केंद्र ने पूर्वोत्तर में तेल एवं प्राकृतिक गैस का उत्पादन अगले 15 साल में दोगुना करने की योजना बनाई है। इसके लिए 1,30,000 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।
ई-वॉलेट कंपनी Paytm यूजर अब इंडियन ऑयल के पंप पर अपने पेटीएम अकाउंट से पेमेंट कर सकते हैं। इस योजना को अभी चुनिंदा पेट्रोल पंप पर ही लागू किया गया है।
ग्लोबल मार्केट में गैस की कीमतों में कमजोरी को देखते हुए तेल कंपनियों ने नॉन सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर के दाम 82.50 रुपए घटा दिए हैं।
रसोई गैस सिलिंडर की बुकिंग के वक्त ही अब उपभोक्ता ऑनलाइन पेमेंट कर सकेंगे। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को इस सर्विस की शुरुआत की है।
जेपी मॉर्गन की रिपोर्ट के मुताबिक तेल उत्पादक देश इस साल 240 अरब डॉलर (करीब 16,23,992 करोड़ रुपए) की इंटरनेशनल संपत्ति बेच सकते हैं।
परमाणु सौदे के तहत प्रतिबंध हटने के बाद ईरान ने योजना के मुताबिक तेल उत्पादन 5 लाख बैरल प्रतिदिन बढ़ाने का सोमवार को निर्देश दिया है।
कच्चे तेल में लगातार आ रही नरमी ने आपके पेट्रोल डीजल के बिल में जरूर कमी कर दी है। लेकिन इससे खाड़ी देशों में काम कर रहे भारतियों की मुश्किलें बढ़ा दी है।
नए साल पर महंगाई का तोहफा। गुरुवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती की। दूसरी ओर बिना सब्सिडी का घरेलू LPG सिलेंडर 51 रुपए तक महंगा कर दिया।
कतर ने भारत को दीर्घकालीन अनुबंध पर बेची जाने वाली गैस की कीमत कम करने पर सहमति जताई है। इससे भारत को करीब 6 अरब डॉलर कम कम भुगतान करना होगा।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 11 साल के निचले स्तर पर आने से सरकारी पेट्रोलियम कंपनियों की अंडर रिकवरी काफी कम हुई है।
एस्सार ऑयल लिमिटेड ने बुधवार को स्थानीय शेयर बाजारों से कंपनी की सूचीबद्धता समाप्ति की प्रक्रिया पूरी होने की घोषणा की है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया के अध्यक्ष प्रवीण लुंकाद ने कहा कि रिफाइंड ऑयल पर इंपोर्ट ड्यूटी को 20 फीसदी से बढ़ाकर 27.5 फीसदी करना चाहिए।
अमेरिका ने देश में तेल निर्यात पर पिछले 40 साल से चल रहे निर्यात प्रतिबंध को शनिवार को खत्म कर दिया है।
पेट्रोल के दाम में 50 पैसे और डीजल के दाम में 46 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई। पेट्रोलियम प्रोडक्ट के दाम में यह कटौती उम्मीद से काफी कम मानी जा रही है।
कृषि मंत्रालय ने खाद्य तेलों के इंपोर्ट ड्यूटी 5 फीसदी और बढ़ाने का प्रस्ताव किया है। इससे किसानों और तेल रिफाइनरी को कुछ राहत मिल सकती है।
ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने LPG सिलेंडर को महंगा कर दिया है। कंपनियों ने गैर-सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमतों में 61.50 रुपए की बढ़ोत्तरी की है।
भारत को वर्ष 2040 तक सालाना 9 लाख करोड़ रुपए का निवेश एनर्जी सेक्टर में करने की जरूरत है, क्योंकि वैश्विक ऊर्जा मांग में भारत की मांग सबसे ज्यादा रहेगी।
डॉलर के मुकाबले रुपए में आई गिरावट गिरावट का फायदा ऑयल कंपनियों को मिलेगा। फिच ने कहा सबसे ज्यादा लाभ एचपीसीएल, आईओसी, एपीसेज को होगा।
गरीबों तक ज्यादा से ज्यादा सब्सिडी का लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से सरकार सक्षम और अमीर लोगों के लिए LPG सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी को बंद करेगी।
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