भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (ASCI) ने योगगुरू बाबा रामदेव प्रायोजित पतंजलि आयुर्वेद की खिंचाई की है और कहा है कि उसके विज्ञापन भ्रामक हैं।
नेस्ले इंडिया ने अपने उत्पादों को लेकर आक्रामक रुख अपनाया है। उसकी योजना विभिन्न श्रेणियों में 25 उत्पाद पेश करने की ताकि पतंजलि से निपटा जा सके।
एफएमसीजी और फूड प्रोडक्ट के क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत बनाने के बाद अब पतंजलि पशुआहार और ऑर्गेनिक खाद के बाजार में कदम रखने जा रही है।
पतंजलि की नजर अब 2017 में राजस्व 10,000 करोड़ रुपए करने पर है, ऐसा कर पतंजलि दशकों पुरानी दो और कंपनियों नेस्ले और प्रोक्टर एंड गैंबल को पीछे छोड़ देगी।
FSSAI ने अपने केन्द्रीय लाइसेंसिंग प्राधिकरण को पतंजलि के सरसों तेल उत्पाद के बारे में भ्रामक विज्ञापन देने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा है।
विज्ञापनों की निगरानी करने वाली संस्था ASCI ने पतंजलि आयुर्वेद की उसके विभिन्न विज्ञापनों में झूठे और भ्र्रामक दावे करने के लिए खिंचाई की है।
पतंजलि आयुर्वेद का विजयी रथ यहीं नहीं रुकने वाला है, अब इसकी नजर तेजी से बढ़ते ऑनलाइन हेल्थ कंसलटेशन स्पेस पर है।
बाबा रामदेव देशभक्ति के रास्ते कंज्यूमर ड्यूरेबल पर अपना कब्जा जमाने की कोशिश कर रहे हैं। पतंजलि ने नए डिस्ट्रीब्यूटर्स से आवेदन मंगवाए हैं।
वाणिज्य व उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण ने बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR ) पर अमेरिका की स्पेशल 301 रिपोर्ट का विरोध करते हुए इसे एकतरफा कदम बताया है।
पतंजलि आयुर्वेद का टर्नओवर 5000 करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। बाबा रामदेव ने 2016-17 के लिए 10000 करोड़ के टर्नओवर के लक्ष्य की घोषणा की।
सरकार ने पेटेंट आवेदनों के पहले परीक्षण में लगने वाले 5 से 7 साल के समय में भारी कटौती करते हुए इसे 18 महीने करने का लक्ष्य तय किया है।
लगातार पांचवें साल पेटेंट के लिए आवेदनों की लिस्ट में चीन सबसे आगे रहा। इससे चीन में इनोवेशन की बढ़़ती संस्कृति के बारे में पता चलता है।
डेरा सच्चा सौदा ने भी एफएमसीजी मार्केट में कदम रख दिया है। डेरा सच्चा सौदा ने आज भारतीय बाजार में अपने फूड प्रोडक्ट पेश किए हैं।
वह दिन अब दूर नहीं जब भारत के FMCG बाजार में चारों और केवल और केवल धार्मिक और आध्यात्मिक बाबाओं के प्रोडक्ट्स ही दिखाई देंगे।
भारतीय पेटेंट कार्यालय ने सॉफ्टवेयर प्रोग्रामों जैसे कंप्यूटर से जुड़े इनोवेशन (सीआरआई) की समीक्षा पर नए सिरे से दिशानिर्देश जारी किए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'Make in India' को भारत का अब तक का सबसे बड़ा ब्रांड बताया। उन्होंने कहा कि देश में स्टेबल टैक्स सिस्टम लागू किया जाएगा।
पतंजलि आयुर्वेद ने कारोबारी ग्रोथ के मामले में ही नहीं बल्की टीवी विज्ञापन के मामले में भी बड़ी-बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है।
बाबा रामदेव ने सोमवार को कहा कि पतंजलि का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है, अगले 4-5 सालों में पतंजलि दुनिया का सबसे बड़ा एफएमसीजी ब्रांड बन जाएगा।
पेटेंट कराने में 6 साल लगते हों, वहां पीएम मोदी का 'मेक इन इंडिया' सफल होगा या नहीं यह बड़ा सवाल है। पिछले 10 वर्षों में 68,000 पेटेंट को स्वीकृति मिली है।
योग गुरु बाबा रामदेव ने शनिवार को कहा कि पंतजलि का आटा नूडल्स अगले कुछ ही साल में मैगी को पछाड़ देश में शीर्ष नूडल ब्रांड बनने की राह पर है
लेटेस्ट न्यूज़