Petrol Diesel Price in Jaipur: राजस्थान सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करने का फैसला लिया गया है। इससे राज्य सरकार पर 1500 करोड़ का बोझ बढ़ेगा।
Petrol Diesel: पेट्रोल-डीजल की कीमत कम होने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। क्योंकि कच्चे तेल की कीमत में इजाफा होने से डीजल पर फिर से कंपनियों को घाटा हो रहा है।
Petrol Diesel Price: केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी को लेकर कोई प्रस्ताव हमारे सामने नहीं है। साथ ही उन रिपोर्ट्स को भी खारिज कर दिया, जिनमें पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती की बात की जा रही थी।
मिली जानकारी के मुताबिक, पेट्रोल और डीजल की कीमत में कमी से पड़ने वाले बोझ को सरकार और तेल कंपनिया दोनों मिलकर वहन करेंगी। आपको बता दें कि पिछले साल 22 मई से पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नही किया गया है।
Petrol Diesel Price: तेल कंपनियों को बंपर मुनाफे के बाद सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम घटाने पर विचार कर रही है।
मजबूत आर्थिक वृद्धि और मजबूत औद्योगिक उत्पादन को देखते हुए एशिया में 2024 में पेट्रो रसायन मांग सबसे अधिक भारत में होने का अनुमान है। भारत में रासायनिक जिंस उत्पादों का बाजार 2023 में करीब सात प्रतिशत और 2024 में आठ प्रतिशत की दर से बढ़ने की संभावना है।
पिछले साल छह अप्रैल से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। चुनावी साल में हर कोई ईंधन की कीमत में राहत की उम्मीद लगाए हुए है। अब ये जानकारी आई है।
Fuel Credit Card: अगर आप भी महंगे पेट्रोल-डीजल पर सेविंग करना चाहते हैं तो क्रेडिट कार्ड की मदद से कर सकते हैं।
अगर क्रूड ऑयल की वैश्विक बेंचमार्क की दरें 75 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर बढ़ जाती हैं तो घरेलू कच्चे तेल पर यह टैक्स लगाया जाता है। यह फैसला विंडफॉल गेन टैक्स की हर 15 दिनों पर होने वाली समीक्षा में लिया गया।
सरकारी तेल कंपनी बीपीसीएल की ओर से 14,273 नए पेट्रोल पंप खोलने की योजना बनाई गई है। इसके लिए कंपनी ने विज्ञापन भी जारी कर दिया है।
पहले जेपी मॉर्गन ने इसी साल फरवरी में कहा था कि इस साल तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचने की संभावना नहीं है।
विंडफॉल टैक्स (windfall tax) किसी स्पेसिफिक इंडस्ट्री पर लगाया जाने वाला एक हाई टैक्स है। जब कोई इंडस्ट्री उम्मीद से ज्यादा औसत प्रॉफिट कमाती है तो विंडफॉल टैक्स लागू किया जाता है।
पिछले हफ्ते, सरकार ने सभी 33 करोड़ उपभोक्ताओं के लिए घरेलू 14.2 किलोग्राम एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 200 रुपये/सिलेंडर की कटौती की थी।
जानकारों का कहना है कि भारत अपनी जरूरत का करीब 85 फीसदी तेल विदेशों से आयात करता है। कच्चा तेल महंगा होने से भारत का आयात बिल बढ़ेगा जो चालू खाते का घाटा बढ़ेगा।
अगस्त के महीने में पेट्रोल और डीजल दोनों की डिमांड में कमी दर्ज की गई है। पेट्रोल की डिमांड करीब 8 प्रतिशत और डीजल की करीब 6 प्रतिशत मांग घटी है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि हम भारत को विनिर्माण केंद्र बनाना चाहते हैं। इसलिए हम रसायन और पेट्रोरसायन पर पीएलआई योजना लाने पर विचार करेंगे।
Petroleum Companies: 2022-23 की पहली तिमाही में परिचालन नुकसान उठाने के बाद चौथी तिमाही तक इन कंपनियों ने ऊंचा परिचालन लाभ कमाया है।
Petrol and Diesel: काफी दिनों से पेट्रोल डीजल के दाम में कोई गिरावट नहीं देखने को मिली है, लेकिन मांग में आई ये कमी वास्तव में हैरान करने वाली है।
Petrol Price: पेट्रोल की कीमतें काफी दिनों से बदली नहीं है। सरकार अब कीमत बढ़ाने के बजाय प्राइस घटाने पर काम कर रही है। आइए पूरा मामला समझते हैं।
जेएम फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशनल की रिपोर्ट में बताया गया है कि तेल कंपनियों का वैल्यूएशन ठीक ठाक प्रतीत होता है, लेकिन ईंधन विपणन व्यवसाय में कमाई पर महत्वपूर्ण अनिश्चितता बनी हुई है।
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