तेल आज भी फरवरी की कीमत पर मिल रहा है। 27 फरवरी को हुए बदलाव के बाद मार्च के महीने अब तक राहत का सिलसिला जारी है।
कच्चा तेल फिलहाल 65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे आ गया है। 3 मार्च को कीमत 70 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई थी, यानि कीमतों में इस दौरान 7 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज हो चुकी है।
27 फरवरी को हुए बदलाव के बाद मार्च के महीने अब तक राहत का सिलसिला जारी है।
फरवरी में महंगे पेट्रोल और डीजल से परेशान आम लोगों को अभी तक मार्च में राहत मिली है। मार्च शुरू हुए तीन हफ्ते होने को हैं और अभी तक कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
दिल्ली में पेट्रोल का दाम 91.17 रुपये जबकि डीजल का दाम 81.47 रुपये प्रति लीटर है।
एथेनॉल मिश्रण पर प्रधान ने कहा कि यह योजना अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में पेश की गई थी लेकिन बाद में इसे किनारे कर दिया गया।
27 फरवरी के बाद से कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि इस दौरान कच्चा तेल 8 प्रतिशत महंगा होकर 69 के स्तर के करीब है। फरवरी के दौरान कुल 14 दिन पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़त देखने को मिली हालांकि इस दौरान कीमतों में कटौती नहीं की गई।
5 राज्यों में चुनावों के बीच मंगलवार 16 मार्च को भी देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई भी बदलाव नहीं हुआ है।
एक साल पहले पेट्रोल पर 19.98 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी थी, जो अब बढ़कर 32.90 रुपये हो गई है। इसी प्रकार डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 15.83 रुपये से बढ़कर 31.80 रुपये प्रति लीटर है।
वर्तमान में पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत 111.90 रुपये लीटर, हाई स्पीड डीजल 116.07 रुपये लीटर, लाइट डीजल ऑयल 79.23 रुपये लीटर और केरोसिन तेल 80.19 रुपये लीटर बिक रहा है।
27 फरवरी के बाद से कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। हालांकि इस दौरान कच्चा तेल 8 प्रतिशत से ज्यादा महंगा हुआ है। इससे पहले बीते महीने में कुल 14 दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े थे।
पेट्रोल डीजल की कीमत में वृद्घि ने महंगाई में आग लगाने का काम कर दिया है। देश में रबी सीजन की प्रमुख फसल गेहूं, चना और सरसों का रिकॉर्ड उत्पादन होने का अनुमान है और जल्द ही तमाम रबी फसलों की आवक जोर पकड़ने वाली है।
पेट्रोल डीजल की कीमतों को लेकर आज फिर ग्राहकों के लिए राहत की खबर है। सरकारी तेल कंपनियों की ओर से आज एकबार फिर कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
महामारी के बाद अर्थव्यवस्थाओं में रिकवरी से कच्चे तेल की मांग बढ़ने और तेल उत्पादक देशों के द्वारा उत्पादन में कटौती से कीमतों में तेजी देखने को मिली है। जिसका असर घरेलू कीमतों पर देखने को मिल रहा है।
देश में 5 राज्यों में चुनावों के बीच आज भी आम लोगों को पेट्रोल और डीजल के मामले में राहत मिली है। शनिवार को भी लगातार 14वें दिन ईंधन की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
चुनाव के सीजन में आम ग्राहकों को आज भी राहत मिली है। सरकारी तेल कंपनियों की ओर से आज 13वें दिन भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में फिर कच्चे तेल में तेजी लौटी। कच्चे तेल के दाम में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन मजबूत बढ़त के साथ कारोबार चल रहा था और बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव 69 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर बना हुआ था।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर आज भी अच्छी खबर का सिलसिला जारी रहा है। लगातार 12वें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई भी बदलाव नहीं हुआ है।
पेट्रोल और डीजल की कीमत को लेकर लगातार 11वें दिन आम लोगों को राहत मिली। 27 फरवरी के बाद से अभी तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है।
प्रधान ने कहा कि घरेलू सब्सिडीयुक्त एलपीजी की कीमत पिछले कुछ महीनों के दौरान बढ़ी है। दिसंबर 2020 में इसकी कीमत 594 रुपये प्रति सिलेंडर थी और अब इसकी कीमत 819 रुपये है।
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