देश की पेट्रोलियम कंपनी सीलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (सीपीसी) द्वारा ईंधन की कीमतों में वृद्धि की आशंका को देखते हुए देश के कई इलाकों में बृहस्पतिवार से ही पेट्रोल पंपों पर लंबी कतरे लगी हुई हैं।
पिछले पांच दौर की ओएएलपी बोलियों में 105 ब्लॉक के लिये बोलियां लगायी गयी थी। इसमें से वेदांता लि. ने 51 क्षेत्रों के लिये बोली लगायी। ओआईएल ने 25 और ओएनजीसी ने 24 ब्लॉक हासिल किये।
सरकार के मुताबिक सरसों का तेल विशुद्ध रूप से घरेलू उत्पादन पर आधारित तेल है और सरकार के अन्य उपायों के साथ इसकी कीमतों में नरमी आने की उम्मीद है
ब्रेंट क्रूड की कीमत 79 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर गयी है। बीते एक महीने में क्रूड की कीमत में 11 प्रतिशत से ज्यादा का उछाल दर्ज हुआ है।
उपलब्ध भू-वैज्ञानिक सूचनाओं के अनुसार पूर्वोत्तर क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं और इसलिए क्षेत्र में तेज अन्वेषण के माध्यम से संभावित तेल और गैस के पर्याप्त अवसर मौजूद हैं।
सूत्रों ने कहा कि अगर अंतरराष्ट्रीय कीमतें इस स्तर पर बनी रहती हैं, तो तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में वृद्धि करनी होगी। पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में पिछली बार क्रमश: 17 जुलाई और 15 जुलाई को वृद्धि की गई थी।
तूफान के असर से गल्फ ऑफ मैक्सिको से होने वाले उत्पादन का 75 प्रतिशत हिस्सा अभी भी बंद है जो कि करीब 14 लाख बैरल प्रतिदिन है ।
तेल-तिलहन के दाम में हाल के दिनों में कुछ नरमी जरुर आई है लेकिन पीछे दाम में तेजी देखी गई थी। आगे त्यौहारी सीजन में दाम में फिर तेजी ना आए इसे लेकर केंद्र ने राज्यों से कंपनियों के स्टॉक की जांच करने के आदेश दिए है।
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था लागू होने के बाद उत्पाद शुल्क केवल पेट्रोल, डीजल, एटीएफ और प्राकृतिक गैस पर लगाया जाता है। इन उत्पादों को छोड़कर अन्य सभी वस्तुएं और सेवाएं जीएसटी के तहत हैं।
कंपनी के मुताबिक इन क्षेत्रों में लगभग 16 करोड़ टन की कुल तेल और इतनी ही गैस की मात्रा है। ये क्षेत्र गुजरात,असम, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में फैले हुए हैं।
डीजीएच ने कहा, "यह दस्तावेज ईएंडपी (तेल और गैस की खोज तथा उत्पादन) ठेकेदारों का उत्पादन साझेदारी अनुबंध (पीएससी) जमा करने को लेकर मार्गदर्शन करने के लिए तैयार किया गया है।"
यूएई मई 2022 से प्रति दिन 35 लाख बैरल का उत्पादन कर सकेगा। सऊदी अरब की दैनिक उत्पादन सीमा 1.10 करोड़ बैरल से बढ़ कर 1.15 करोड़ बैरल हो जाएगी।
भारत अपनी कुल जरूरत का 85 प्रतिशत तेल का आयात करता है। वह काफी लंबे समय से ओपेक और उसके सहयोगियों से उत्पादन कटौती को खत्म करने की मांग कर रहा है
कुल 34 बार वृद्धि में पेट्रोल 9.11 रुपये लीटर जबकि 33 बार की वृद्धि में डीजल 8.63 रुपये लीटर महंगा हुआ है।
विदेशी बाजारों में मजबूती के रुख के बीच स्थानीय तेल-तिलहन बाजार में शनिवार को लगभग सभी तेल-तिलहनों के भाव में सुधार दर्ज हुआ।
अधिकारियों ने कहा कि आने वाले दिनों में यह फिर से बढ़ सकता है। इस अवधि में खुदरा कीमतों में कमी लाने का एकमात्र तरीका केंद्र और राज्य दोनों द्वारा कर में कटौती है।
आयल इंडिया के निदेशक मंडल ने 2020-21 के लिए 1.50 रुपये प्रति शेयर के अंतिम लाभांश की सिफारिश की है। इससे पहले फरवरी में कंपनी ने 3.50 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश दिया था।
पिछले करीब सात सप्ताह में वाहन ईंधन कीमतों में यह 27वीं बढ़ोतरी है। इससे देश में पेट्रोल और डीजल के दाम ऐतिहासिक उच्चस्तर पर पहुंच गए हैं।
अंतर-मंत्रालयी विचार-विमर्श के बाद वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय इस प्रस्ताव पर केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी लेगा। अभी पेट्रोलियम रिफाइनिंग क्षेत्र में स्वत: मंजूर मार्ग से 49 प्रतिशत एफडीआई की ही अनुमति है।
कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने बुधवार को किसानों को दलहन और तिलहन की ऊंची पैदावार वाली बीजों के वितरण से जुड़ा एक ‘मिनी-किट’ कार्यक्रम शुरू किया।
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