हम आपको बता रहे हैं कि डिजिटल ट्रांजैक्शन नकद भुगतान की तुलना में आपकी जेब पर कैसे भारी पड़ता है और किस तरह के लेन-देन के लिए आपको कितना शुल्क देना होता है।
ग्रैच्युटी के नियम बदल सकते हैं। संभव है कि अब नए नियमों के तहत PF (भविष्य निधि) की तर्ज पर ग्रैच्युटी के पैसे भी आपकी सैलरी की राशि से काटी जाए।
रियल एस्टेट में लंबे समय के लिए निवेश करने से पहले आपको यह बात पहले ही तय कर लेनी चाहिए कि इसमें से निकलना कब है।
1 जनवरी से क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो के लिए एक वित्त वर्ष में प्रत्येक व्यक्ति को एक फ्री क्रेडिट स्कोर उपलब्ध कराना RBI ने अनिवार्य कर दिया गया है।
इनकम टैक्स बचाने के साथ-साथ आप 40 फीसदी तक का सालाना रिटर्न पा सकते हैं। टैक्स सेविंग के लिए ELSS चुन कर आप दोहरा लाभ उठा सकते हैं। लॉक-इन अवधि भी 3 साल है।
अगर आप टैक्स बचाने के लिए लाइफ इंश्योरेंस के किसी एंडोमेंट या मनी बैक प्लान में निवेश करने की सोच रहे हैं तो उसकी जगह Tax Saving Bank FD का चयन करें।
टैक्स बचाने के इस सीजन में यह जानना जरूरी है कि आप HRA पर कितना टैक्स बचा सकते हैं। आइए, हम बताते हैं कि HRA के तौर पर अधिकतम कितना डिडक्शन पा सकते हैं।
सुरक्षित होने के साथ-साथ PPF 8.1% वार्षिक ब्याज देता है जो साल दर साल जुड़ता जाता है। धारा 80सी के तहत यह इनकम टैक्स में कटौती का लाभ भी देता है।
इन नंबरों पर सिर्फ SMS या कॉल कीजिए और आपके EPF खाते की पूरी जानकारी आपके फोन के मैसेज बॉक्स में आ जाएगी। इसके लिए मोबाइन नंबर यूएएन से जुड़ा होना चाहिए।
एजुकेशन लोन न केवल पढ़ाई के लिए पैसों की कमी को पूरा करता है बल्कि इसके ब्याज के भुगतान पर इनकम टैक्स में कटौती का लाभ भी मिलता है।
हम आपको कुछ ऐसे खर्च के बारे में बताने जा रहे हैं जो इनकम टैक्स सेविंग में मददगार हैं। ऐसे खर्च आप जाने-अनजाने करते भी हैं।
हर व्यक्ति यही चाहता है कि उसे कम से कम टैक्स देना पड़े। आप सिर्फ सेविंग या इन्वेस्टमेंट ही नहीं बल्कि खर्च के जरिए भी इनकम टैक्स में बचत कर सकते हैं।
बैंक या वित्तीय संस्थान ने सिबिल जैसी एजेंसी को पेमेंट के संदर्भ में अपडेट नहीं किया तो आपको नया लोन लेने में दिक्कत आती है।
बुद्धिमानी से निवेश करते हुए 7.5 लाख तक की सालाना कमाई पर आप इनकम टैक्स बचा सकते हैं। इसके लिए आपको इंवेस्टमेंट के कुछ विकल्पों का ऐसे इस्तेमाल करना है।
जब लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाती है तो उसके कानूनी दावेदारों को क्लेम लेने के लिए कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी होती हैं।
NPS स्कीम में अगर आप 25 साल की उम्र से प्रति माह 2,000 रुपए जमा करते हैं और औसत रिटर्न 12 फीसदी मिले तो रिटायरमेंट के समय आप करीब 1.22 रुपए जमा कर सकते हैं।
खास बीमारियों को लक्ष्य करते हुए बीमा कंपनियां नए-नए प्रोडक्ट ला रही हैं। डायबिटीज कवर अन्य किसी भी बीमारी विशेष के प्लान से ज्यादा महंगी होती हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा के होम लोन की दर बैंकिंग उद्योग में सबसे कम 8.35 फीसदी है। यही नहीं बैंक कार लोन भी सिर्फ 8.85 फीसदी ब्याज पर दे रहा है।
जीवन बीमा पॉलिसी के साथ अतिरिक्त लाभ देने वाले विशेष पॉलिसी को राइडर कहते हैं। आज हम ऐसे ही कुछ लोकप्रिय राइडर के बारे में बताने जा रहे हैं...
एनसीआरडीसी ने अपने फैसले में कहा है कि मच्छर काटने से हुए मलेरिया या डेंगू से पीडि़त व्यक्ति की मौत स्वाभाविक नहीं बल्कि एक दुर्घटना है।
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