वरिष्ठ बैंकर आदित्य पुरी ने वित्तीय सेवा कंपनी पेटीएम के कारोबारी मॉडल पर सवाल उठाए हैं। आदित्य पुरी के बयान के बाद आज पेटीएम कंपनी के शेयर पर उतार-चढ़ाव दिखने की संभावना है। गौरतलब है कि लगातार पेटीएम के शेयर में गिरावट देखने को मिल रही है जिससे निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
मैक्वायरी के एनालिस्ट सुरेश गणपति को पेटीएम के शेयरों 450 रुपये तक आने का अनुमान लगाया था।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर आरोप लगा है कि वह भारत के लोगों से जुड़ी जानकारी चीन की कंपनियों को दे रहा था। इसी वजह को देखते हुए आरबीआई ने 11 मार्च को पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर पाबंदी लगाई थी।
पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लि.का शेयर मंगलवार को लगभग 13 प्रतिशत और नीचे आ गया। बीएसई में कंपनी का शेयर 12.28 प्रतिशत टूटकर 592.40 रुपये पर बंद हुआ।
सिर्फ पेटीएम, जोमैटो, पीबी फिनटेक, कारट्रेड टेक और एफएसएन ई-कॉमर्स को देंखे तो इन पांच कंपनियों ने निवेशकों को अभी तक करीब 2.50 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं।
बैंक के सभी आंकड़े देश के भीतर ही हैं। हम डिजिटल इंडिया अभियान में पूरी तरह यकीन करते हैं और देश में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
पेटीएम की लिस्टिंग 18 नवंबर 2021 को 2,150 रुपये में हुई थी, जो गिरकर अब 700 रुपये पर है। इस तरह निवेशकों को प्रति शेयर करीब 1,450 रुपये का नुकसान हो चुका है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा कि बैंक को अपनी आईटी प्रणाली का व्यापक ऑडिट करने के लिए एक ऑडिट फर्म नियुक्त करने का भी निर्देश दिया गया है।
पेटीएम का शेयर आपने इश्यू प्राइस 2150 रुपये से टूटकर 849 रुपये रह गया है। पेटीएम में निवेश करने वाले निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि स्टार्टअप कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट की वजह है इन कंपनियों का कारोबार घाटे में होना है।
दिन में कारोबार के दौरान यह 13.22 प्रतिशत के नुकसान से 1,297.70 रुपये पर आ गया था।
अनुसूचित बैंक के दर्जे के साथ, पेटीएम पेमेंट्स बैंक नए कारोबारी अवसरों का पता लगा सकता है।
पेटीएम के लिये इश्यू प्राइस 2,150 रुपये प्रति शेयर के बीच निर्धारित किया था। हालांकि स्टॉक आज कमजोरी के साथ 1955 पर लिस्ट हुआ
पिछले सत्र में, सेंसेक्स 314.04 अंक या 0.52 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,008.33 पर बंद हुआ था
तिमाही आधार पर, वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में कंपनी को 381.9 करोड़ रुपये का संचयी नुकसान हुआ है। हालांकि इस दौरान कंपनी का राजस्व बढ़कर 948 करोड़ रुपये रहा,
पेटीएम के आईपीओ के तहत 8,300 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी किए गए और 10,000 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश (ओएफएस) लाई गई।
एंकर निवेशकों से 267 करोड़ रुपये जुटाने वाली लेटेंट व्यू एनालिटिक्स की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) को बुधवार को बोली प्रक्रिया के पहले दिन अब तक 1.5 गुना ज्यादा अभिदान प्राप्त हुआ है।
कोल इंडिया के 2010 में आईपीओ के बाद पेटीएम का 18,300 करोड़ रुपये का यह इश्यू देश में अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ है। पहले दिन इश्यू को ठंडा रिस्पॉन्स मिला था
शेयर बाजारों से मिली जानकारी के मुताबिक, खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित शेयरों में से करीब 78 फीसदी की खरीद हो गई है। वहीं गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित सिर्फ दो फीसदी शेयरों के लिए बोलियां मिली हैं।
कोल इंडिया के 2010 में आईपीओ के बाद 18,300 करोड़ रुपये का यह इश्यू देश में सबसे बड़ा है। सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी कोल इंडिया ने आईपीओ से 15,200 करोड़ रुपये जुटाए थे।
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