मिली जानकारी के मुताबिक, पेट्रोल और डीजल की कीमत में कमी से पड़ने वाले बोझ को सरकार और तेल कंपनिया दोनों मिलकर वहन करेंगी। आपको बता दें कि पिछले साल 22 मई से पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नही किया गया है।
पिछले साल छह अप्रैल से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। चुनावी साल में हर कोई ईंधन की कीमत में राहत की उम्मीद लगाए हुए है। अब ये जानकारी आई है।
शुक्रवार (14 जून) को देश भर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। पिछले तीन दिनों से पेट्रोल और डीजल की कीमत स्थिर बनी हुई थी।
राजस्थान और आंध्र प्रदेश के बाद अब पश्चिम बंगाल सरकार ने भी अपने नागरिकों को महंगे पेट्रोल-डीजल की आग से बचाने के लिए मंगलवार को इसकी कीमतों में कटौती करने का निर्णय लिया है।
मीडिया खबरों के मुताबिक यदि नीति आयोग की कोशिश सफल हो जाती है तो आपको महीने भर के ईंधन खर्च पर 10 फीसदी की बचत हो सकती है।
दुपहिया और कार से चलने वालों के लिए यह खबर किसी खुशखबरी से कम नहीं है। 29 मई के बाद से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती का सिलसिला आज भी जारी रहा।
मंगलवार को दिल्ली में पेट्रोल का दाम घटकर 69.09 रुपए प्रति लीटर दर्ज किया गया जो 30 अक्टूबर के बाद सबसे कम भाव है।
अधिकारी ने बताया कि मौजूदा समय में पेट्रोल और डीजल के दाम में 4-5 रुपए की कटौती जरूरी है, पेट्रोल के लिए 65 रुपए प्रति लीटर का भाव लगभग जायज भाव लगता है
1 जुलाई से दक्षिण भारत में सबसे सस्ता पेट्रोल कर्नाटक में मिल रहा है। कर्नाटक में पेट्रोल-डीजल सस्ता होने की वजह एंट्री टैक्स का समाप्त होना है।
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