पाकिस्तान की सरकार इस समय अरब देशों से लेकर अपने पुराने मददगार चीन के सामने भी हाथ फैला चुका है, लेकिन अभी तक किसी भी देश की ओर से पाकिस्तान को स्थाई समाधान नहीं मिला है।
सरकार कम व्यय के प्रस्तावों को अंतिम रूप दे रही है क्योंकि इसे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से और सहायता मिलने की अपेक्षा है लेकिन सरकार उसकी शर्तों को लागू करने में हिचकिचा रही है।
अखबार के मुताबिक आर्थिक संकट के बावजूद मौजूदा सरकार ने महंगी कारों के आयात से प्रतिबंध हटा लिया है और यह डॉलर में खर्च का प्रमुख कारण बन गया है।
‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट के अनुसार, ''बैंक के 45 करोड़ डॉलर के दूसरे सतत अर्थव्यवस्था के लिए जुझारू संस्थान (राइज-2) और 60 करोड़ डॉलर की सस्ती ऊर्जा के लिए दूसरी कार्यक्रम (पेस-2) को मंजूरी रोकने के फैसले से सरकार को बड़ा झटका लगा है।’’
अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि 2010 और 2020 के बीच विश्लेषण में शामिल सभी 61 क्षेत्रों के लिए औसत टीएफपी वृद्धि 1.5 प्रतिशत रही।
पाकिस्तान में महंगाई चरम पर है। लोगों को खाने के लिए रोटी और उसे बनाने के लिए एलपीजी गैस नहीं मिल पा रही है। वहां सबसे अधिक 5 चीजों को लेकर लोग परेशान हैं। आइए जानते हैं।
सऊदी प्रेस एजेंसी के हवाले से प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक, युवराज बिन सलमान ने पाकिस्तान में सऊदी अरब के निवेश को बढ़ाकर 10 अरब डॉलर तक पहुंचाने से संबंधित पहलुओं पर गौर करने का निर्देश दिया है।
खस्ताहाल अर्थव्यवस्था के साथ घिसट रहे पाकिस्तान का खजाना अब लगभग खाली हो चुका है। हालात इतने खराब हैं कि देश के पास सिर्फ 3 हफ्ते तक आयात करने लायक डॉलर बचे हैं।
पाकिस्तान ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के मुताबिक, पाकिस्तान में दिसंबर में रिकॉर्ड 24.5 फीसदी महंगाई दर्ज की गई।
PSMC पाकिस्तान में अल्टो, वैगनआर और स्विफ्ट जैसी कारों का निर्माण करती है। इससे पहले टोयोटा ने भी उत्पादन बंद करने की घोषणा की है।
पाकिस्तान सरकार को वहां की केंद्रीय बैंक ने फटकार लगाया है और महंगाई कम नहीं कर पाने पर जिम्मेदार ठहराया है।
पाकिस्तान का हाल बुरा है। बढ़ती महंगाई और भुखमरी का शिकार इस समय पुरा देश है। साथ में देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी खाली हो रहा है।
पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में रूस से कच्चा तेल खरीदने के लिए अपने रूसी समकक्षों के साथ बातचीत की है। जिसमें पाकिस्तान ने कच्चे तेल पर 40 प्रतिशत की छूट मांगी है।
रूह अफजा लंबे समय से भारत में बेचा जा रहा था, अदालत ने अमेजन इंडिया को पाकिस्तान में बने अन्य उत्पादों को हटाने के लिए भी कहा।
Pakistan Economic Crisis: कंगाल पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति ठीक करने के लिए चीन के साथ ये देश भी खड़ा हो गया है। प्रमुख पाकिस्तानी अखबार ने इस डील को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है।
विशेषज्ञों का कहना है कि बाढ़ के कारण जून के मध्य से 1,719 लोग मारे गए हैं और 3.3 करोड़ प्रभावित हुए
पाकिस्तान का कुल द्विपक्षीय ऋण इस समय लगभग 27 अरब डॉलर है, जिसमें चीनी ऋण लगभग 23 अरब अमेरिकी डॉलर है।
नवाज शरीफ के प्रधानमंत्री रहते समय डार वित्त मंत्री रह चुके हैं। बाद में उनपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे तो वह देश छोड़कर ब्रिटेन चले गए थे।
प्रधानमंत्री ने अपने भाई एवं पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ शनिवार को लंदन में हुई बैठक में डार को वित्त मंत्री बनाने के बारे में चर्चा की।
Pakistan इन दिनों भीषण बाढ़ के बाद 3.3 करोड़ से अधिक लोगों के पुनर्वास की चुनौती से जूझ रहा है।
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