पेट्रोल और डीजल खरीदने के लिए आने वाले दिनों में आपकी जेब और खाली करनी पड़ सकती है। एक तरफ कच्चा तेल महंगा हुआ है तो दूसरी तरफ रुपया भी कमजोर है
देश में महंगाई के फिर से बढ़ने की आशंका पैदा हो गई है क्योंकि खाद्यान्न उत्पादन चालू खरीफ सत्र में 35 लाख टन घटकर 13.5 करोड़ टन रहने का अनुमान है।
उपभोक्ताओं के लिए यह बुरी खबर है। बिना सब्सिडी वाले घरेलू रसोई गैस या LPG सिलेंडर की कीमत दिल्ली में 14 प्रतिशत बढ़ गई है।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पिछले दो महीने से लगातार बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल की दामों की वजह से र्इंधन पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती से इनकार किया।
इस साल जुलाई से पेट्रोल के दाम 6 रुपए लीटर बढ़े हैं। इस समय पेट्रोल की कीमत तीन साल के अपने उच्च स्तर पर है।
केंद्र सरकार सरकारी तेल कंपनियों के पेट्रोल पंपों पर दवाइयां, किराना के सामान LED बल्ब और अन्य उत्पाद बेचने की अनुमति दे सकती है।
सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर (एलपीजी) दो रुपए महंगा हो गया है, जबकि बिना-सब्सिडी वाले सिलेंडरों की कीमत 40 रुपए कम की गई है।
आज से आपको पेट्रोल और डीजल खरीदने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। दरअसल, ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने डीलरों का कमीशन बढ़ा दिया है।
सरकार ने इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम से सब्सिडी वाले घरेलू LPG सिलेंडर की कीमत हर माह प्रति सिलेंडर 2 रुपए बढ़ाने के लिए कहा था।
सरकारी पेट्रोलियम कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (HPCL) की 51.11 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री ONGC को करने के प्रस्ताव पर कैबिनेट ने मुहर लगा दी है।
फिच ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि जीएसटी का तेल एवं गैस और लघु एवं मध्यम उद्योगों (MSME) पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक खरीफ सत्र में अभी तक धान की बुवाई का रकबा 4.5 प्रतिशत बढ़कर 126 लाख हेक्टेयर हो गया है।
लोगों को पेट्रोलियम उत्पाद किफायती दाम पर उपलब्ध हों, इसके लिए भारत ने उत्पादक देशों से कच्चे तेल की कीमतों को वहनीय स्तर पर रखने के लिए कहा है।
भारत अब अमेरिका से भी कच्चा तेल का आयात करेगा। इसके लिए अमेरिका के साथ एक समझौता किया है। तेल की पहली खेप इस साल अक्टूबर में भारत आने की उम्मीद है।
जीएसटी परिषद संभवत: नेचुरल गैस को वस्तु एवं सेवा कर (GST) के तहत लाने का फैसला ले सकती है। इस उपाय से तेल एवं गैस क्षेत्र को कुछ राहत मिलेगी।
16 जून से शुरू हुए ईंधन के मूल्य की रोजाना समीक्षा के बाद पेट्रोल के दाम में 1.93 रुपए की कटौती हुई है। वहीं, डीजल की कीमत 96 पैसे प्रति लीटर घटी है।
16 जून से शुरू ईंधन के मूल्य की रोजाना समीक्षा के बाद पेट्रोल के दाम में जहां 1.77 रुपए प्रति लीटर की कटौती हुई है वहीं डीजल की कीमत 88 पैसे घटी है।
पेट्रोल डीजल के मूल्यों की समीक्षा के बाद अब सरकार ने नए कदम की तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत जल्द ही पेट्रोल और डीजल की होम डिलीवरी शुरू की जा सकती है।
16 जून से देश में रोजना पेट्रोल-डीजल के दाम बदलने लगे है। इससे सबसे ज्यादा दिक्कत ट्रांसपोटर्स और पेट्रोलपंप मालिकों और आदमी को आ रही है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज और BP मिलकर देश में तेल की खोज करेंगी और अगले 3-5 साल में करीब 40,000 करोड़ रुपए का निवेश करेंगी।
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