पाकिस्तान ने अपने रक्षा बजट में पिछले वर्ष के मुकाबले 11 फीसदी का इजाफा किया है। यह बजट अब कुल 1,523 अरब रुपए का कर दिया गया है।
डॉलर के मुकाबले रुपया तेजी से गिरकर 204 रुपये के सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया। देश की ज्यादातर विदेशी मुद्रा कच्चा तेल खरीदने में खर्च हो रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, सैन्य बलों के लिए 1,453 अरब रुपये का आवंटन पिछले साल के 1,370 अरब रुपये के आवंटन से करीब 83 अरब रुपये अधिक होगा।
इमरान की सत्ता जाने के बाद से वहां पेट्रोल के दाम 140 रुपये से बढ़कर 200 रुपये के पार पहुंच गए हैं।
देश के पेट्रोलियम विभाग ने प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ और वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल को जानकारी दी है कि तेल आयात की व्यवस्था दिन-ब-दिन कठिन होती जा रही है।
लेकिन 2014 के बाद दो बड़े मौके आए जब भारत के वीर सैनिकों ने पाकिस्तान को यह अहसास कराया कि ये नया हिंदुस्तान है, ये घर में घुसकर मारता है।
घटते विदेशी मुद्रा भंडार के दम पर जुलाई 2022 में परिपक्व होने वाले एक अरब डॉलर के बांड और दिसंबर 2022 में परिपक्व होने वाले एक अरब डॉलर के बांड का भुगतान कैसे होगा।
पाकिस्तान सरकार ने बुधवार को गैर-जरूरी और महंगी वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है।
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान का चालू खाता घाटा और व्यापार घाटा बढ़ने, विदेशी कर्ज के भुगतान और डॉलर की निकासी के चलते उसके विदेशी मुद्रा भंडार में यह कमी हुई है।
विश्व बैंक ने कहा कि पाकिस्तान में वित्त वर्ष 2021-22 में मुद्रास्फीति आठ प्रतिशत के लक्ष्य की तुलना में औसतन 10.7 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
हैंस टिमर ने ‘दक्षिण एशिया में आर्थिक ध्यान को पुन: आकार देने वाले नियम: आगे का नया रास्ता’ नाम की रिपोर्ट बुधवार को जारी की
पूर्व प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली की सरकार के समय अधिकारी को छह अप्रैल, 2020 को एनआरबी का 17वां गवर्नर नियुक्त किया गया था।
‘एशियाई विकास आउटलुक’ (एडीओ) 2022 को जारी करते हुए मनीला स्थित ‘मल्टी-लेटरल फंडिंग एजेंसी’ ने कहा कि 2023 में 7.4 प्रतिशत तक पहुंचने से पहले दक्षिण एशिया में विकास 2022 में धीमा होकर सात फीसदी तक होने का अनुमान है।
कारों के बाजार की बात करें तो भारत के मुकाबले पाकिस्तान में कार की कीमतें 4 गुना तक अधिक हैं। यदि कीमतों को अडजस्ट भी किया जाए तो भी पाकिस्तान में कारें लगभग दोगुनी महंगी हैं।
श्रीलंका की खस्ताहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है, वहीं भारी विदेशी कर्ज के तले दबा पाकिस्तान भी ध्वस्त होने की कगार पर है।
पाकिस्तान ने 407 अरब पाकिस्तानी रुपये का यह लोन प्रोग्राम अपनी गरीब जनता के लिए शुरू किया है।
भारत में लोग सोशल मीडिया पर इसके स्क्रीनशॉट शेयर करने लगे और #BoycottKFC और #BoycottPizzaHut सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे।
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ समाचार पत्र की रिपोर्ट में वित्त मंत्रालय के हवाले से कहा गया है कि देश को अपने विदेशी मुद्रा भंडार को एक स्तर तक रखने की जरूरत थी क्योंकि जल्द कुछ बड़े विदेशी ऋणों का पुनर्भुगतान किया जाना है।
फेडरेशन ऑफ पाकिस्तान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में तेजी से इजाफा हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में 35 अरब रुपये (20 करोड़ डॉलर) से अधिक की संपत्ति रखने वाले 160 से अधिक सांसद आयकर का भुगतान नहीं कर रहे हैं
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