इंस्टेंट पर्सनल लोन आसानी से मिल तो जाता है लेकिन बैंक मोटा ब्याज वसूलते हैं। इसलिए अपनी वित्तीय आवश्यकताओं और समय पर लोन चुकाने की क्षमता का आकलन कर ही आवेदन करें।
अगर आप किसी बैंक से लोन लेकर उसे नहीं चुकाते हैं इसका सीधा असर आपके सिबिल या क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है। लोन चुकाना तो दूर, अगर आपने लोन की किश्त भरने में भी देरी की तो आपका सिबिल खराब हो सकता है।
नौकरी नहीं होने पर बढ़े हुए जोखिम के कारण पर्सनल लोन देने से बैंक हिचकते हैं।
घर में नए कमरे बनवाना, बाथरूम की संख्या बढ़ाना या फर्नीचर के काम में मोटा खर्च आता है। इतना ही नहीं, पर्सनल लोन सबसे महंगा लोन होता है। जिसके लिए आपको 13 से 15 प्रतिशत तक का ब्याज चुकाना पड़ता है।
बहुत सारे बैंक बदलते दौर में क्रेडिट स्कोर की जगह लोन लेने वाले की रीपेमेंट कैपेसिटी को देख कर लोन दे रहे हैं। यह तरीका ट्रैडिशनल लेंडिंग से अलग है, जिसमें लोन सेक्शन मुख्य रूप से क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है।
बड़े लोन में डिफ़ॉल्ट का खतरा रहता है। इसके चलते इंश्योरेंस कंपनी बड़े लोन के इंश्योरेंस पर अधिक प्रीमियम वसूलती है।
जीवन अनिश्चितताओं से भरा है। हमें किसी भी वक्त अपनी क्षमता से अधिक पैसों की जरूरत पड़ सकती है। इस काम में हमारी मदद करता है पर्सनल लोन। देश की बैंकिंग प्रणाली में पर्सनल लोन सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला टूल है।
'पेपरलेस' का मतलब 'कोई पेपर नहीं' है; बल्कि, यह दर्शाता है कि आवेदक व्यक्तिगत ऋण आवेदन ऑनलाइन कर सकते हैं और पारंपरिक कागज-आधारित प्रक्रिया की जगह, आवश्यक दस्तावेजों की डिजिटल प्रतियां जमा कर सकते हैं।
पर्सनल लोन के लिए आवेदन करते समय ब्यार दर, प्रोसेसिंग फीस, समयसीमा आदि का ख्याल रखें। इसके अलावा बैंक से यह भी पता करें कि अगर आप प्रीमेंट करते हैं तो क्या चार्ज देना होगा। बैंक आपको रिड्यूसिंग और फ्लैट इंटरेस्ट पर ब्याज दे रहा है। अगर रिड्यूसिंग पर दे रहा है तो अच्छी बचत होगी।
किसी को भी पैसों की जरूरत कभी भी पड़ सकती है। ऐसे समय में किसी व्यक्ति के पास बैंक से कर्ज लेने का विकल्प सबसे आसान लगता है। बैंक पर्सनल लोन के जरिये तुरंत पैसे देते हैं। अगर आप पर्सनल लोन की योजना बना रहे हैं तो कुछ बातों का जरूर ख्याल रखें।
अगर आप नौकरी करते हैं तो पर्सनल लोन लेने के लिए अपने सैलरी अकाउंट का इस्तेमाल करें। बैंक सैलरीड एम्पलाई को कम ब्याज पर पर्सनल लोन ऑफर करते हैं।
पर्सनल लोन पर कई तरह के शुल्क लगते हैं। वहीं, अलग-अलग बैंकों और एनबीएफसी में पर्सनल लोन पर अलग-अलग चार्ज लग सकते हैं।
सिबिल स्कोर आपके क्रेडिट योग्यता को दर्शाता है, जिससे बैंक को ये पता लग पाता है कि आपको कितने रुपये तक का लोन दिया जा सकता है।
Personal Loan लेने की योजना बना रहे हों तो सबसे पहले विभिन्न बैंकों के ब्याज दरों की तुलना करें।
परिस्थितियां कब कैसी हो जाएं कोई नहीं जानता। इमरजेंसी में Personal Loan एकमात्र ऑप्शन बचता है लेकिन इसकी ब्याज दरें काफी ज्यादा होती हैं।
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