केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि सरकार पेट्रोल, डीजल के दाम को काबू में रखने को लेकर जो रुख अपना रही है वह उचित है, क्योंकि इन ईंधनों पर उत्पाद शुल्क में कटौती से राजकोषीय घाटा बढ़ेगा और समस्या कम होने की बजाये और जटिल हो जाएगी।
कच्चे तेल की कीमत में एक डॉलर प्रति बैरल की वृद्धि से सभी प्रमुख 19 राज्यों को औसतन 1,513 करोड़ रुपए का राजस्व लाभ होता है।
राजस्थान और आंध्र प्रदेश के बाद अब पश्चिम बंगाल सरकार ने भी अपने नागरिकों को महंगे पेट्रोल-डीजल की आग से बचाने के लिए मंगलवार को इसकी कीमतों में कटौती करने का निर्णय लिया है।
सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर फिलहाल उत्पाद शुल्क कटौती से इनकार किया है। एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को यह बात कही।
इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल का दाम 88 रुपए प्रति लीटर के भी पार चला गया है
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी का दौर जारी है। रविवार को दिल्ली में प्रति लीटर पेट्रोल की कीमत 80.50 रुपए और डीजल 72.61 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को कहा कि देश में ईंधन कीमतों में बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय कारकों से हो रही है और अब यह जरूरी हो गया है कि पेट्रोल तथा डीजल को माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत लाया जाए।
शुरुआती कारोबार में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 142.32 प्वाइंट घटकर 38100.49 पर ट्रेड होता देखा गया है
वित्त मंत्री ने कांग्रेस शासनकाल के दौरान पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों की सुषमा स्वराज और उनके खुद के द्वारा की गयी आलोचना का बचाव करते हुए कहा कि उस समय मुद्रास्फीति दहाई अंकों में थी
सरकार ने पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम से उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए उत्पाद शुल्क में कटौती की संभावनाओं को खारिज कर दिया है।
कांग्रेस ने आज भाजपा सरकार पर भारतीय नागरिकों के बजाये दूसरे देशों को पेट्रोल और डीजल सस्ते दामों पर बेचने का आरोप लगाया।
अमेरिका में कच्चे तेल का उत्पादन कम होने से पिछले हफ्ते उसके भंडार में कमी आई है, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में जोरदार तेजी देखी जा रही है।
मीडिया खबरों के मुताबिक यदि नीति आयोग की कोशिश सफल हो जाती है तो आपको महीने भर के ईंधन खर्च पर 10 फीसदी की बचत हो सकती है।
क्रूड ऑयल की कीमतों को नरेंद्र मोदी का बेस्ट फ्रेंड कहा जाता है, क्योंकि इसने लगभग ढाई साल तक भारत के चालू खाता घाटा, राजकोषीय घाटा और महंगाई को नियंत्रण में बनाए रखने में सरकार की काफी मदद की थी।
पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत में लगातार दूसरे दिन बड़ी गिरावट आई है। शनिवार को पेट्रोल और डीजल दोनों के दाम 15-15 पैसे प्रति लीटर कम हुए हैं। शुक्रवार को पेट्रोल की कीमत में 16 पैसे प्रति लीटर की कमी आई थी।
देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बड़ी कमी आने की संभावना है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में पिछले नौ दिनों के दौरान 7 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट आ चुकी है।
ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर ओपेक देशों का अपमान करने और ट्वीट के जरिये तेल बाजार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है।
केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने मंगलवार को कहा कि आगामी दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में और ज्यादा कमी आएगी। प्रधान ने कहा कि मोदी सरकार उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने की इच्छुक है।
शुक्रवार को ओपेके देशों द्वारा जुलाई से प्रतिदिन 10 लाख बैरल तेल उत्पादन बढ़ाने की घोषणा के बाद शनिवार को भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम में और कटौती हुई है। 29 मई को अपना अब तक का उच्च स्तर छूने के बाद ईंधन के दाम में बढ़ोतरी नहीं हुई है।
महंगे पेट्रोल-डीजल की मार झेल रहे भारत के लोगों के लिए एक बड़ी खबर ओपेके से आई है। वियना में शुक्रवार को आयोजित 14 ओपेक देशों की बैठक में कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने पर सहमति बन गई है।
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