Personal Loan लोन लेना इस वर्ष महंगा हो सकता है। इसकी वजह आरबीआई की ओर से रिस्क वेटेज को बढ़ाकर 100 प्रतिशत से 125 प्रतिशत करना है।
'पेपरलेस' का मतलब 'कोई पेपर नहीं' है; बल्कि, यह दर्शाता है कि आवेदक व्यक्तिगत ऋण आवेदन ऑनलाइन कर सकते हैं और पारंपरिक कागज-आधारित प्रक्रिया की जगह, आवश्यक दस्तावेजों की डिजिटल प्रतियां जमा कर सकते हैं।
पर्सनल लोन लेने से पहले आपको सभी बैंकों की ब्याज दर की तुलना करनी चाहिए, जिससे कि आपके अपने लोन पर कम से कम ईएमआई का भुगतान करना पड़े।
लोन लेने से पहले खुद से यह सवाल जरूर करें कि क्या यह जरूरी है? क्या इसके बिना आपका काम नहीं चल सकता? लोन के बजाय दूसरे विकल्पों से अगर आपकी आर्थिक जरूरत पूरी हो सके, तो उन पर जरूर विचार करें।
अगर आपको तुरंत पैसे की जरूरत है तो पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड सबसे सही विकल्प होगा। क्रेडिट कार्ड छोटी अवधि के लिए बेहतर है। वहीं, पर्सनल लोन लंबी अवधि के लिए बेहतर विकल्प है। किससे लोन लेना है, ये आपकी जरूरत पर निर्भर करता है।
Personal Loan लेते समय हमेशा ईएमआई का बजट तैयार कर लेना चाहिए। इसके साथ कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जो आपकी ईएमआई कम रखने में मदद करते हैं।
SBI Personal Loan: एसबीआई की ओर से पर्सनल लोन पर ऑफर निकाले गए हैं। इसके तहत ब्याज पर छूट के साथ जीरो प्रोसेसिंग फीस जैसे फायदे ग्राहकों को दिए जा रहे हैं।
Personal Loan Interest Rate: अनसिक्योर्ड होने के कारण पर्सनल लोन पर ब्याज दर होम और कार लोन की अपेक्षा अधिक होती है। कम से कम ब्याज पर पर्सनल लोन लेने के लिए क्रेडिट स्कोर 750 से अधिक होना चाहिए।
आरबीआई ने कहा कि नया जोखिम भार बैंकों के लिए पर्सनल लोन और एनबीएफसी के लिए खुदरा लोन पर लागू होगा। होम, एजुकेशन और ऑटो लोन के साथ-साथ सोने और सोने के आभूषणों द्वारा सुरक्षित लोन को बाहर रखा जाएगा।
Personal Loan लेते समय हमेशा लोन की अवधि, उसके प्रकार और वापस करने की शर्तों के बारे में पूरी जानकारी लेनी चाहिए, जिसके बारे में हम आर्टिकल में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
Secured vs Unsecured Loan: लोन लेने को लेकर हमेशा लोगों में कंफ्यूजन बना रहता है। सिक्योर्ड लोन लेना बेहतर है कि अनसिक्योर्ड? इस आर्टिकल में हम इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
Personal Loan आपकी आर्थिक सेहत के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं रहते हैं। इस पर आपके ज्यादा ब्याज का भुगतान करना पड़ता है और एक से ज्यादा पर्सनल लोन होने पर आपकी क्रेडिट रिपोर्ट पर भी इसका नकारात्मक असर होता है।
SBI Loan Offers: त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए एसबीआई की ओर से कई सारे लोन ऑफर पेश किए गए हैं। इनमें प्रोसेसिंग फीस में छूट के साथ सस्ती ब्याज दरों पर लोन दिया जा रहा है।
पर्सनल लोन के लिए आवेदन करते समय ब्यार दर, प्रोसेसिंग फीस, समयसीमा आदि का ख्याल रखें। इसके अलावा बैंक से यह भी पता करें कि अगर आप प्रीमेंट करते हैं तो क्या चार्ज देना होगा। बैंक आपको रिड्यूसिंग और फ्लैट इंटरेस्ट पर ब्याज दे रहा है। अगर रिड्यूसिंग पर दे रहा है तो अच्छी बचत होगी।
एसबीआई (SBI) के मुताबिक, आप कम से कम 24000 और मैक्सिमम 20 लाख रुपये तक का पर्सनल लोन (personal loan) ले सकते हैं।
किसी को भी पैसों की जरूरत कभी भी पड़ सकती है। ऐसे समय में किसी व्यक्ति के पास बैंक से कर्ज लेने का विकल्प सबसे आसान लगता है। बैंक पर्सनल लोन के जरिये तुरंत पैसे देते हैं। अगर आप पर्सनल लोन की योजना बना रहे हैं तो कुछ बातों का जरूर ख्याल रखें।
जब आप पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक सबसे पहले आपका क्रेडिट स्कोर चेक करता है। ज्यादातर बैंक 750 से ज़्यादा क्रेडिट स्कोर वाले लोगों को लोन देना पसंद करते हैं।
बीते 1 साल से रिजर्व बैंक रेपो रेट में लगातार वृद्धि कर रहा है। इससे पर्सनल लोन (Personal Loan) की दरें 18 से 25 प्रतिशत तक पहुंच चुकी हैं।
कई बार आपको इस ईमानदारी का खामियाजा भी भुगतना होता है। कई बैंक या वित्तीय संस्थाएं बैंकिंग प्री पेमेंट के लिए चार्जेंज वसूलती हैं।
प्री-अप्रूव्ड लोन के लिए क्रेडिट हिस्ट्री सही होना चाहिए। डिफॉल्टर या समय पर EMI नहीं देने वाले लोग इसके पात्र नहीं है। जानिए प्री-अप्रूव्ड लोन लेने की प्रक्रिया और इसकी खासियत।
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