एक अन्य वरिष्ठ विश्लेषक ने कहा कि निवेशक चाहते हैं कि एक स्थिर सरकार बने और राजनीतिक अनिश्चितता खत्म हो। वहीं अगर त्रिशंकु बहुमत आता है तो राजकोषीय मजबूती की राह में बाढ़ा पैदा होगी और सत्तारूढ़ दल को लोकलुभावन निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
इस अमेरिकी निवेशक ने अक्टूबर 2011 में पाकिस्तान के बाजार में 10 लाख डॉलर का निवेश किया था जो अब 10 करोड़ डॉलर हो चुके हैं।
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