त्योहारों के दौरान लोग शॉपिंग को लेकर काफी एक्साइटेड रहते हैं। ये एक्साइटमेंट इतनी ज्यादा होती है कि लोग कीमतों की तुलना करना भूल जाते हैं और फिर बाद में जब उन्हें ये मालूम चलता है कि जो सामान उन्होंने 1000 रुपये में खरीदा है, वो दूसरी जगह 500-600 रुपये में ही मिल रहा था।
सरकारी ई-मार्केट (जीईएम) पोर्टल 9 अगस्त, 2016 को सभी केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों द्वारा वस्तुओं और सेवाओं की ऑनलाइन खरीद के लिए शुरू किया गया था।
ई-कॉमर्स कंपनियो या मार्केटप्लेस को आने वाले समय में कस्टमर्स के रिव्यू को एडिट करने का भी ऑप्शन नहीं मिलेगा। कंपनियों को सरकार के नए नियमों से होकर गुजरना होगा। जो कंपनियां इसका उल्लंघन करेंगी उन पर कार्रवाई होगी।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर प्रोडक्ट्स और सर्विस की नकली समीक्षाएं अभी भी सामने आ रही हैं। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय की सचिव निधि खरे ने कहा कि उपभोक्ता हितों की रक्षा के लिए, अब हम इन मानकों को अनिवार्य बनाना चाहते हैं।
यह ट्रेंड शुरू में 2019 के चुनावों के दौरान उभरा, जब ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म प्रचार माल और सहायक उपकरण के लिए पसंदीदा गंतव्य बन गए। तर्क दिया गया कि जब सब कुछ ऑनलाइन बेचा जाता है, तो यह क्यों नहीं।
Amazon and Flipkart: ऑनलाइन खरीदारी के चक्कर में कहीं आप किसी बड़े नुकसान को दावत तो नहीं दे रहे हैं। किन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, यहां जान लीजिए।
सभी केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के लिए वस्तु एवं सेवा खरीदारी मंच के तौर जीईएम पोर्टल को नौ अगस्त, 2016 को पेश किया गया था।
ई-कॉमर्स वेबसाइट्स खरीदारी के लिए एक अच्छा साधन साबित हो रही है। लेकिन, समय की बचत के चक्कर में कई बार ऑनलाइन शॉपिंग परेशानी का सबब भी बन जाती है। ई कॉमर्स वेबसाइट के जरिए कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं, जब मोबाइल और अन्य सामानों की जगह ईंट-पत्थर और दूसरी चीजे डिलीवर हुई हैं। ऐसा ही एक और मामला फिर सामने आया है।
डिस्काउंट ऑफर में शॉपिंग करना हर किसी को पसंद है. अगर आप अपने पैसों को बचाना चाहते हैं तो आज हम आपको एक ऐसी वेबसाइट की जानकारी देने वाले हैं जहां पर फ्लिपकार्ट और अमेजन से भी बेहतर ऑफर मिलेंगे. इस वेबसाइट से आप इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को बेहद कम दाम में खरीद सकते हैं. इसके साथ ही यहां से आप कपड़े भी खरीद सकते हैं.
नोट बंदी के बाद से ऑनलाइन पेमेंट और ट्रांजेक्शन का चलन तेजी से बढ़ा है. अब अधिकांश लोग अलग अलग डिजिटिल ऐप्स से पेमेंट करते हैं. आप भी अगर ऑनलाइन पेमेंट करते हैं तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान देने की जरूरत है वरना आपकी मेहनत का पैसा अकाउंट से गायब हो सकता है.
कुछ राज्यों के पुलिस प्रमुखों ने वाणिज्य मंत्रालय के सरकारी ई-मार्केटप्लेस से अपने मंच पर छोटे हथियारों की बिक्री की इजाजत देने को कहा है।
गूगल क्रोम अपने यूजर के लिए एक बड़ा ही कमाल का फीचर लेकर आने वाला है। इस नए फीचर का नाम प्राइड ड्रॉप अलर्ट बताया जा रहा है, जो चीजों के दाम गिरते ही यूजर को नोटिफिकेशन भेज देता है। इसकी मदद से यूजर अच्छे डिस्काउंट पर सामान की खरीदारी कर पाएंगे। गूगल ने अपने एक ब्लॉग पोस्ट में इसकी जानकारी दी है। अमेरिका में गूगल क्रोम
Buy Now, Pay Later सर्विस की मदद से आप अपने मनपसंद प्रोडक्ट्स को बिना किसी देरी के खरीद लेते हैं, जिसे अगले महीने जमा करना होता है। अब कुछ कंपनियां Save Now, Buy Later की सर्विस दे रही हैं। आइए इसके बारे में समझते हैं।
ऑनलाइन बाजार ने कारोबारियों के धंधे को आधा कर दिया है, जिसका मुख्य कारण ये है कि मार्केट की तुलना में ऑनलाइन कुछ चीजें काफी सस्ती कीमत में ही मिल जाती हैं। त्योहार ही नहीं आम दिनों में भी लोग कुछ सामानों को घर बैठे-बैठे भारी डिस्काउंट के साथ खरीद लेते हैं।
Online Shopping: अगर आप थोड़े पैसे बचाने के चक्कर में सावधानी रखना भूल जाते हैं तो आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। ऑनलाइन समान खरीदते वक्त किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, आज हम आपको बताएंगे।
न्यायाधीश ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म स्नैपडील, मीशो और अमेजन को नकली उत्पादों को हटाने और उनकी पूरी सूची भी देने का निर्देश दिया है।
हम रोजाना ही कई तरह के फ्रॉड के बारे में सुनते हैं। दुनिया के किसी कोने में बैठै ये धोखेबाज ग्राहकों को फंसाने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल करते हैं।
टैक्स के नए बदलाव लागू होने के बाद नए साल में फुटवियर और टेक्सटाइल सेक्टर में इनवर्टेड ड्यूटी स्ट्रक्चर में करेक्शन होने जा रहा है।
आप हर बार अपने कार्ड की डिटेल नहीं दर्ज करना चाहते हैं तो आप बैंक से अपने कार्ड नंबर के एवज में टोकन ले सकते हैं।
जब भी किसी प्रोडक्ट के साथ फेक रिव्यू डाले जाते हैं तो उसकी यूजर रेटिंग बढ़ जाती है और वह प्रोडक्ट टॉप सजेशन में आने लगता है।
लेटेस्ट न्यूज़