कंपनी ने अभी हाल ही में स्कूटरों की बिक्री के बाद खराब और घटिया स्तर की सर्विस के लिए काफी आलोचनाओं का सामना किया था। इस महीने की शुरुआत में, केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) ने ओला इलेक्ट्रिक की सर्विस और इलेक्ट्रिक स्कूटरों में खामियों से संबंधित शिकायतों की विस्तृत जांच का आदेश दिया था।
ओला इलेक्ट्रिक अभी हाल ही में शेयर बाजार में लिस्ट हुई है। ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों ने 20 अगस्त को 157.40 रुपये का भाव टच कर लिया था। लेकिन उसके बाद से ही कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। 14 नवंबर को शेयर का भाव गिरकर 70.12 रुपये पहुंच गया है।
ओला इलेक्ट्रिक के वाहनों का रजिस्ट्रेशन अक्टूबर में सालाना आधार पर 74 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 41,605 यूनिट पर पहुंच गया। कंपनी ने अक्टूबर 2024 में 50,000 से अधिक यूनिट बेचीं।
हुंडई मोटर इंडिया की अक्टूबर महीने में कुल बिक्री 2 प्रतिशत बढ़कर 70,078 यूनिट हो गई, जो पिछले साल इसी महीने में 68,728 यूनिट थी।
ओला इलेक्ट्रिक पर वैश्विक ब्रोकिंग फर्म एचएसबीसी ने सबसे पहले ओला इलेक्ट्रिक के शेयर प्राइस का टारगेट 140 रुपये से घटाकर 110 रुपये कर दिया है।
चीफ कमिश्नर निधि खरे के नेतृत्व में सीसीपीए ने पाया कि ओला की रिफंड पॉलिसी में सिर्फ भविष्य की राइड के लिए कूपन कोड दिए गए थे, जबकि ग्राहकों को बैंक अकाउंट में रिफंड का ऑप्शन नहीं दिया गया था।
सीसीपीए ने ओला इलेक्ट्रिक को इस मामले में नोटिस जारी किया है। सूत्रों के मुताबिक नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन (NCH) को पिछले एक साल से ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ शिकायतें मिल रही थीं।
कुछ शहरों में ओला, उबर और ब्लूस्मार्ट के बड़े फ्लीट रैपिडो के लिए चुनौती बनेंगे। एक अन्य एक्सपर्ट के मुताबिक एयरपोर्ट राइड की कीमत आमतौर पर शहरी राइड की तुलना में लगभग दोगुनी होती है।
कंपनी के मुताबिक, सीसीपीए ने उपभोक्ता अधिकारों के कथित उल्लंघन, भ्रामक विज्ञापन और अनुचित व्यापार व्यवहार के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
इस साल अगस्त में, ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को 76 रुपये के निर्गम मूल्य पर सूचीबद्ध किया गया था। सर्वकालिक उच्च स्तर को छूने के बाद से, शेयर उन स्तरों से 43 प्रतिशत नीचे आ चुका है।
कामरा ने तस्वीर के साथ लिखा, ‘‘क्या भारतीय उपभोक्ताओं की आवाज है? क्या उन्हें यही मिलना चाहिए? दोपहिया वाहन कई दिहाड़ी मजदूरों की जीवनरेखा हैं।’’ उन्होंने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को टैग करते हुए पूछा, ‘‘क्या इसी तरह भारतीय ईवी का उपयोग करेंगे?’’
ओला इलेक्ट्रिक की बाजार हिस्सेदारी में गिरावट आई है। इसके चलते शेयर के भाव नीचे आ रहे हैं।
भाविश अग्रवाल ने कहा कि वैश्विक प्रौद्योगिकी में बदलाव हो रहा है और एआई भविष्य की एक बहुत ही महत्वपूर्ण तकनीक है। हमें भारत में इस यात्रा का नेतृत्व करने की आवश्यकता है।
भाविश अग्रवाल ओला इलेक्ट्रिक की प्रॉफिटेबिलिटी पर पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे, क्योंकि कंपनी के शेयर की कीमत 76 रुपये के लिस्टिंग प्राइस से दोगुना होना चिंता का विषय बना हुआ है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि Cell प्रॉफिटेबिलिटी के रोडमैप का केन्द्र बिन्दु है।
लिस्टिंग वाले दिन ही कंपनी के शेयरों में 20 प्रतिशत का अपर सर्किट लग गया। शेयर बाजार में कंपनी के शेयरों ने अभी तक सिर्फ 5 दिन कारोबार किया है और इन 5 दिनों में ओला इलेक्ट्रिक के शेयर करीब 75 प्रतिशत तक रिटर्न दे चुके हैं।
वर्मा ने ओला मैप्स की वजह से कंपनी के कारोबार पर किसी खतरे से इनकार किया है क्योंकि ‘उसकी गुणवत्ता अच्छी नहीं है।’
38 साल के भाविश अग्रवाल के पास कंपनी की लिस्टिंग के समय ओला इलेक्ट्रिक के 1,36,18,75,240 शेयर (36.94 प्रतिशत हिस्सेदारी) थे। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, भाविश की नेट वर्थ में 1.4 बिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है।
ओला की पहली इलेक्ट्रिक बाइक का मुकाबला टॉर्क क्रेटोस आर और रिवोल्ट आरवी400 जैसे एंट्री-लेवल मॉडल से हो सकता है। माना जा रहा है कि कंपनी हाई-परफॉर्मेंस सेगमेंट को टारगेट कर यह प्रोडक्ट ला रही है।
ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ 2 अगस्त को खुला था और 6 अगस्त को बंद हुआ था। कंपनी के आईपीओ को कुल 4.5 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। आज कंपनी की शेयर बाजार में लिस्टिंग हो गई।
2 अगस्त को खुला ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ 6 अगस्त को बंद हो गया था। कंपनी के आईपीओ को निवेशकों का बहुत अच्छा समर्थन नहीं मिला।
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