बीपीसीएल एसबीआई कार्ड रूपे क्रेडिट कार्ड को यह सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन किया गया है कि उपभोक्ता न केवल अपने ईंधन खर्च पर अधिक बचत कर सकें बल्कि अन्य खरीदारी श्रेणियों से भी लाभ उठा सकें।
अब जल्द ही देश में लॉन्च होने वाली नई कारें एक से अधिक ईंधन विकल्पों के साथ आ सकती हैं।
जानकारी हो कि इससे पहले 05 सितंबर 2021 को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 15-15 पैसे की कमी हुई थी।
केंद्र पेट्रोल पर 32 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी के रूप में लेता है। हमने जब कच्चा तेल 19 डॉलर प्रति बैरल था तब भी 32 रुपये प्रति लीटर कर लिया, और अब जब कच्चा तेल 75 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है तब भी उसी दर से कर ले रहे हैं।
IOCL की ओर से हर रोज सुबह 6 बजे पेट्रोल डीजल की कीमतें जारी कर दी जाती है। सितंबर के महीने में दो बार कीमतों में कटौती दर्ज हुई है।
आपको बता दें कि IOCL की ओर से हर रोज सुबह 6 बजे पेट्रोल डीजल की कीमतें जारी कर दी जाती है। सितंबर के महीने में दो बार कीमतों में कटौती दर्ज हुई है।
दो हफ्ते से ज्यादा वक्त से पेट्रोल और डीजल की कीमतों कोई बदलाव नहीं किया गया। सितंबर के दौरान दो बार में ईंधन कीमतें 30 पैसे कम हुई हैं
आपको बता दें कि IOCL की ओर से हर रोज सुबह 6 बजे पेट्रोल डीजल की कीमतें जारी कर दी जाती है। सितंबर के महीने में दो बार कीमतों में कटौती दर्ज हुई है।
ये लगातार 14वां दिन है जब पेट्रोल और डीजल की कीमतों कोई बदलाव नहीं किया गया। सितंबर के दौरान दो बार में ईंधन कीमतें 30 पैसे कम हुई हैं
भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि.(बीपीसीएल) ने पेट्रोलियम विपणन कंपनियों की ओर से 27 अगस्त को पहला ईओआई प्रकाशित किया था। इसे 17 सितंबर को खोला गया। अभी इन बोलियां का आकलन किया जा रहा है।
बता दें कि 17 जुलाई के बाद से तेल के दाम में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है, वहीं कीमतों में कटौती जरूर हुई है।
सीतारमण ने जीएसटी परिषद की बैठक में किये गये फैसलों की जानकारी देते हुए कहा, ‘‘जीएसटी परिषद का मानना है कि यह समय पेट्रोलियम पदार्थों को माल एवं सेवा कर के दायरे में लाने का नहीं है।’’
वित्त मंत्री ने बैठक के बाद कहा कि ज़ोल्गेन्स्मा और विल्टेप्सो यह दोनों दवाएं बेहद जरूरी दवाएं है जिनकी कीमत करीब 16 करोड़ रुपए है। इसलिए परिषद ने इन 2 के लिए जीएसटी से छूट देने का फैसला किया है।
सूत्रों ने कहा कि अगर अंतरराष्ट्रीय कीमतें इस स्तर पर बनी रहती हैं, तो तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में वृद्धि करनी होगी। पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में पिछली बार क्रमश: 17 जुलाई और 15 जुलाई को वृद्धि की गई थी।
अगर काउंसिल में इस बारे में सहमति बनती है तो इससे देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी कमी देखने को मिल सकती है।
17 जुलाई के बाद से तेल के दाम में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है, वहीं कीमतों में कटौती जरूर हुई है। दूसरी ओर बीते 12 दिनों से तेल के भाव स्थिर हैं।
आपको बता दें कि IOCL की ओर से हर रोज सुबह 6 बजे पेट्रोल डीजल की कीमतें जारी कर दी जाती है। सितंबर के महीने में दो बार कीमतों में कटौती दर्ज हुई है।
आपको बता दें कि IOCL की ओर से हर रोज सुबह 6 बजे पेट्रोल डीजल की कीमतें जारी कर दी जाती है।
ई्रंधन पर एक समान कर लगाने से पेट्रोल-डीजल की कीमतों को नरम बनाने में मदद मिलेगी, जिनकी कीमत हाल ही में केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा उच्च कर लगाने की वजह से अपने सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई हैं।
आपको बता दें कि IOCL की ओर से हर रोज सुबह 6 बजे पेट्रोल डीजल की कीमतें जारी कर दी जाती है। सितंबर के महीने में दो बार कीमतों में कटौती दर्ज हुई है।
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