Pakistan इन दिनों भीषण बाढ़ के बाद 3.3 करोड़ से अधिक लोगों के पुनर्वास की चुनौती से जूझ रहा है।
Pakistan पाकिस्तान में बाढ़ से फसल नष्ट होने के बाद टमाटर, प्याज, आलू और अन्य खाद्य पदार्थों की भारी कमी है। इसके चलते पूरे देश में कीमतें अभूतपूर्व स्तर तक पहुंच गई हैं।
पाकिस्तान को भीषण बाढ़ के कारण 40 अरब डॉलर से अधिक का आर्थिक नुकसान हो सकता है। यह आंकड़ा संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के 30 अरब डॉलर के आकलन से भी अधिक है।
Pakistan Economy: पाकिस्तान में विनाशकारी मानसूनी बारिश की वजह से आई भयंकर बाढ़, यूक्रेन में जारी युद्ध और अन्य कारकों से चालू वित्त वर्ष में उसकी आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान पांच फीसदी से घटकर तीन फीसदी पर सिमट सकता है।
कॉटन क्षेत्रों में विनाशकारी मानसून की बारिश के साथ पाकिस्तान टेक्सटाइल एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन (Pakistan Textile Exporters Association) ने बढ़ते निर्यात आदेशों को पूरा करने के लिए वाघा के माध्यम से भारत से कपास के आयात की अनुमति देने के लिए संघीय सरकार से संपर्क किया है।
पाकिस्तान को चीनी सहायता आईएमएफ ऋण से तीन गुना अधिक है और विश्व बैंक और एशियाई विकास बैंक दोनों के संयुक्त कोष से अधिक है।
आईएमएफ ने सातवीं और आठवीं समीक्षाओं के सारांश में कहा, ‘‘खाद्य वस्तुओं और ईंधन की ऊंची कीमतें सामाजिक विरोध और अस्थिरता को भड़का सकती हैं।’’
शहबाज शरीफ सरकार ने अभी तक भारत से सब्जियों और फलों के आयात पर निर्णय नहीं लिया है ।
पाकिस्तान (Pakistan) के लिए अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का बेलआउट कार्यक्रम फिर से शुरू किए जाने के बाद स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) को 1.16 अरब डॉलर की लंबित किस्त मिल गई है।
इस बीच, पाकिस्तान ने प्याज और टमाटर ईरान और अफगानिस्तान से मंगवाने का फैसला किया है।
IMF Bailout to Pakistan: पाकिस्तान का खजाना लगभग खाली हो चला है। ऐसे में Pakistan पर छोटी अवधि में डिफॉल्ट का खतरा मंडरा रहा था। लेकिन अब IMF की मदद से पाकिस्तान से फिलहाल यह खतरा टल गया है।
ताजा रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में भीषण बाढ़ के कारण खड़ी फसलें पूरी तरह नष्ट हो गई है। इस के बीच पाकिस्तान भारत से सब्जियां और अन्य खाद्य पदार्थों का आयात कर सकता है।
पाकिस्तान में स्टार्टअप्स (Startups) ने 2021 में 35 करोड़ डॉलर की फंडिंग जुटाई है। अब गूगल पाकिस्तान के स्टार्टअप में Invest करना चाहता है।
एक तरफ पाकिस्तान (Pakistan) महंगाई की चपेट में है। लोगों के पास खाने के लाले पड़े हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान की सरकार (Pakistan Government) पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 1 सितंबर से 20 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी करने जा रही है।
Indian Car in Pakistan: मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) का नाम देश में सर्वाधिक कार बेचने वाली कंपनी के तौर पर लिया जाता है। यह कंपनी जितना भारत में लोकप्रिय है उतना ही उसके ग्राहक पाकिस्तान (Pakistan) में भी हैं। भारत में Alto की कीमत 3.39 लाख रुपये है जो पाकिस्तान में 14.75 लाख में बिकती हैं।
भारतीय कार (Indian Car) निर्माताओं का डंका सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के कई दूसरे देशों में भी बजता है। हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान (Pakistan) में भारत की कुछ कार का डिमांड हमेशा बना रहता है।
यह नियुक्ति ऐसे समय की गयी है जब Pakistan विदेशी मुद्रा भंडार के साथ नकदी की कमी समेत आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है।
Shehbaz Sharif का कहना है कि संरचनात्मक खामियों की वजह से Pakistan आर्थिक परवान नहीं भर पाया और आज के समय में आर्थिक दुश्वारियों में उलझा हुआ है।
पाकिस्तान को IMF से मिलने वाली मदद 2019 से अटकी हुई है। लेकिन बदलते माहौल में Pakistan को पूरा भरोसा है कि इस बार बात बन ही जाएगी।
भले ही Pakistan भारत को आंखें दिखाता हो लेकिर उसकी हैसियत भारत के मुकाबले कहीं भी नहीं टिकती। आइए जानते हैं कि पाकिस्तान (Pakistan Economy) हमारे सामने कहां खड़ा है
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