सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जब से रोजाना बदलाव करना शुरू किया है तब से लेकर अबतक इनकी कीमतों में जो बढ़ोतरी हुई है वह किसी भी एक साल में हुई अबतक की सबसे ज्यादा बढ़ोतरी है
घरेलू स्तर पर पेट्रोल और डीजल के और महंगा होने की आशंका भी बढ़ गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 75 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया है, गुरुवार को ब्रेंट क्रूड के भाव ने 74.24 डॉलर प्रति बैरल का ऊपरी स्तर छुआ है जो 41 महीने में सबसे ज्यादा भाव है
पेट्रोल-डीजल: सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि दिल्ली से सटे NCR के दूसरे शहरों में भी डीजल की कीमतों ने नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ है
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कहा कि सरकार ने कर्नाटक चुनाव के मद्देनजर सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि रोकने का कोई निर्देश नहीं दिया है।
महंगे क्रूड और कमजोर रुपए की वजह से तेल कंपनियों की लागत बढ़ गई है और इस लागत को ग्राहकों से वसूलने के लिए तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और बढ़ोतरी कर सकती हैं
डीजल का भाव पहले ही देश में रिकॉर्ड ऊंचाई पर है और पेट्रोल की कीमतें करीब 4 साल के ऊपरी स्तर पर हैं, ऐसे में अगर भाव और बढ़ा तो उपभोक्ताओं पर खराब असर पड़ेगा
PPAC के आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल के दिन पाकिस्तान के मुकाबले भारत में पेट्रोल का भाव करीब 57 प्रतिशत अधिक, श्रीलंका के मुकाबले 51 प्रतिशत ज्यादा और नेपाल के मुकाबले 14 प्रतिशत अधिक दर्ज किया गया
इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक CNG की कीमतों में 90 पैसे प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है। देर रात से यह बढ़ोतरी लागू हो चुकी है
पेट्रोल-डीजल: देश में कभी भी डीजल इतने ज्यादा भाव पर नहीं बिका था जो भाव आज रविार के दिन देखने को मिला है, पेट्रोल की कीमतों में भी आग लगी हुई है
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम ऊपरी स्तर पर बना हुआ है, इसके अलावा घरेलू स्तर पर रुपया भी डॉलर के मुकाबले रिकवर नहीं हो पाया है। इन दोनो वजहों से घरेलू ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की पेट्रोल और डीजल पर लागत बढ़ी है
Petrol Price: कच्चे तेल के दाम बढ़ते देख ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाना शुरू कर दिए हैं, देश के 4 महानगरों में पेट्रोल का दाम आज करीब डेढ़ महीने के ऊपरी स्तर पर है
कच्चे तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी और घरेलू स्तर पर भारतीय करेंसी रुपए में आई गिरावट की वजह से ऑयल कंपनियों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा है
होली से ठीक एक दिन पहले पेट्रोल-डीजल की बढ़ी हुई कीमतों ने रंग में भंग का काम किया है। चार दिनों से पेट्रोल-डीजल के दाम लगभग स्थिर थे, लेकिन एक मार्च को पेट्रोल और डीजल दोनों के दाम में वृद्धि हुई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत घटी है और उन्होंने इसका फायदा ग्राहकों तक पहुंचाना शुरू किया है
क्रूड ऑयल की कीमतों में कमी आने के चलते पिछले दस दिनों से पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार कम हो रहे हैं। पिछले महीने क्रूड ऑयल का भाव 71 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था।
ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के भाव तो घटाए हैं लेकिन कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट के बाद जिस कटौती की उम्मीद थी उसके मुकाबले भाव बहुत कम घटा है
पेट्रोलियम प्लानिंग एवं एनालिसिस सेल के मुताबिक 2 फरवरी के दिन भारत में सब्सिडी वाले 14.2 किलो के रसोई गैस सिलेंडर का दाम 495.63 रुपए दर्ज किया गया जबकि इस दिन पाकिस्तान में इसका दाम 1025.43 रुपए है
Petrol and Diesel Price: अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल सस्ता होने की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की लागत घटी है और वह घटी हुई लागत का लाभ ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती कर सकती हैं
Petrol prices rises after budget: आज दिल्ली में पेट्रोल का दाम 73.10 रुपए, कोलकाता में 75.79 रुपए, मुंबई में 80.96 रुपए और चेन्नई में 75.82 रुपए प्रति लीटर दर्ज किया गया है।
महंगा डीजल सिर्फ हैदराबाद में ही नहीं है बल्कि केरल की राजधानी त्रिवेंद्रम में भी इसका भाव 69 रुपए के करीब पहुंच गया है, गुरुवार को त्रिवेंद्रम में डीजल का दाम 68.96 रुपए प्रति लीटर हो गया है।
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