यूपीआई ने साल-दर-साल 57 प्रतिशत की लेन-देन मात्रा के साथ अपनी उल्लेखनीय वृद्धि जारी रखी है। पेमेंट ट्रांजैक्शन के मूल्य की बात करें तो यह इसी अवधि में बाजार की वृद्धि 265 लाख करोड़ रुपये से दोगुनी होकर 593 लाख करोड़ रुपये होने की उम्मीद है।
31 अक्टूबर, 2023 के एनपीसीआई सर्कुलर में कहा गया है कि सभी सदस्यों से रिक्वेस्ट है कि वे इस पर ध्यान दें और 31 जनवरी 2024 तक सभी आईएमपीएस चैनलों पर मोबाइल नंबर + बैंक नाम के माध्यम से फंड ट्रांसफर शुरू करने और स्वीकार करने का अनुपालन करें।
कस्टमर्स अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड का टोकन बनाकर उसे अलग-अलग ऑनलाइन पोर्टल (ई-कॉमर्स) या ऐप के अपने अकाउंट से अटैच कर सकेंगे। पहले सीओएफ टोकन सिर्फ विक्रेता के ऐप या वेबपेज के जरिये ही बनाया जा सकता था।
लिंक किए गए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन के लिए किया जा सकता है। इससे करेंसी एक्सचेंज और मल्टीपल पेमेंट गेटवे की जरूरत ही खत्म हो जाती है।
IMPS यूजर्स को समय और स्थान की परवाह किए बिना, बैंकों के बीच तुरंत पैसे ट्रांसफर करने की परमिशन देता है। हां, इसके लिए आपको मामूली चार्ज देने होते हैं।
अगर आप भी UPI Payment करते हैं और गलती से आपका पैसा किसी और के अकाउंट में चला गया है तो आपको परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। बस आपको यहां शिकायत करना है और आपको पैसे जल्द ही वापस आ जाएंगे।
खबरों में आपने ऑनलाइन फ्रॉड की ऐसी कई वारदातें पढ़ी या सुनी होंगी, जिसमें लोग साइबर फ्रॉड के शिकार हो जाते हैं। यहां हैकर्स लोगों के बैंक अकाउंट हैक करके उनके जीवन की सारी पूंजी लूट लेते हैं। क्या आप जानते हैं कि आपके खाते से लूटी गई इस रकम को आप बैंक से वापस ले सकते हैं।
UPI Lite: ऑनलाइन ट्रांजैक्शन को पहले से आसान बनाने के लिए पेटीएम ने यूपीआई लाइट आज लाइव कर दिया है। कंपनी का दावा है कि अब कभी भी पेमेंट फेल नहीं होगा। यहां पूरी खबर पढ़ें।
Online Payment System: भारत के पेमेंट इकोसिस्टम की दुनिया फैन हो गई है। हम भारतीय इतना अधिक ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर रहे हैं कि दुनिया के दूसरे देश हमसे इस सिस्टम की मांग कर रहे हैं।
नोट बंदी के बाद से ऑनलाइन पेमेंट और ट्रांजेक्शन का चलन तेजी से बढ़ा है. अब अधिकांश लोग अलग अलग डिजिटिल ऐप्स से पेमेंट करते हैं. आप भी अगर ऑनलाइन पेमेंट करते हैं तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान देने की जरूरत है वरना आपकी मेहनत का पैसा अकाउंट से गायब हो सकता है.
मोदी सरकार का ये फैसला लाखों यूजर्स को सीधे फायदा पहुंचाने वाला है। इससे छोटे ट्रांजैक्शन करने वाले उपभोक्ता को इंसेटिव मिल सकेगी।
टेक्नोलॉजी इतनी बढ़ गई है कि अब मार्केट में यूपीआई पेमेंट करने के लिए स्मार्ट रिंग मौजूद है। आइए जानते हैं इस रिंग का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं और इसके क्या फायदे हैं।
PhonePe Offers: फोनपे ने कहा कि उसके उपयोगकर्ता धनतेरस ऑफर का लाभ उठा सकते हैं और सोने पर 2,500 रुपये और चांदी की खरीदारी पर 500 रुपये तक का कैशबैक प्राप्त कर सकते हैं।
Digital Banking In India: देश की आजादी को 75 वर्ष पूरे होने पर पीएम मोदी की ओर से दी गई यह सौगात इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से लिखी जाएगी। क्योंकि एक दिन यही डीबीयू भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार करेगी।
UPI Payment: पैसों का लेनदेन करने के लिए यूपीआई ट्रांजैक्शन करते हैं। सरकार भी लगातार यूपीआई (UPI) को बढ़ावा दे रही है। ऑनलाइन बैंकिंग करने के लिए इंटरनेट की जरूरत पड़ती है। ठीक इसी तरह ज्यादातर लोग इंटरनेट के जरिए ही यूपीआई पेमेंट (UPI Payment) करते हैं।
Indian Economy: क्रेडिट कार्ड (Credit Card) और यूपीआई भुगतान (UPI Payment) का बढ़ता इस्तेमाल खपत बढ़ने का संकेत है।
Online Payment: भुगतान और बैंकिंग के डिजिटलीकरण से निस्संदेह आम लोगों और सरकार दोनों को लाभ हुआ है, लेकिन इससे वित्तीय धोखाधड़ी बढ़ रही है।
लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन ट्रांजेक्शन बढ़ने के साथ धोखाधड़ी के मामलों भी बढ़त देखने को मिली है। अपराधी लोगों की गाढ़ी कमाई हड़पने के लिये कई तरीके इस्तेमाल कर रहे हैं।
क्रेडिट को निर्धारित समय अवधि के भीतर सम्पन्न किया जाना चाहिए और ऐसा न कर पाने की स्थिति में लाभार्थी को क्षतिपूर्ति राशि दी जाएगी।
आरबीआई ने एएफए का अनुपालन की अंतिम तारीख बढ़ाकर अब 30 सितंबर, 2021 कर दी है।
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