2040 तक भारत की ईंधन मांग बढ़कर 40-45 करोड़ टन प्रति वर्ष हो जाएगी, जो वर्तमान में 25 करोड़ टन है।
अगले 2-3 सालों में 75000 पेट्रोल पंपों में से 50,000 पर ईवी चार्जर स्थापित किए जाएंगे। राजमार्गों और शहरों में चार्जिंग सुविधाएं स्थापित करने के लिए विभिन्न मंत्रालय और सरकारी विभाग मिलकर काम कर रहे हैं।
अधिकारी ने कहा कि स्थानीय निगरानी को प्रोत्साहित करने के लिए सूचना देने वालों के लिए एक पुरस्कार योजना को भी चलाया जा रहा है।
बीते हफ्ते कच्चे तेल में पिछले 9 महीने की सबसे लंबी अवधि की गिरावट देखने को मिली है। ब्रेंट क्रूड फिलहाल 66 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया है
हफ्ते के दौरान कच्चे तेल की कीमतें करीब 7 प्रतिशत घटी हैं। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से ही तेल कीमतों में कटौती का रास्ता साफ हुआ।
दिल्ली के बाजार में शनिवार को पेट्रोल जहां 101.84 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर रहा, वहीं डीजल भी 89.27 रुपये प्रति लीटर पर है।
दिल्ली में शुक्रवार सुबह तय कीमतों के मुताबिक पेट्रोल जहां 101.84 रुपये प्रति लीटर पर टिका रहा, वहीं डीजल 20 पैसे टूट कर 89.27 रुपये प्रति लीटर पर आ गया।
पेट्रोल के दाम में 5.40 रुपए की बढोत्तरी की गई है। राजनीतिक संचार पर प्रधानमंत्री के विशेष सहायक शाहबाज गिल ने गुरुवार को कहा कि संघीय सरकार ने पेट्रोल की कीमत में 5.40 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि को मंजूरी दी है।
ब्रेंट की कीमत फिलहाल करीब 3 महीने के निचले स्तरों पर पहुंच गयी हैं। ये लगातार छठा दिन रहा है, जब कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। इस दौरान ब्रेंट करीब 6 प्रतिशत टूट गया है।
कीमतों की बात करें तो आज दिल्ली में पेट्रोल का दाम 101.84 रुपये जबकि डीजल का दाम 89.47 रुपये प्रति लीटर के भाव पर मिल रहा है।
सीतारमण ने कहा कि पिछले सात सालों के दौरान तेल बॉन्ड पर कुल मिलाकर 70,195.72 करोड़ रुपये के ब्याज का भुगतान किया गया है।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक, दिल्ली में बुधवार को पेट्रोल 101.84 रुपये प्रति लीटर व डीजल भी 89.67 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।
1-15 अगस्त के दौरान बिक्री 18.5 प्रतिशत बढ़कर 2.11 मिलियन टन हो गई है। इंडियन ऑयल के मुताबिक डीजल की मांग में तेजी से बढ़त जारी है और दिवाली तक ये कोविड से पहले के खपत के स्तर से ऊपर पहुंच जाएगी।
दिल्ली में मंगलवार को इंडियन ऑयल (IOC) के पंप पर पेट्रोल 101.84 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.87 रुपये प्रति लीटर के दाम पर मिल रहा है।
पिछले महीने, डीजल की खपत कोविड से पहले के स्तरों की तुलना में 11 प्रतिशत कम रही। मार्च के बाद यह लगातार तीसरा महीना है जिसमें खपत में वृद्धि देखी गई है।
सीतारमण ने कहा कि सरकार ने इन तेल बांडों पर पिछले 5 वर्षों में 60,000 करोड़ रुपये से अधिक ब्याज का भुगतान किया है और अभी भी 1.30 लाख करोड़ रुपये बकाया है।
लगातार तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, ओडिशा, केरल, बिहार और पंजाब सहित 15 राज्यों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर चले गए हैं।
लगातार तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, ओडिशा, केरल, बिहार और पंजाब सहित 15 राज्यों में पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर से ऊपर चले गए हैं।
मई में विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद से चार मई से 42 बार कीमतों में बदलाव हुआ है। इस बीच पेट्रोल 11.52 रुपये प्रति लीटर और डीजल 9.08 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है।
मई 2014 में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 10.39 रुपये प्रति लीटर थी, जो अब बढ1कर 32.90 रुपये प्रति लीटर है। इसी प्रकार मई 2014 में डीजल पर एक्साइज ड्यूटी 3.57 रुपये लीटर थी, जो वर्तमान में 31.80 रुपये प्रति लीटर है।
लेटेस्ट न्यूज़