PAN 2.0 के तहत आप आसानी से QR कोड वाला नया पैन कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आप घर बैठे आवेदन कर सकते हैं।
आयकर अधिनियम 1961 के प्रावधानों के अनुसार कोई भी व्यक्ति एक से अधिक पैन नहीं रख सकता है।
PAN 2.0 में QR कोड कार्ड की नकल या फर्जीवाड़े को रोकने में मदद करेगा। कोड के भीतर एन्क्रिप्टेड डेटा को केवल अधिकृत सॉफ़्टवेयर द्वारा ही एक्सेस किया जा सकता है, जिससे धोखाधड़ी की संभावना कम हो जाएगी।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कहा है कि जिन लोगों के पास पहले से पैन कार्ड हैं, उन्हें नए कार्ड के लिए अप्लाई करना अनिवार्य नहीं है। अगर किसी व्यक्ति को अपने मौजूदा पैन कार्ड में कोई करेक्शन या अपडेट कराना है तो वे PAN 2.0 प्रोजेक्ट के तहत नए कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
सीबीडीटी के अनुूसार, बिना क्यूआर कोड वाले पुराने पैन कार्ड रखने वाले टैक्सपेसयर्स के पास क्यूआर कोड वाले नए कार्ड के लिए आवेदन करने का विकल्प होगा।
PAN 2.0 प्रोजेक्ट का उद्देश्य सरकारी एजेंसियों के सभी डिजिटल सिस्टम के लिए एक ‘समान व्यवसाय पहचानकर्ता’ तैयार करना है। पैन नंबर, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा जारी किया जाने वाला 10 अंकों का एक यूनीक अल्फान्यूमेरिक नंबर है। ये नंबर संख्या भारतीय टैक्सपेयर्स को खासतौर पर जारी किया जाता है।
सरकार की तरफ से कहा गया है कि पैन में क्यूआर कोड जोड़ने सहित अपग्रेडेशन सभी टैक्सपेयर्स के लिए निःशुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। यह पहल सरकार के डिजिटल इंडिया विज़न के मुताबिक है।
आपके पैन कार्ड के इनएक्टिव होने के कई कारण हो सकते हैं। एक मुख्य कारण पैन-आधार लिंक का न होना है। इसके अलावा, अगर किसी व्यक्ति के पास कई पैन कार्ड हैं, तो आयकर विभाग पैन कार्ड को इनएक्टिव कर देगा।
पैन कार्ड रुपये-पैसे के लेन-देन से लेकर ITR फाइल करने तक में इस्तेमाल किया जाता है। सरकार ने PAN कार्ड को आधार से लिंक करना सभी के लिए अनिवार्य बना दिया है। इसलिए पैन को आधार से लिंक करना जरूरी है। ऐसा नहीं करने पर आपका पैन निष्क्रिय
पैन कार्ड टैक्सपेयर्स के लिए अहम है क्योंकि यह सभी वित्तीय लेनदेन के लिए जरूरी है और इसका उपयोग आपके पैसे के आने-जाने को ट्रैक करने के लिए किया जाता है।
मान लीजिए आपने किसी व्यक्ति के साथ अपना पैन नंबर शेयर किया और उसने आपके पैन नंबर का गलत इस्तेमाल कर आपके नाम से लोन ले लिया तो ऐसी स्थिति में वो लोन आपको चुकाना पड़ेगा।
पैन एक 10 अक्षर का अल्फ़ा-न्यूमेरिक नंबर है। हर अक्षर सूचना का प्रतिनिधित्व करता है। पैन कार्ड विभिन्न वित्तीय लेनदेन के लिए जरूरी व्यक्ति के हस्ताक्षर के प्रमाण के रूप में भी कार्य करता है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संज्ञान में आया है कि कुछ वेबसाइट भारतीय नागरिकों के आधार और पैन कार्ड विवरण सहित संवेदनशील व्यक्तिगत जानकारियों को लीक कर रही थीं।
फॉर्म 49ए या फॉर्म 49एए भरकर पैन कार्ड के लिए आवेदन किया जा सकता है। नाबालिगों और छात्रों के लिए भी पैन कार्ड फॉर्म 49ए भरकर आवेदन किया जा सकता है।
Unified Pension Scheme, UPS : केंद्रीय कैबिनेट ने शनिवार को यूनिफाइड पेंशन स्कीम को मंजूरी दे दी। इस स्कीम के 5 बड़े फायदे हैं। इनमें सुनिश्चित पेंशन, सुनिश्चित फैमिली पेंशन, सुनिश्चित मिनिमम पेंशन, इन्फ्लेशन के साथ इंडेक्सेशन और ग्रेच्युटी के अलावा अतिरिक्त पेमेंट शामिल है।
पान मसाला और तंबाकू उत्पादों के निर्माण में शामिल करदाता अब संबंधित महीने के लिए खरीदे गए और खपत किए गए कच्चे माल और तैयार माल का विवरण बता सकते हैं।
CBDT द्वारा 24 अप्रैल 2024 को जारी सर्कुलर के अनुसार, जिन लोगों के अकाउंट से कम टीडीएस कटा है, अगर वे 31 मई तक पैन को आधार से लिंक करा लेते हैं, तो उन्हें ज्यादा टीडीएस नहीं देना होगा।
आयकर नियमों के मुताबिक, अगर स्थायी खाता संख्या (पैन) बायोमेट्रिक आधार से जुड़ा नहीं है, तो लागू दर से दोगुनी दर पर टीडीएस काटा जाना जरूरी है।
How to Link Pan With Aadhaar : आयकर नियमों के अनुसार करदाता को अपने पैन को अपने आधार नंबर के साथ लिंक करना होता है। अगर ये दोनों लिंक नहीं होते तो लागू दर से दोगुनी दर पर टीडीएस काटा जाना आवश्यक है।
क्या आपको पता है कि बिना पैन कार्ड के भी आप अपना क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर चेक कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि यह कैसे कर सकते हैं।
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