दुनिया में बढ़ती अनिश्चितताओं के बीच ओपक देशों ने एक बड़ा फैसला लिया है और तेल की कीमतों में बदलाव करने को लेकर एक नई गाइडलाइन जारी की है, इसका इसर भारत पर भी देखने को मिलेगा। उनका उद्देश्य रूस को टार्गेट करना है।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज में रिसर्च के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने इंडिया टीवी को बताया कि भारतीय बास्केट में ब्रेंट क्रूड का भाव 30 डॉलर प्रति बैरल सस्ता हो गया है।
दिल्ली में आप सीएनजी को सस्ता कह सकते हैं लेकिन अन्य शहरों में यह स्थिति नहीं है। सीएनजी कारें आम पेट्रोल कारों के मुकाबले करीब एक लाख रुपये महंगी पड़ती हैं।
एक देश और एक टैक्स के सपने को पूरा करने के लिए जीएसटी लागू किया गया था। इसके बावजूद पेट्रोल और डीजल पर प्रत्येक राज्य अपने-अपने तरीके से टैक्स वसूलते हैं।
भारत पेट्रोलियम से पेट्रोल भरवाने पर आप डिस्काउंट का लाभ ले सकते हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले UFill सर्विस का इस्तेमाल करना होगा। इसके साथ ही अब गिफ्ट वाउचर भी पा सकते हैं।
सरकार ने कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के बीच इस साल जुलाई से पेट्रोल डीजल और एटीएफ के निर्यात पर विंडफॉल टैक्स लगाया था। भारत अमेरिका, यूरोप सहित कई देशों को पेट्रोल और डीजल का निर्यात भी करता है।
Petrol Diesel New Rate: हर महीने के शुरुआत में पेट्रोल-डीजल से लेकर गैस और ATF के रेट में बदलाव किया जाता है। आज सुबह कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में 115 रुपये की गिरावट आई है। अब पेट्रोल-डीजल को लेकर खबर आ रही है।
सदस्य देशों ने वर्ष 2035 तक नयी पेट्रोल और डीजल से चलने वाली कारों एवं वैन की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक समझौता किया है।
देशभर में पेट्रोल-डीजल के रेट में आज कोई बदलाव नहीं हुआ है। आखिरी बार पेट्रोल-डीजल के रेट में 22 मई 2022 को बदलाव देखा गया था।
बिना इथेनॉल ब्लेंडिंग वाले पेट्रोल डीजल की बिक्री को हतोत्साहित करने के लिए सरकार ने 2 रुपये की एक्साइज ड्रयूटी लगाने का फैसला टाल दिया है। यह बढ़ोत्तरी 1 अक्टूबर से होने वाली थी। लेकिन अब पेट्रोल पर 1 महीना और डीजल पर 6 महीने की राहत दी गई है।
Delhi Petrol Diesel Rule: Delhi में अपनी कार ड्राइव करने वाले ग्राहकों को अब हमेशा अपने पास प्रदूषण सर्टिफिकेट (Pollution Certificate) रखना होगा। क्योंकि सरकार के नए नियम के मुताबिक, बिना PUC के कोई भी पेट्रोल-डीजल नहीं खरीद पाएगा।
Crude Oil: भारत द्वारा आयातित कच्चे तेल का भाव आठ सितंबर को 88 डॉलर प्रति बैरल बैठ रहा था। अप्रैल में यह औसत 102.97 अरब डॉलर प्रति बैरल था।
Petrol Diesel Price: अंतर्राष्ट्रीय बाजार में महंगाई में कमी और ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण पिछले कुछ हफ्तों में बेंचमार्क सरकारी बॉन्ड पर 18 बेसिस प्वाइंट्स से अधिक की गिरावट आई है। जल्द ही पेट्रोल डीजल की कीमतों में भी कमी देखने को मिलेगी।
Good News: देश में 5 रुपये सस्ता हो सकता है Petrol-Diesel, कच्चा तेल लुढ़कर 88 डॉलर प्रति बैरल पर आया Good News Petrol Diesel may be cheaper by Rs 5 in the country crude oil fell to 88 dollar per barrel
देश में पेट्रोल (Petrol) की बिक्री अगस्त में बढ़ी है, लेकिन डीजल (Diesel) की मांग में गिरावट जारी है। इसका कारण देश के कई भागों में बारिश से कुछ क्षेत्रों में मांग का प्रभावित होना है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम में गिरावट आने से भारतीय ईंधन वितरक कंपनियां पेट्रोल और रसोई गैस में अपनी लागत की भरपाई करने की स्थिति में पहुंच गई हैं लेकिन डीजल की बिक्री पर उन्हें अब भी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
Petrol-Diesel Export: सरकार ने एक जुलाई को पेट्रोल और एटीएफ पर छह रुपये प्रति लीटर तथा डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर का निर्यात शुल्क लगाया था।
सरकार ने एक और अहम फैसला लेते हुए घरेलू स्तर पर उत्पादित Crude Oil पर Tax को 17,000 रुपये प्रति टन से घटाकर 13,000 रुपये प्रति टन कर दिया गया है।
देश में बढ़ते प्रदुषण (Pollution) के चलते स्थिति भयावह होती जा रही है। केंद्र से लेकर राज्य की सरकारें कई तरह की नीतियां बना रही हैं ताकि प्रदुषण पर काबू पाया जा सके। गाड़ियों से निकलने वाला धुआं भी इसका एक बड़ा कारण हैं।
Petrol Diesel Price: पहली तिमाही में पेट्रोल और डीजल की कीमतों को स्थिर रखने की वजह से कुल 18,480 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है।
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