अगस्त में दोपहिया वाहनों की बिक्री साल-दर-साल 6 प्रतिशत बढ़कर 13,38,237 यूनिट हो गई, जबकि पिछले साल इसी महीने में 12,59,140 यूनिट थी।
पिछले महीने दोपहिया वाहनों की बिक्री 10 प्रतिशत बढ़कर 16,20,084 यूनिट हो गई, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 14,71,550 यूनिट थी।
टाटा मोटर्स वाहनों की बिक्री के अलावा, वाहन पार्क से जुड़े कारोबार जैसे कि स्पेयर पार्ट्स, डिजिटल और स्मार्ट मोबिलिटी समाधान पर फोकस करेगी।
पिछले तीन-चार साल में गाड़ियों की लागत में बढ़ोतरी हुई है क्योंकि विनिर्माता प्रीमियम वाहनों की कीमतें बढ़ा रहे हैं और उन्हें सुरक्षा और उत्सर्जन पर ज्यादा कड़े नियमों का पालन करना पड़ रहा है।
साल 2023 में बाकी गाड़ियों के अलावा थ्री व्हीलर्स की खुदरा बिक्री ने किया धमाका। सालाना आधार पर 58 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। फाडा के मुताबिक, बीते साल ट्रैक्टर की बिक्री भी रही तेज।
महिंद्रा, जो थार, स्कॉर्पियो और एक्सयूवी जैसी एसयूवी बनाती है, ने साल 2023 में इस कैटेगरी में कई महीनों की रिकॉर्ड बिक्री की। ऑल्टो और बलेनो जैसी छोटी कारों की बिक्री 29% कम रही।
पैसेंजर व्हीकल्स और थ्री व्हीलर्स की धमाकेदार बिक्री ने इंडस्ट्री को काफी सपोर्ट किया। वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में पैसेंजर व्हीकल्स की खुदरा बिक्री 18,08,311 यूनिट के अब तक के टॉप लेवल पर पहुंच गई।
पिछले महीने यात्री वाहन, थ्री-व्हीलर्स, टू-व्हीलर्स और क्वाड्रीसाइकल का कुल उत्पादन 22,14,745 इकाई रहा, जो अक्टूबर 2020 के 28,30,844 इकाई की तुलना में 22 प्रतिशत कम था।
अगस्त में यात्री वाहनों की बिक्री सालाना आधार पर 39 प्रतिशत बढ़कर 2,53,363 इकाई पर पहुंच गई है। वहीं दोपहिया वाहनों की बिक्री सात प्रतिशत बढ़कर 9,76,051 इकाई पर पहुंच गई
टाटा मोटर्स ने कहा कि यह भागीदारी अपने उपभोक्ताओं को 30 सितंबर, 2021 तक चलने वाले मानसून धमाका ऑफर के तहत उनके लोन अप्रूवल के लिए एक आसान विकल्प की भी पेशकश करेगी।
कई वाहन विनिर्माताओं ने औद्योगिक इस्तेमाल वाली ऑक्सीजन को मेडिकल इस्तेमाल को स्थानांतरित करने को अपने विनिर्माण संयंत्रों को बंद भी किया।
कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए राष्ट्रीय लॉकडाउन की वजह से अप्रैल-2020 में वाहनों की कोई भी बिक्री नहीं हुई थी।
इस साल अप्रैल में वाहनों की बिक्री की तुलना एक साल पहले के समान माह से नहीं की जा सकती, क्योंकि उस समय राष्ट्रीय लॉकडाउन की वजह से वाहनों की बिक्री शून्य थी।
कोविड-19 महामारी की वजह से बीते वित्त वर्ष 2020-21 में देश से यात्री वाहनों का निर्यात 39 प्रतिशत घट गया। बीते वित्त वर्ष में निर्यात में गिरावट मुख्य रूप से पहली छमाही के दौरान आई।
SIAM के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 में यात्री वाहनों की बिक्री 2.24 प्रतिशत घटकर 27,11,457 इकाई रह गई, जो इससे एक साल पहले 27,73,519 इकाई थी।
अशोक लेलैंड की घरेलू बिक्री 20 प्रतिशत बढ़ी, महिंद्रा एंड महिंद्रा की यात्री वाहनों की बिक्री 41 प्रतिशत बढ़ी, निसान मोटर की बिक्री 4 गुना हुई।
घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की बिक्री 4 प्रतिशत बढ़कर 20634 यूनिट रही है। जनवरी 2020 में 19797 यूनिट की बिक्री हुई थी। वहीं इस अवधि के दौरान निर्यात 30 फीसदी बढ़कर 2286 यूनिट पर पहुंच गया।
दिसंबर, 2020 के दौरान दो-पहिया वाहनों की बिक्री 11.88 प्रतिशत बढ़कर 14,24,620 इकाई रही, जबकि एक साल पहले समान माह में 12,73,318 वाहनों की बिक्री दर्ज की गई थी।
सियाम के निदेशक राजेश मेनन ने कहा कि त्योहारी मौसम ने कुछ खास क्षेत्रों में उत्साह वापस ला दिया है, लेकिन उद्योग का आगे प्रदर्शन समग्र आर्थिक परिदृश्य पर निर्भर करेगा।
फाडा ने बताया कि सभी श्रेणियों में कुल बिक्री सालाना आधार पर 19.29 प्रतिशत घटकर 18,27,990 इकाई रही, जबकि एक साल पहले समान माह में देशभर में 22,64,947 वाहनों की बिक्री हुई थी।
लेटेस्ट न्यूज़