सखालिन-1 ओवीएल के लिए काफी फायदेमंद है और इस परियोजना के बिना कंपनी घाटे में चल रही इकाई होगी। रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के बाद एक्सॉन मोबिल कॉर्प ने परियोजना से बाहर निकलने का फैसला किया था।
मुश्किल वक्त में ईरान के साथ मजबूती से खड़े रहने के बदले भारत को ईरान से उसके फरजाद-बी गैस क्षेत्र के मिलने की उम्मीद है।
ईरान ने ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल) को फर्जाद-बी प्राकृतिक गैस-ब्लॉक आवंटित करने के लिए नई शर्त लगाई है। ईरान बाजार की तीन गुणा दर लगाना चाहता है।
सरकार ने ONGC विदेश को रूस की वैंकोर तेल फील्ड में 11 प्रतिशत अतिरिक्त हिस्सेदारी 93 करोड़ डॉलर में खरीदने की आज मंजूरी दे दी।
इनकम टैक्स विभाग ने ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल) को 6100 करोड़ रुपए के सर्विस टैक्स का डिमांड नोटिस जारी किया है।
ONGC विदेश लि. (OVL) की अगुवाई में भारतीय कंपनियां रूस की सबसे बड़ी तेल कंपनी रोसनेफ्ट में हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी में हैं।
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