पार्ट टाइम जॉब करते हैं तो भी ले सकते हैं पर्सनल लोन। कई बैंक आसानी से लोन मुहैया करा रहे हैं।
Personal Loan: पर्सनल लोन बैंक और व्यक्ति के बीच एग्रीमेंट के आधार पर दिया जाता है। इस कारण आमतौर पर इसे ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है।
Personal Loan एक अनसिक्योर्ड लोन होता है और 720 से लेकर 750 के क्रेडिट स्कोर पर आसानी से पर्सनल लोन मिल जाता है।
अगर आपके पास कुछ चेक के पेज हैं जिनका इस्तेमाल नहीं किया गया है, तो आपको उन्हें भी कलेक्ट करना चाहिए। नो ड्यूज सर्टिफिकेट और बिना इस्तेमाल किए चेक के पन्ने, आमतौर पर, लोन को बंद करने की प्रक्रिया के आखिरी स्टेप का प्रतीक है।
बैंक अक्सर बेरोजगार आवेदकों के लिए सख्त पात्रता मानदंड लागू करते हैं, जिसमें उच्च क्रेडिट स्कोर सीमा और कम ऋण राशि शामिल होती है। नौकरी नहीं होने पर बढ़े हुए जोखिम के कारण, बेरोजगार व्यक्तियों के व्यक्तिगत ऋण आम तौर पर नौकरी वाले की तुलना में अधिक ब्याज पर दी जाती है।
बड़े लोन में डिफ़ॉल्ट का खतरा रहता है। इसके चलते इंश्योरेंस कंपनी बड़े लोन के इंश्योरेंस पर अधिक प्रीमियम वसूलती है।
अधिक ब्याज वाले लोन जल्द चुकाने से आपको अच्छी बचत हो जाएगी। यह आप पर वित्तीय बोझ को कम करेगा। होम लोन पर ब्याज की दर कम होती है। इसएि उसे जल्द चुकाने की कोशिश नहीं करें।
Personal Loan Hidden Charge: पर्सनल लोन में बैंकों और एनबीएफसी कंपनियों की ओर से कई ऐसे चार्जेस वसूले जाते हैं। जो कि ग्राहकों पर अधिक आर्थिक बोझ डालते हैं।
जीवन अनिश्चितताओं से भरा है। हमें किसी भी वक्त अपनी क्षमता से अधिक पैसों की जरूरत पड़ सकती है। इस काम में हमारी मदद करता है पर्सनल लोन। देश की बैंकिंग प्रणाली में पर्सनल लोन सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला टूल है।
जब हम कई लोन को एक साथ चुकाने के बारे में सोच रहे हैं तो यह आवश्यक है कि आपको अपने लोन की पूरी समझ हो। यह भी जानकारी हो कि आप एक साथ इसे कैसे मैनेज करेंगे। कई लोन को एक साथ करने में सभी मौजूदा लोन की ईएमआई के साथ एक चुकाना होता है। यह रीपेमेंट प्रक्रिया को सरल बनाता है और कई लाभ भी प्रदान करता है।
Personal Loan: पर्सनल लोन लेते समय ये काफी अहम फेक्टर होता है कि आपको कितने तक का लोन मिल सकता है। आज हम इस आर्टिकल में इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
मुश्किल समय में जब पैसों की जरूरत होती है तो तब पर्सनल लोन (Personal Loan) आसानी से विकल्प बन जाता है। बदलते दौर में पर्सनल लोन लेने वाले तेजी से बढ़े हैं। हालांकि, कुछ बातों का ख्याल रखकर सस्ता पर्सनल लोन लिया जा सकता है।
Instant Loan लेना जितना आसान होता है चुकाना उतना ही मुश्किल हो जाता है। आज हम इस आर्टिकल में उन बिंदुओं के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं जो कि आपको ऑनलाइन या इंस्टेंट लोन लेते समय ध्यान रखने चाहिए।
पर्सनल लोन में आपको एकमुश्त राशि बैंक की ओर से दी जाती है। इसको चुकाने की एक तय सीमा होती है।वहीं, ओवरड्राफ्ट में, ब्याज राशि की गणना उपयोग की गई राशि और उपयोग किए गए दिनों की संख्या के आधार पर दैनिक आधार पर की जाती है।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) फिलहाल 31 जनवरी 2024 तक पर्सनल लोन के बदले किसी भी तरह की प्रोसेसिंग फीस या कोई दूसरा चार्ज नहीं ले रहा है। कई बैंक आपसे प्रोसेसिंग फीस ले सकते हैं।
Personal Loan में ब्याज दर काफी अहम होती है। सभी बैंकों की ब्याज दर तुलना करने के बाद ही पर्सनल लोन लेना चाहिए।
Personal Loan लोन लेना इस वर्ष महंगा हो सकता है। इसकी वजह आरबीआई की ओर से रिस्क वेटेज को बढ़ाकर 100 प्रतिशत से 125 प्रतिशत करना है।
'पेपरलेस' का मतलब 'कोई पेपर नहीं' है; बल्कि, यह दर्शाता है कि आवेदक व्यक्तिगत ऋण आवेदन ऑनलाइन कर सकते हैं और पारंपरिक कागज-आधारित प्रक्रिया की जगह, आवश्यक दस्तावेजों की डिजिटल प्रतियां जमा कर सकते हैं।
पर्सनल लोन लेने से पहले आपको सभी बैंकों की ब्याज दर की तुलना करनी चाहिए, जिससे कि आपके अपने लोन पर कम से कम ईएमआई का भुगतान करना पड़े।
लोन लेने से पहले खुद से यह सवाल जरूर करें कि क्या यह जरूरी है? क्या इसके बिना आपका काम नहीं चल सकता? लोन के बजाय दूसरे विकल्पों से अगर आपकी आर्थिक जरूरत पूरी हो सके, तो उन पर जरूर विचार करें।
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