How to become rich : 72, 114 और 144 के नियम बताते हैं कि किसी निवेश में आपके पैसे को दो गुना, तीन गुना और चार गुना होने में कितना वक्त लगेगा।
ऑनलाइन स्कैम या फ्रॉड की घटनाओं के बीच आज के दौर में अपने बैंक अकाउंट की सिक्योरिटी को सुनिश्चित करना बेहद जरूरी है। महज चंद सेकेंड में पूरा अकाउंट ही खाली होने का खतरा बना रहता है।
कॉर्पोरेट एफडी में निवेश करना सुरक्षित है क्योंकि इसमें जोखिम कम होता है और बाजार में होने वाले बदलावों का इन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। कॉर्पोरेट एफडी में बैंक एफडी की तुलना में अधिक ब्याज दर मिल सकती है।
आयकर अधिनियम के तहत इनकम टैक्स छूट का फायदा कामकाजी महिलाएं ले सकती हैं। इसके लिए आपको ऐसे साधनों में निवेश करना होता है जो आपको टैक्स छूट की सुविधा देते हैं। कुछ ऐसे निवेश साधन हैं जो गारंटीड रिटर्न के साथ टैक्स छूट दिलाती हैं।
जब आप 30 साल की उम्र में आ जाते हैं तो आपकी फानेंशियल प्लानिंग में लाइफ इंश्योरेंस यानी जीवन बीमा पॉलिसी, हेल्थ इंश्योरेंस सहित कुछ खास इंश्योरेंस पॉलिसी होनी चाहिए।
अगर आप यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस पॉलिसी (यूएलआईपी) खरीद रहे हैं तो अलग-अलग शुल्क, फंड ऑप्शन, फंड स्विच करने से जुड़े सवाल जरूर पूछें। जब भी आप बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए फॉर्म भर रहे हों तो इसे पूरी तरह से और सही जानकारियों के साथ भरें।
आपकी वित्तीय स्थिरता और रीपेमेंट क्षमता को वेरिफाई करने के लिए बैंक को आपके अलग-अलग डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है। इन डॉक्यूमेंट्स को सावधानीपूर्वक व्यवस्थित और आसानी से उपलब्ध होने से स्वीकृति प्रक्रिया में तेज़ी आ सकती है।
फिक्स्ड डिपोजिट में निवेश आपको गारंटीड रिटर्न देता है। आप चाहें तो बैंक, पोस्ट ऑफिस या एनबीएफसी में से कहीं भी एफडी में पैसा जमा कर सकते हैं। फिलहाल कुछ बड़े बैंक काफी आकर्षक ब्याजज ऑफर कर रहे हैं।
ज्वाइंट होम लोन लेना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। हां, इसके लिए अप्लाई करने से पहले की बातों पर गौर करना जरूरी है। होम लोन का समय पर पुनर्भुगतान सभी सह-आवेदकों की सामूहिक और व्यक्तिगत जिम्मेदारी है।
Personal Loan: पर्सनल लोन बैंक और व्यक्ति के बीच एग्रीमेंट के आधार पर दिया जाता है। इस कारण आमतौर पर इसे ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में कम से कम 1000 रुपये निवेश कर सकते हैं। साथ ही 1000 के मल्टीपल में आप मैक्सिमम 30 लाख रुपये इस स्कीम में जमा कर सकते हैं।
Personal Loan एक अनसिक्योर्ड लोन होता है और 720 से लेकर 750 के क्रेडिट स्कोर पर आसानी से पर्सनल लोन मिल जाता है।
यह भारत सरकार की सेविंग स्कीम है। यानी आपको अपने पैसों की कोई चिंता नहीं करनी है, वह पूरी तरह सुरक्षित भी रहेंगे। स्कीम पर ब्याज दर भारत सरकार (वित्त मंत्रालय) ही समय-समय पर तय करती है। कम से कम 1000 रुपये निवेश कर सकते हैं और 100 के मल्टीपल में चाहे आप जितनी रकम हो, निवेश कर सकते हैं।
अगर आपके पास कुछ चेक के पेज हैं जिनका इस्तेमाल नहीं किया गया है, तो आपको उन्हें भी कलेक्ट करना चाहिए। नो ड्यूज सर्टिफिकेट और बिना इस्तेमाल किए चेक के पन्ने, आमतौर पर, लोन को बंद करने की प्रक्रिया के आखिरी स्टेप का प्रतीक है।
वैसे भारतीय जो 18-50 साल की आयु वर्ग के हैं और उनका बैंक में या पोस्ट ऑफिस में बचत खाता है, इस योजना का लाभ ले सकते हैं। सालाना प्रीमियम के भुगतान के आधार पर 1 जून से 31 मई तक कवरेज वैलिड रहता है।
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में आप चाहें तो हर महीने ब्याज की राशि अपने अकाउंट में हासिल कर सकते हैं। इसमें सिंगल अकाउंट के अलावा तीन वयस्क मिलकर ज्वाइंट अकाउंट भी खोल सकते हैं।
एसआईपी निवेश की खास बात यह है कि आप छोटी बचत राशि के साथ शुरुआत कर सकते हैं। यह बाजार की अस्थिरता और बाजार के समय के बारे में चिंता किए बिना अनुशासित तरीके से निवेश करने में मदद करता है।
जब पीपीएफ या ईएलएसएस दोनों ही निवेश विकल्पों में फायदे और नुकसान हैं, इसलिए आप वह विकल्प चुन सकते हैं जो आपके वित्तीय लक्ष्यों के अनुकूल हो। अपनी वित्तीय ज़रूरतों का मूल्यांकन करें और उसके अनुसार सोच-समझकर निर्णय लें।
आरडी का कार्यकाल 6 महीने से 10 साल तक हो सकता है। जबकि, म्यूचुअल फंड एसआईपी के मामले में, ईएलएसएस के अलावा कोई लॉक-इन अवधि नहीं है
अगर आप आज से ही बचत की शुरुआत कर देती हैं तो कल आप अपनी जिम्मेदारियों और जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकेंगी। जानकारों का मानना है कि सेविंग जितनी जल्दी शुरू कर दी जाए उतना अच्छा।
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