पूरी दुनिया में सेकेंड हैंड प्रोडक्ट्स का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। भारत में सेकेंड हैंड प्रोडक्ट्स का बाजार 115,000 करोड़ रुपए का है।
देश में फास्ट फूड का बाजार अगले पांच साल के दौरान 2020 तक 25,000 करोड़ रुपए तक पहुंचने का अनुमान है। वर्तमान में इस बाजार का आकार 8500 करोड़ रुपए है।
सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक 60 फीसदी लोगों ने भविष्य में कंज्यूमर गुडस की ऑनलाइन शॉपिंग पीसी के बजाये स्मार्टफोन या टैबलेट से करने की बात कही।
ऑनलाइन शॉपिंग के लिए फेस्टिव सेल्स शुरू हो चुकी है। प्रोडक्ट की भरमार, भारी डिस्काउंट और रोमांचक डील ऐसे कई कारण हैं, जो ग्राहकों को शॉपिंग के लिए न केवल आकर्षक कर रहे हैं बल्कि उन्हें मजबूर भी कर रहे हैं। लेकिन एक खरीददार होने के नाते आपको इन आकर्षक ऑफर्स से अपने आप को फीजूलखर्ची से बचाना होगा।
देशभर में आठ लाख से ज्यादा केमिस्ट (दवा विक्रेता) ने बुधवार को अपने मेडिकल स्टोर बंद रखने का फैसला किया है। केमिस्ट सरकार द्वारा दवाओं की ऑनलाइन बिक्री को दी गई मंजूरी का विरोध कर रहे हैं।
ऑनलाइन पेमेंट वॉलेट्स के बढ़ते उपयोग के साथ ही ऐसे क्षेत्रों का भी विस्तार किया जा रहा है, जहां Online Wallet का उपयोग किया जा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना डिजिटल इंडिया की ओर सरकार ने एक कदम बढ़ाते हुए एक और सेवा को ऑनलाइन माध्यम से जोड़ने के लिए कमर कस ली है।
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