2019 में MEIL को 47 ड्रिलिंग रिग का निर्माण करने के लिए 6000 करोड़ रुपये का पहला कॉन्ट्रैक्ट मिला था।
सूत्रों के मुताबिक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) और तीन अन्य रिफाइनरी कंपनियों ने मई में सऊदी अरब से 1.5 करोड़ बैरल के मासिक औसत की तुलना में सिर्फ 65 प्रतिशत की खरीद करने का फैसला किया है।
शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह दीर्घावधि में अमेरिकी बांड पर प्राप्ति, कच्चे तेल की कीमतों तथा वृहद आर्थिक आंकड़ों से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।
महामारी के समय मांग घटने पर तेल उत्पादक देशों ने इस वादे के साथ उत्पादन घटाया था कि वो मांग सामान्य होने के साथ उत्पादन भी सामान्य करेंगे। तेल उत्पादक देश इसी सप्ताह उत्पादन पर बैठक करेंगे।
यदि कच्चे तेल का दाम 60 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर अधिक समय तक बना रहता है, तब सरकार को क्रूड ऑयल पर कस्टम ड्यूटी को घटाना चाहिए।
रिलायंस ने कहा कि नई इकाई में पेट्रो केमिकल, गैस, फ्यूल रिटेलिंग जैसे कारोबार शामिल होंगे। कंपनी ने कहा Demerger से O2C कारोबार में नए मौके तलाशने में मदद मिलेगी।
दिल्ली में 1 जनवरी से अब तक पेट्रोल करीब 4 रुपया महंगा हो गया है। इसी के साथ डीजल भी करीब 4 रुपये की ही बढ़त देखने को मिली है। नए साल में अब तक कीमतों में 14 बार बढ़त दर्ज हो चुकी है। वहीं पिछले एक साल में पेट्रोल 20 रुपये और डीजल 15 रुपये प्रति लीटर से ज्यादा महंगा हो चुका है।
कंपनी की तेल-से-रसायन इकाई में परिशोधन संयंत्र, पेट्रोरसायन इकाइयां और खुदरा ईंधन मार्केटिंग कारोबार शामिल है। इसमें केजी-डी6 जैसे तेल व गैस उत्पादक क्षेत्र तथा कपड़ा व्यवसाय शामिल नहीं है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पहली बार चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणामों में तेल-से-रसायन व्यवसाय की एकीकृत कमाई की जानकारी दी है।
इस महीने पेट्रोल और डीजल के दाम में अब तक आठ बार बढ़ोतरी हुई है जिसके बाद देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दाम में 97 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हो गई है जबकि डीजल 1.67 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है।
बयान में कहा कि 11 नवंबर को तेल, गैस और पेट्रोरसायन क्षेत्र के वैश्विक नेता उद्योग के सामने पेश आ रही दिक्कतों पर चर्चा करेंगे। साथ ही तेल एवं गैस कंपनियां कोविड-19 से उपजे हालात में कैसे लचीला रुख बना रही हैं और ऊर्जा क्षेत्र में आ रहे बदलाव में उनकी भूमिका पर भी बातचीत होगी।
सरकार ने तेल एवं गैस की खोज को तेज करने तथा घरेलू उत्पादन बढ़ाने के लिये 2018 में ओएएलपी के तहत पहले दौर की नीलामी शुरू की थी। इसके तहत खोज करने वाली कंपनियों को क्षेत्र चुनने की सुविधा मिलती है। गुरुवार तक 5 दौर की बोलियों पर फैसला किया जा चुका है।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये आयोजित बैठक का उद्देश्य बेहतर गतिविधियों को समझने, सुधारों पर चर्चा करने और भारतीय तेल एवं गैस मूल्य श्रृंखला में निवेश में तेजी लाने के लिए रणनीतियों के बारे में जानकारी के लिए एक वैश्विक मंच प्रदान करना है।
सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि सरकार ने जरूरी वस्तु अधिनियम (Essential Commodity Act) में बदलाव किया है और दलहन, तेल तथा तिलहन, आलू और प्याज जैसी वस्तुओं को इस एक्ट से बाहर किया गया है
लॉकडाउन के चलते तेल कंपनियों ने 82 दिन के लिए इसकी कीमतों में बदलाव को रोक दिया था। इस दौरान उत्पाद शुल्क की बढ़ोतरी को इसमें समायोजित किया गया। बाद में सात जून के बाद से तेल कंपनियों ने दोबारा कीमतों में बदलाव शुरू किया। वहीं 25 जुलाई के बाद आज डीजल कीमतों में बदलाव किया गया।
तेल मार्केटिंग कंपनियों ने रविवार को दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई में पेट्रोल के दाम में नौ पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की है जबकि मुंबई में पेट्रोल का दाम 10 पैसे प्रति लीटर बढ़ गया है। फिलहाल चारों महानगर में पेट्रोल की कीमत 82 रुपये के स्तर से ऊपर हैं।
ऑयल इंडिया के इतिहास में यह दूसरा तिमाही घाटा है। इससे पहले 2018-19 में कंपनी को तिमाही घाटा हुआ था।
अरेमको कंपनी बढ़ते कर्ज और कच्चे तेल की कीमतें गिरने के मद्देनजर अपनी बची पूंजी को खर्च करने से बच रही है। अरेमको से सऊदी को काफी राजस्व हासिल होता है लेकिन तेल की कीमतें गिरने से सरकारी खजाने में भी कमी आई है।
तेल उत्पादक देशों के द्वारा उत्पादन को सीमा में रखने के लिए नए कदमों का असर
खरीफ फसलों की बुवाई का कुल क्षेत्रफल 8.5 प्रतिशत बढ़कर 1,015 लाख हेक्टेयर
पेट्रोलियम विभाग के प्रवक्ता साजिद काजी ने कहा कि यह करार मई में समाप्त हो गया। वित्त विभाग इसके नवीकरण का प्रयास कर रहा है।
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