधवार को संसद में बताया कि पेट्रोलियम उत्पादों को संवैधिानिक रूप से वस्तु एवं सेवा कर के दायरे में शामिल कर लिया गया है मगर डीजल और पेट्रोल पर जीएसटी की दरें कब से लागू होंगी इसपर फैसला जीएसटी परिषद लेगी।
पेट्रोल और डीजल की महंगाई की मार झेल रही आम जनता को कुछ राहत मिल सकती है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट आई है जिसका फायदा तेल कंपनियों को हो रहा है और वह इस फायदे को आम जनता से बांटने के लिए पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती कर सकती हैं।
पिछले 20 दिन के दौरान पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी या स्थिरता के बाद आज सोमवार को पहली कटौती हुई है। पिछले हफ्ते अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट और रुपए की रिकवरी की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की तेल आयात करने की लागत कम हुई है और उन्होंने पेट्रोल और डीजल के दाम घटाना शुरू कर दिए हैं।
वस्तु एवं सेवा कर (GST) से जुड़े फैसले लेने वाला शीर्ष निकाय जीएसटी परिषद इस सप्ताह विमान ईंधन (ATF) को जीएसटी के दायरे में लाने का विचार कर सकता है लेकिन कर स्लैब इसमें बाधा खड़ा करने का काम कर रही है।
कीमतों में नरमी से बढ़े उपभोग के चलते जून माह के दौरान देश में पेट्रोल व डीजल सहित ईंधन की मांग 8.6 प्रतिशत बढ़ गई।
सार्वजनिक क्षेत्र की हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) अपने सभी पेट्रोल पंपों को दिसंबर तक स्वचालित बनाएगी। कंपनी के इस कदम का मकसद सही मात्रा और गुणवत्तापूर्ण ईंधन ग्राहकों को उपलब्ध कराना है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगी महंगाई की आग कुछ शांत होने की उम्मीद बढ़ी है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट की वजह से भाव घटने की संभावना जताई जा रही है। बुधवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी कच्चे तेल की कीमतों में 5 प्रतिशत से ज्यादा और ब्रेंट क्रूड की कीमतों में 6 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई है
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से किसी तरह की राहत नहीं मिल रही है, मंगलवार को लगातार छठे दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ गए हैं। तेल कंपनियों ने मंगलवार को दिल्ली और कोलकाता में पेट्रोल का दाम 17 पैसे प्रति लीटर बढ़ाया है जबकि मुंबई में 16 पैसे और चेन्नई में 18 पैसे की बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह डीजल का दाम मंगलवार दिल्ली और कोलताता में 16 पैसे तथा मुंबई में 17 पैसे और चेन्नई में 18 पैसे प्रति लीटर बढ़ाया गया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी के बाद देश की तेल कंपनियों की तरफ से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी लगातार की जा रही है, सोमवार को लगातार पांचवें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों मे बढ़ोतरी की गई है। लगातार 5 दिन तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जो बढ़ोतरी हुई है उसके बाद दिल्ली में पेट्रोल 81 पैसे और डीजल 69 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है।
ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर ओपेक देशों का अपमान करने और ट्वीट के जरिये तेल बाजार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है।
लगभग 5 हफ्ते तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती या स्थिरता के बाद तेल कंपनियों ने इस हफ्ते फिर से दाम बढ़ाना शुरू किए हैं और शनिवार को लगातार तीसरे दिन दाम बढ़ाए गए हैं। लगातार 3 दिन तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जो बढ़ोतरी हुई है उसके बाद दिल्ली में पेट्रोल 43 पैसे और डीजल 38 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है।
वित्त सचिव हसमुख अधिया ने आज कहा कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने पर विचार करेगी और ऐसा चरणबद्ध तरीके से किया जा सकता है।
जून के महीने में पेट्रोल की कीमतों में मिली राहत शायद जुलाई में खत्म होती दिख रही है। शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन पेट्रोलियम कंपनियों ने कीमतों में बढ़ोत्तरी की है।
Karnataka Budget 2018: कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने गुरुवार को अपना पहला बजट पेश किया है और बजट में की गई एक घोषणा ने सबको हैरान कर दिया है। मुख्यमंत्री ने बजट में पेट्रोल और डीजल पर टैक्स को 2 प्रतिशत बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है, उनके इस प्रस्ताव के बाद राज्य में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जोरदार बढ़ोतरी होने वाली है
Petrol-Diesel: लगभग 5 हफ्ते तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती या स्थिरता के बाद तेल कंपनियों ने गुरुवार को फिर से दाम बढ़ा दिए हैं। 29 मई के बाद तेल कंपनियां या तो लगातार दाम घटा रही थीं या फिर भाव स्थिर बने हुए थे लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में फिर से आई तेजी और घरेलू स्तर पर डॉलर के मुकाबले रुपए में आए दबाव की वजह से गुरुवरा को तेल कंपनियों ने फिर से दाम बढ़ाने का फैसला किया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से हुई बढ़ोतरी की वजह से घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल के और महंगा होने का खतरा बढ़ गया है, विदेशी बाजार में कच्चे तेल का भाव करीब 43 महीने के ऊपरी स्तर पर पहुंच गया है, ऊपर से घरेलू करेंसी रुपए पर भी दबाव लगातार बढ़ता जा रहा है
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