गिफ्ट कार्ड धोखाधड़ी भी सुर्खियों में है। इसमें बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसमें धोखेबाज संकट में फंसे किसी प्रियजन, सरकार या आयकर विभाग के अधिकारी या यहां तक कि आपके बैंक के प्रतिनिधि होने का दिखावा कर सकते हैं।
जिस मोबाइल नंबर से कॉल आ रहा हो, उसकी प्रामाणिकता जांचें,अपनी कॉलर आईडी पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। कस्टमर केयर नंबर हासिल करने के लिए हमेशा कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट देखें।
Online Payment करते समय हमेशा सावधान रहना चाहिए। इस आर्टिकल में हम उन तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप क्रेडिट कार्ड फ्रॉड को टाल सकते हैं।
अगर आप भी ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार हो गए हैं तो ऐसी स्थिति में परेशान ना हों और ये समझें ऐसे में आपको क्या करना चाहिए।
Credit Card होल्डर्स कैशलैस ट्रांजैक्शन करते समय 5 तरह की गलतियां करते हैं। इसी वजह से वे फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं। अगर आप भी नेट बैंकिंग या क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करते हैं तो सावधान हो जाएं। Credit Card फ्रॉड से बचने के लिए इन 5 टिप्स को फॉलो करें।
इस डिजिटाइजेशन के दौर में ऑनलाइन पेमेंट तेजी के साथ बढ़े हैं, इसके साथ ही आये दिन हमें कोई न कोई ऑनलाइन फ्रॉड सुनने को मिलता है। अगर आप भी ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार हो गए हैं तो ऐसी स्थिति में परेशान ना हों और ये समझें ऐसे में आपको क्या करना चाहिए।
कई लोग पासवर्ड को बेहद आसान रखते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि कमजोर पासवर्ड को कई भी हैक कर सकता है और इससे आपकी प्राइवेसी को भी खतरा रहता है। कई लोग पासवर्ड को याद रखने के लिए अपने अलग-अलग अकाउंट में एक जैसा पासवर्ड रख लेते हैं यह भी सुरक्षा की दृष्टि से गलत है।
इस ट्वीटर पर एचडीएफसी की तरफ से रिप्लाई किया गया और कहा गया कि एचडीएफसी की तरफ से ऐसा कोई भी मैसेज नहीं भेजा जा रहा है और यूजर इस तरह के मैसेज पर क्लिक न करें और ना ही इस तरह के मैसेज का रिप्लाई दें।
नोएडा से ऑनलाइन ठगी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक दंपति ने गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया और उस पर कॉल मिलाई। थोड़ी देर बाद पीड़ित को मैसेज आया कि उसके अकाउंट से 8 लाख रुपये का ट्रांजेक्शन हुआ है।
लोगों के साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं। क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे हैकर्स का हाथ होता है। हैकर्स फोन स्क्रीन को रिकॉर्ड करके भी आपको बर्बाद कर सकते हैं। हालांकि आप कुछ सिग्नल देखकर उन्हें पकड़ सकते हैं।
यहां धोखेबाजों द्वारा आमतौर पर अपनाए जाने वाले तरीकों और विभिन्न वित्तीय लेनदेन करते समय किए जाने वाले उपायों का विवरण दिया गया है
कभी भी पैसा प्राप्त करने के लिए क्यूआर कोड को स्कैन नहीं करें। ऐसे क्यूआर कोड्स को स्कैन करने के बाद जालसाज आपके खाते से पैसे निकालने के लिए अधिकृत हो जाते हैं।
खाते में अचानक आई बड़ी रकम के लिए आमतौर पर सिस्टम या मानवीय भूल जिम्मेदार होती है। हालांकि कुछ मामलों में आपराधिक गतिविधियां या फिर धोखेबाज भी इस तरह के हथकंडे अपनाते हैं।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने अपने करोड़ो ग्राहकों के लिए बड़ा अलर्ट जारी कर दिया है। बैंक ने अपने ग्राहकों को सावधान रहने को कहा है।
देश में सितंबर और अक्टूबर के बीच साइबर हमलों मासिक आधार पर तीन गुना से अधिक बढ़त देखने को मिली है। 2021 सोनिकवॉल साइबर थ्रेट रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में दिसंबर 2020 के दौरान 2.5 करोड़ से अधिक मैलवेयर हमले किए गए हैं।
बैंक ग्राहकों के साथ हुए ऑनलाइन फ्रॉड के मामले पर राष्ट्रीय ग्राहक आयोग की तरफ से बैंक खाताधारकों के लिए अच्छी और राहत पहुंचाने वाली खबर आई है।
आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि धोखाधड़ी से जुड़ी राशि का मतलब बैंक को इतने ही राशि के नुकसान से नहीं है। ये नुकसान बैंक ग्राहकों को हुआ है।
एसबीआई का कहना है कि इससे एटीएम धोखाधड़ी को रोकने में मदद मिलेगी।
कोरोना संकट की वजह से वर्क फ्रॉम होम बढ़ने के बीच ऑनलाइन फ्रॉड के मामले बढ़े
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ऑनलाइन पॉन्जी धोखाधड़ी मामले में नोएडा की एक विपणन कंपनी की आठ करोड़ से ज्यादा की संपत्ति कुर्क की है।
लेटेस्ट न्यूज़