आप इस स्कीम में 100 के मल्टीपल में चाहे जितनी रकम हो, निवेश कर सकते हैं। इसमें कोई मैक्सिमम लिमिट नहीं है। इस स्कीम के तहत कितने भी अकाउंट खोले जा सकते हैं।
प्रीमियम के भुगतान में चूक करना लाइफ इंश्योरेंस क्लेम के रिजेक्ट होने की एक बड़ी वजह है। किसी आवेदक द्वारा दी गई मेडिकल जानकारी को वेरिफाई करने के लिए बीमा कंपनियां अक्सर मेडिकल टेस्ट करती हैं।
अप्रैल-दिसंबर, 2023 के दौरान कुल जमाओं में जो बढ़ोतरी हुई, उसमें सावधि जमाओं की हिस्सेदारी लगभग 97.6 प्रतिशत थी। आरबीआई ने आगे कहा कि ज्यादा ब्याज दर वाली कैटेगरी में धनराशि जमा की जा रही है।
अगर आप कार्यकाल से पहले एफडी राशि को निकालते हैं तो बैंकों द्वारा लगाए गए जुर्माने के चलते आपको अपना पैसों का नुकसान होना तय है।
एनपीएस को पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा विनियमित किया जाता है, म्यूचुअल फंड को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा विनियमित किया जाता है।
नया कारोबार या नौकरी शुरू करने के दौरान हमें कुछ फाइनेंसियल बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे कि आपको बाद में किसी वित्तीय परेशानी का सामना न करना पड़े।
म्यूचुअल फंड लचीले भी होते हैं, जिससे प्रवेश और निकास बहुत आसान होता है। यहां तक कि 500 रुपये प्रति माह बचाने वाला व्यक्ति भी एकमुश्त या एसआईपी के जरिये म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकता है।
Tips for Child Education: बच्चों की शिक्षा के लिए जितनी जल्दी प्लानिंग शुरू की जा सके। उतना ही अच्छा होता है। आज हम इस आर्टिकल में बच्चों की शिक्षा के प्लानिंग के लिए कुछ फाइनेंसियल टिप्स बताने जा रहे हैं।
Instant Loan लेना जितना आसान होता है चुकाना उतना ही मुश्किल हो जाता है। आज हम इस आर्टिकल में उन बिंदुओं के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं जो कि आपको ऑनलाइन या इंस्टेंट लोन लेते समय ध्यान रखने चाहिए।
हाल के वर्षों में, गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जैसे डिजिटल गोल्ड वाहनों के आगमन के साथ, सोना रखना आसान और कम महंगा हो गया है। इमरजेंसी जैसी स्थिति में आप सोने को बेचकर या उसके बदले लोन लेकर सोने का लाभ उठा सकते हैं।
पैसा बचाते समय सबसे जरूरी यह है कि बचत के लिए निर्धारित पैसे को न छूने की दृढ़ इच्छा शक्ति का इस्तेमाल करें। एक और अच्छी रणनीति यह है कि अपने परिवार के सदस्यों को अपनी बचत की आदत में शामिल करें।
Credit Score आज के समय में काफी जरूरी है। खराब क्रेडिट स्कोर होने पर आपका लोन आवेदन भी रद्द हो सकता है। इस आर्टिकल में हम आपको क्रेडिट स्कोर बढ़ाने के तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं।
NPS New Rule: एनपीएस से आंशिक निकासी का नया नियम आने के बाद आप अपने योगदान में से केवल 25 प्रतिशत की निकासी कर सकते हैं।
आप आसानी से भारत सरकार के उमंग ऐप के माध्यम से चुटकियों में ईपीएफ बैलेंस पता कर सकते हैं। इसका पूरा प्रोसेस हम इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।
एनपीएस को ब्याज और पेंशन के साथ शामिल किया जा सकता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि 75 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को एनपीएस से हासिल आय पर रिटर्न दाखिल न करना पड़े।
एक समझदारी भरे फैसले से अगर आप हर महीने अपना खर्च करते हैं और बचाते हैं तो इससे आप मानसिक और आर्थिक तौर पर सुकून महसूस करते हैं। आपको अपनी टैक्स के बाद इनकम को तीन व्यापक कैटेगरी में अलग करना चाहिए।
अर्ली रिटायरमेंट के लिए इस समय फायर स्ट्रेटेजी काफी पॉपुलर हो रही है। इस स्ट्रेटेजी के 3 सिद्धांत होते हैं। पहला- अपनी इनकम का 50 से 70% हिस्सा बचाना शुरू करें। दूसरा- अपने खर्चों को कम करें और आर्थिक अनुशासन दिखाएं। तीसरा- अपनी बचत को सही जगह पर इन्वेस्ट करें।
NPS Rule Change: पीएफआरडीए की ओर से एनपीएस के नियम में बड़ा बदलाव किया गया है। इसे लेकर सर्कुलर भी जारी कर दिया है।
एसआईपी के जरिये निवेश में कंपाउंडिंग की शक्ति आपको समय के साथ अपने रिटर्न को बढ़ाने में मदद करती है। एसआईपी के जरिये इक्विटी फंड में निवेश करना समय के साथ पैसे बनाने का एक सुविधाजनक तरीका है।
बीमा कंपनियां जरूरी पॉलिसी डिटेल प्रस्तुत करेंगी जिसमें बीमा राशि, कवरेज डिटेल और दावा प्रक्रिया आदि शामिल होंगे। बीमा ट्रिनिटी प्रोजेक्ट में बीमा सुगम, बीमा विस्तार और बीमा वाहक शामिल हैं।
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