आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 22 सितंबर को दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमत 55 रुपये प्रति किलो थी, जो एक साल पहले की समान अवधि में 38 रुपये प्रति किलोग्राम थी। मुंबई और चेन्नई में प्याज कीमतें क्रमशः 58 रुपये और 60 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं।
देश की राजधानी दिल्ली में प्याज की सप्लाई में कमी की वजह से औसत कीमतें 58 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्चस्तर पर बनी हुई हैं। सरकारी आंकड़ों से ये जानकारी सामने आई। उपभोक्ता मामलों के विभाग की तरफ से जुटाए गए आंकड़ों के मुताबिक, प्याज का अखिल भारतीय औसत मूल्य मंगलवार को 49.98 रुपये प्रति किलोग्राम रहा।
सरकार ने कीमतों पर काबू पाने के लिए कई कदम उठाए हैं। सरकार ने पिछले हफ्ते अगले साल मार्च तक प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया। साथ ही बफर स्टॉक से प्याज को खुले मार्केट में बेचने का फैसला लिया था।
मंत्रालय ने कहा कि खुदरा कीमतों में आने वाले सप्ताह में इसी तरह की गिरावट की उम्मीद है। खरीफ फसल की आवक में देरी के कारण प्याज की कीमतों में वृद्धि हुई है। उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए बफर स्टॉक से प्याज की खुदरा बिक्री शुरू की है। सरकार ने चालू वर्ष के लिए पांच लाख टन प्याज का बफर स्टॉक बनाए रखा है।
चालू वित्त वर्ष में 20 अक्टूबर तक देश से करीब 15 लाख टन प्याज का निर्यात हो चुका है। वित्त वर्ष 2022-23 में कुल प्याज निर्यात 25 लाख टन का हुआ था।
स्थानीय विक्रेता प्याज 80 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेच रहे हैं, जबकि ई-कॉमर्स मंच ‘बिगबास्केट’ और ‘ओटिपी’ पर प्याज 75 रुपये प्रति किलो की दर पर उपलब्ध है।
अक्सर देखा गया है कि फेस्टिवस सीजन में हर साल प्याज और टमाटर के भाव में आग लग जाती है। जमाखोर इसका खूब फायदा उठाते हैं। सरकार की पहल से उम्मीद है कि कीमतें घटेंगी।
Onion Price Today: दिल्ली में एक दिन में प्याज के कीमत में 10 रुपये प्रति किलो तक की बढ़ोतरी देखने को मिली है। राष्ट्रीय राजधानी में अच्छी क्वालिटी का प्याज 90 रुपये प्रति किलो तक मिल रहा है।
दिल्ली एनसीआर समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में प्याज की कीमत में तेजी देखने को मिल रही है। प्याज की कीमत में बढ़ोतरी के पीछे की वजह खरीफ की फसलों के आवक में देरी को माना जा रहा है।
प्याज की कीमत में दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में तेजी देखने को मिल रही है। बेंचमार्क माने जाने वाली लासलगांव एपीएमसी में प्याज की कीमत में करीब 60 प्रतिशत की तेजी आई है।
दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमत 37 रुपये प्रति किलोग्राम है, जो पिछले साल इसी दिन 28 रुपये प्रति किलोग्राम थी।
दिल्ली में प्याज की कीमतों में शुक्रवार को मामूली नरमी रही जबकि देश के कई शहरों में खुदरा प्याज 150 रुपए से ऊपर के भाव पर बना हुआ था।
अफगानिस्तान से प्याज की आपूर्ति बढ़ने से दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में प्याज के दाम में गिरावट आई है।
देश के सबसे बड़े प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र के पड़ोस में स्थित गोवा में प्याज 165 रुपए प्रति किलो बिकने लगा है।
केंद्र सरकार के तमाम उपायों के बावजूद प्याज की कीमतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। वहीं प्याज के बढ़ते दामों को लेकर देशभर में राजनीति भी गरमा गई है।
चेन्नई में गुरुवार को प्याज का अधिकतम थोक भाव 10,000 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जबकि औसत थोक भाव 9500 रुपए था।
राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान की वेबसाइट के मुताबिक प्याज की थोक मंडी महाराष्ट्र के लासलगांव में लाल प्याज का भाव बुधवार को 5501 रुपए प्रति क्विंटल रहा।
प्याज के बढ़ते दाम को काबू में रखने के लिए सरकार द्वारा प्याज का आयात करने के फैसले केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है।
अगले 10 दिनों के भीतर प्याज की बिक्री राशन की दुकानों और मोबाइल वैन के जरिये शुरू कर दी जाएगी।
प्याज के दाम को काबू में रखने के लिए सरकार की ओर से इस जून से ही किए जा रहे प्रयास विफल साबित हो रहे हैं क्योंकि प्याज ने देश के आम उपभोक्ताओं को रुलाना शुरू कर दिया है। देश की राजधानी दिल्ली स्थित आजादपुर मंडी में प्याज का थोक भाव 50 रुपए प्रति किलो हो गया है, जोकि 2015 के बाद का सबसे ऊंचा स्तर है।
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