उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ तथा नगालैंड में भी कुछ जगहों पर पेट्रोल के दाम 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल गए हैं। वाहन ईंधन कीमतों में शनिवार को फिर बढ़ोतरी हुई।
पेट्रोल डीजल के लेकर 9 महीनों के बाद बड़ी खबर आई है। तेल की कीमत में लोगों का बजट बिगाड़ रहा है। लेकिन अब इसपर एक और बड़ा अपडेट जारी हुआ है।
डीजल की बिक्री मई से 12 प्रतिशत बढ़कर 62 लाख टन हो गयी लेकिन यह जून, 2020 से 1.5 प्रतिशत और जून 2019 से 18.8 प्रतिशत कम है।
Petrol Price Today: देश की राजधानी नई दिल्ली में पेट्रोल के दाम आज भी 100 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा हैं। नई दिल्ली में आज पेट्रोल के रेट 100.91 रुपये प्रति लीटर है।
नये पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि उनका जोर भारत को गैस आधारित अर्थव्यवस्था बनाने पर होगा और कुल खपत में गैस की हिस्सेदारी मौजूदा 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत करने की जरूरत है।
पेट्रोल डीजल की कीमत कम कैसे होगी इसे लेकर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बड़ी जानकारी दी है। उन्होनें तेल के साथ महंगाई को कैसे रोका जाए इसपर भी केंद्र सरकार को सलाह दी है।
बीते करीब 6 हफ्तों में ही पेट्रोल 10.24 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है। वहीं डीजल 8.83 रुपये प्रति लीटर महंगा हो चुका है।
पेट्रोल 19.78 रुपए और डीजल 9 रुपए महंगा हो गया है। पेट्रोल डीजल के दाम में आग लगी हुई है। तेल के दाम ने आम आदमी का पूरा बजट बिगाड़ दिया है। आम आदमी अब अपनी कार, मोटरसाइकिल को चलाने से बचने लगा है।
पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के बीच बुधवार 7 जुलाई को दिल्ली भी 100 के क्लब में शामिल हो गया है।
पेट्रोल और डीजल की महंगाई से परेशान लोगों के लिए मंगलवार का दिन खुशी लेकर आया है। आज फिर तेल कंपनियों ने पेट्रोल डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की है।
पेट्रोल अब डीजल के मुकाबले ज्यादा महंगा हो रहा है। आज फिर तेल कंपनियों ने आज डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की है।
एफएफवी यानि फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल सामान्य वाहनों का एक संशोधित संस्करण है जो इथेनॉल मिश्रणों के विभिन्न स्तरों के साथ गैसोलीन और डोप्ड पेट्रोल दोनों पर चल सकता है।
कुल 34 बार वृद्धि में पेट्रोल 9.11 रुपये लीटर जबकि 33 बार की वृद्धि में डीजल 8.63 रुपये लीटर महंगा हुआ है।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में ईंधन खुदरा विक्रेता पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी उछाल के विरोध में सात जुलाई को 30 मिनट के लिए पेट्रोल पंप बंद रखेंगे। व्यापार निकाय ने शनिवार को यह जानकारी दी।
माल ढुलाई शुल्क और मूल्य वर्धित कर (वैट) जैसे स्थानीय करों की दर अलग अलग होने के कारण विभिन्न राज्यों में ईंधन की कीमत अलग-अलग होती है।
केंद्र गरीबों को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराने के अलावा टीकों और स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे पर पैसा खर्च कर रहा है। ऐसे में राज्य सरकारें कर घटाकर जनता को राहत दे सकती हैं।
वित्त वर्ष 2020-21 में पेट्रोलियम उत्पादों पर सीमा शुल्क और उत्पाद शुल्क के रूप में केंद्र सरकार का अप्रत्यक्ष कर राजस्व लगभग 56.5 प्रतिशत बढ़ा है।
पेट्रोल डीजल की महंगाई ने लोगों की नाक में दम कर रखा है। लेकिन आज तय की गई कीमतों को देखकर डीजल वाहनों के मालिक जरूर खुश हो रहे होंगे
पेट्रोल डीजल को लेकर बड़ी खबर है। तेल के दाम ने आम आदमी की हालत खराब कर रखी है। ऐसे में पेट्रोल डीजल को लेकर नई खबर सामने आई है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों की महंगा से परेशान लोगों को लगातार दूसरे दिन राहत मिली है।
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